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Wednesday, April 30, 2014

हिंदुत्व के दांत दिखाने के कुछ हैं और खाने के कुछ और “১৯৪৭ সালের পরে যাঁরা ভারতে এসেছেন, তাঁরা বিছানা-বেডিং বেঁধে রাখুন! ১৬ মে-র পরে তাঁদের বাংলাদেশে ফিরে যেতে হবে।”

हिंदुत्व  के दांत दिखाने के कुछ हैं और खाने के कुछ और

"১৯৪৭ সালের পরে যাঁরা ভারতে এসেছেন, তাঁরা বিছানা-বেডিং বেঁধে রাখুন! ১৬ মে-র পরে তাঁদের বাংলাদেশে ফিরে যেতে হবে।"

पलाश विश्वास

Come May 16, Bangladeshis must keep bags packed: Narenedra Modi

श्रीरामपुर (पश्चिम बंगाल): भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने रविवार को चेतावनी दी कि राजग के सत्ता में आने पर बांग्लादेशियों को वापस भेजा जाएगा।


मोदी ने कहा, 'मैं यहां से चेतावनी देना चाहता हूं, भाइयों और बहनों, आप लिख लीजिए, कि (हम) 16 मई के बाद इन बांग्लादेशियों को उनके बोरिया बिस्तर के साथ सीमापार भेजेंगे।' उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी वोटबैंक की राजनीति कर रहीं हैं।


उन्होंने इस मिश्रित आबादी वाले निर्वाचन क्षेत्र में ममता पर निशाना साधते हुए कहा, 'आप वोटबैंक की राजनीति के लिए बांग्लादेशियों के लिए पलक पांवड़े बिछा रही हैं।' इस संसदीय क्षेत्र में बहुत बड़ी संख्या में हिन्दी भाषी हैं जो यहां के जूट मिलों में मजदूरी करते हैं।


मोदी ने कहा, 'यदि बिहार से लोग आते हैं तो वे आपको बाहरी लगते हैं, यदि ओडिशा से लोग आते हैं तो वे आपको बाहरी लगते हैं। यदि मारवाड़ी आते हैं तो आप उदास हो जाते हैं, लेकिन यदि बांग्लादेशी आते हैं तो आपके चेहरे चमक जाते हैं।'


हमारे अग्रज राजीव नयन बहुगुणा ने एक बुनियादी मसला उठाया है.झक झक सफेद टोपी का यानी झक झक सफेद राजनीति का।आम आदमी यानी औसत भारतीय नागरिक की औकात में यह सफेदी है ही नहीं।वह तो नख से शिख तक या तो श्वेत श्याम है या फिर संजय लीला भंसाली की फिल्मों की तरह लोक विरासत के मुताबिक चटख बहुरंगी।


झक झक सफेद तो राजनीति है,जो विडंबना है कि दिखती सफेद है , लेकिन होती कुछ और है।हमारे हिसाब से यह नुमांदगी का मामला है,जिसे हम संविधान परस्ती से सुलझाना चाहते हैं,लेकिन वह संविधान भी कहीं लागू है ही नहीं।


मौजूदा राज्यतंत्र में बिना किसी फेरबदल के महज चेहरे बदल देने से भारतीय नागरिकों की किस्मत नहीं बदलने वाली है।


हाथी के दांत दिखाने के कुछ हैं और खाने के कुछ और।


हिंदुत्व के दांत भी दिखान के और हैं और खाने को वातानुकूलित कारपोरेट जायनवादी नस्ली वर्णवर्चस्वी कुलीन सफेद झक झक झख झकास।


जिस समन्वय के तहत जनसंहारवास्ते सत्ता दल कांग्रेस ने सत्ता हस्तातंरण कर दिया संस्थागत महाविनाश पर्व के लिए,जैसे नाजी फासी रुपांतरण हो रहा है तमाम उदात्त विचारधाराओं के मध्य और जिस तरह वर्ण वर्चस्व और नस्ली भेदभाव के तहत आम नागरिक के नागरिक और मानवाधिकारों के हनन के साथ सत्ता का सैन्यीकरण हो रहा है धर्मोन्मादी वैदिकी परंपराओं के मुताबिक,वहां आम आदमी हाशिये पर भी खड़ा रहने को स्वतंत्र है ही नहीं।


उसके लिए तो मृत्यु परवाना पर दस्तखत कर दिये गये हैं।


मसलन पाकिस्तान से आ रहे शरणार्थियों को नागरिकता देने की मांग करने में संघ परिवार को कोई परहेज नहीं है।लेकिन संघ परिवार के भावी प्रधानमंत्री ने बंगाल के श्रीरामपुर में बांग्लादेशियों के खिलाफ जिहाद का ऐलान करते हुए कहा कि सन 1947 के बाद जो भारत आये हैं,वे अपना बोरिया बिस्तर बांध लें,16 मई के बाद उन्हें बांग्ला देश भेज दिया जायेगा।


हम 2003 से जब नागरिकता संशोधन बिल राजग सरकार के गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने पेश किया,और जिसे बिना सुनवाई सर्वदलीय सहमति से पास किया गया,लगातार देशभर में जल जंगल जमीन नागरिकता से बेदखली के खास इंतजामात के डिजिटल बायोमेट्रिक चाकचौबंद के बारे में लोगों को समझाते रहे हैं,संघ परिवार के एजंडे का खुलासा करते रहे हैं,लेकिन किसी को कायदे से समझा नहीं सकें।


मोदी ने एक झटके से बता दिया कि भारत विभाजन के शिकार तमाम लोग बांग्लादेशी घुसपैठिया हैं और जिन बेशकीमती खनिज इलाकों में आदिवासियों के मध्य जंगल में उनका मंगल रचा गया है,वहां से उन्हें हटाकर बिना प्रतिरोध कारपोरेट परियोजनाओं को लागू किया जाना है।


जनसंख्या घटाने का माकूल इंतजाम है।


मुंबई में जैसा शिवसेना ने किया है,वैसा ही घृणा अभियान दरअसल संघी कुलीनतंत्र का चरित्र है।


धर्मभीरु धार्मिक हिंदू जनगण को समझाया जाता है कि यह सबकुछ मुसलमानों को औकात बताने के लिए है।


हर अपराध के लिए भारत विभाजन की तर्ज पर मुसलमानों को जिम्मेदार बताकर संघी तलवार हिंदुओं की गरदनें उतार रही हैं,हिंदुत्व की पैदल सेनाओं को इसका अहसास तक नहीं है।


बंगाल में लेकिन पहली बार हुआ कि किसी मुख्यमंत्री ने शरणार्तियों के नागरिक और मानवाधिकारों के हक में संघ परिवार के खिलाफ युद्ध घोषणा कर दी है।विडंहबना है कि उनकी यह कवायद भी बंगाल में निर्णायक तीस फीसद वोट बैंक को साधने की है।


वोट बैंक की मजबूरी के चलते हिंदू शरणार्थियों को अब देशभर में संघतरफे समझाया जा रहा है,सारे के सारे प्रचारक मौखिक नेट प्रचार में लगे हैं कि दरअसल संघ मुसलमानों को ही बांग्लादेशी घुसपैठिया मानता है।नरेंद्र मोदी की युद्धघोषणादरअसल मुसलामानों के खिलाफ है।


असम में बांग्लादेशियों के खिलाफ अस्सी के दशक में हो रहे आंदोलन के वक्त भी और पूर्वोत्तर में हिंसा को न्ययपूर्ण ठहराने के लिए भी बहुसंख्यहिंदुओं को असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक और अमानवीय तरीके से समजाया जाता रहा है कि सारी कवायद मसल्लो को देश बाहर करने की है।


अब भी संघी तत्व बार बार यह साबित करने में लगे हैं कि हिंदू शरणार्थियों के किलाफ नहीं है संघ परिवार।



जबकि सन साठ में असम में बांगाल खेदाओ अभियान के निशाने पर हिंदू शरणार्थी ही थे।


उत्तराखंड की पहली संघी सरकार ने उत्तराखंड में सन 1952 से बसे और 1969 में संविद सरकार के जमाने में भूमिधारी हक हासिल किये तमाम बंगाली शरणार्थियों को जो संजोग से हिंदू हैं,उन्हें बांग्ला देशी घुसपैठिया घोषित कर दिया।


ओड़ीशा के केंद्रापाड़ा में भारत विभाजन के तुरंत बाद बसाये गये नोआखाली के विभाजन पीड़ित हिंदू शरणार्थी परिवारों,जिन्होंने अपने परिजनों को कटते मरते बलात्कार का शिकार होते देखकर भारत में शरण ली थी,को भाजपा बीजद गठबंधन सरकार ने बांग्लादेश डिपोर्ट करने का अभियान चलाया।


बांग्ला बोलने वाले हर शख्स को बंगाल से बाहर बांग्लादेशी बताया जाता है,यह भूलते हुए कि भारत विभाजन के शिकार बंगाली भी हैं ठीक उसीतरह जैसे कश्मीर,सिंध और पंजाब के शरणार्थी।


लोग भूल जाते हैं कि बंगाल अब भी भारत का प्रांत है।


यही नहीं, नरेंद्र मोदी ने एकदम ठाकरे परिवार की तरह बंगाल में कमल खिलाने के लिए हिंदू मुसलमान और बंगाली गैर बंगाली विभाजन करने की हर चंद कोशिश की।


जबकि वाम शासन में विकास हो न हो, राजनीतिक आतंक की वजह से दम घुट रहा हो,लेकिन धर्म,जाति,भाषा,लिंग आधारित राजनीति के लिए कोई जगह थी नहीं।वाम शासन से पहले भी ऐसा ही रहा है।


शारदा फर्जीवाड़े में राजनेता पहलीबार भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हैं,जो साबित भी नहीं हुए हैं,बाकी देश के मुकाबले वाम वामविरोधी ध्रूवीकरण के अलावा कोई दूसरा विभाजन नहीं था।


बंगाल की इस राजनीतिक विरासत को नमोलहर बाट लगाने वाली है।


जो हिंदू शरणार्थी पहले वामदलों के समर्थक थे,वे तृणमूली हो गये और अब वे धार्मिक ध्रूवीकरण के तहत केसरिया हुआ जा रहे हैं।


जबकि संघ परिवार की अपनी कोई ताकत है नहीं।


तृणमूल के जनाधार और वोट बैंक ध्वस्त करने की गरज से कांग्रेस और वामदलों ने अप्रत्यक्ष मदद करके भाजपा के चार फीसद वोटबैंक को बीस तीस फीसद तक पहंुचाने में कामयाबी हासिल की है।


विडंबना है कि धर्म,जाति,भाषा और अस्मिता आधारित विभाजन के लिए जो वामपंथी विचारधारा बंगाल में सबस बड़ी किलेबंदी थी,वहां से मोदी के राष्ट्रविरोधी नागरिकता मानवाधिकारविरोधी युद्ध घोषणा के खिलाफ कोई प्रतिवाद नहीं है।


वह भी वोट बैंक की ही वजह से।


तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने नरेन्द्र मोदी के खिलाफ और जहर उगलते हुए मंगलवार को कहा कि अगर मोदी प्रधानमंत्री बन गए तो देश जल उठेगा।


इससे पूर्व तृणमूल कांग्रेस मोदी के खिलाफ 'गुजरात का कसाई' जैसे तीखे शब्दों का इस्तेमाल कर चुकी है।


ममता बनर्जी ने कहा, 'भारत अंधकार युग में लौट जाएगा। अगर वह प्रधानमंत्री बने तो भारत जल जाएगा।'' उन्होंने कहा कि जो 'व्यक्ति अलगाववादी राजनीति करता है' वह देश का नेतृत्व नहीं कर सकता।


ममता ने दावा किया कि मोदी ने यह मान लिया है कि वह प्रधानमंत्री बन गये हैं। उन्होंने कहा, ''वह कोई अकेले शेर नहीं हैं। मायावती, जयललिता और मुलायमजी जैसे और भी बहुत से नेता हैं। वे भी शेर हैं।'' उन्होंने कहा, ''और सबसे भयावह शेर रायल बंगाल टाइगर होता है जो बंगाल में है।''


ममता ने कहा, ''नेता जो भारत की अगुवाई करेगा वह महात्मा गांधी, नेताजी, सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसा होना चाहिये। ऐसा नहीं होना चाहिये जिसकी विचाराधारा धर्म के आधार पर देश को विभाजित करने की हो।'' बनर्जी ने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति जिस पर दंगा कराने का आरोप है, उसे भारत जैसे बहु भाषी और बहु धर्मी देश का नेतृत्व नहीं करना चाहिये।


तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता ने ट्विटर पर लिखा है, 'अगर वह सत्ता में आते हैं, भारत अंधकार में डूब जाएगा। हमें दंगों के आर्किटेक्ट से विकास पर ज्ञान की आवश्यकता नहीं है।'' भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर तीखे हमले बोलते हुए ममता ने कहा, ''जिस व्यक्ति को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जा रहा है, अगर वह सत्ता में आते हैं तो भारत बर्बाद हो जाएगा।''


मोदी द्वारा लगाए गए आरोप कि वह गैर.बांग्ला लोगों की अनदेखी और बांग्लादेशियों का स्वागत कर वोट बैंक की राजनीति में शामिल हैं, ममता ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें (मोदी) इतिहास की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से प्रवासी 1971 के इंदिरा-मुजीब समझौते के तहत भारत आए। उन्होंने कहा, ''श्री मोदी को इतिहास नहीं मालूम है। उन्हें नहीं मालूम कि बांग्ला बोलने से कोई बांग्लादेशी नहीं हो जाता।''


ममता ने कहा, ''भारत में अन्यत्र, जो भी बांग्ला बोलता है, उसे बांग्लादेशी कह दिया जाता है। यह भेदभाव है।'' उन्होंने मोदी पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, ''श्री मोदी बंगालियों और गैर बंगालियों को बांटना चाहते हैं। यह निंदनीय है।'' ममता ने कहा, ''श्री मोदी बंगालियों को भारत से भेजना चाहते हैं। वह तय करने वाले कौन होते हैं? वह विभाजनकारी राजनीति में शामिल हैं। वह दार्जिलिंग को विभाजित करना चाहते थे। अब वह राज्य में हिंदू और मुसलमानों को बांटना चाहते हैं।''


उन्होंने कहा, ''बांग्ला विश्व की पांचवीं सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। किसी भाषा के खिलाफ घृणा फैलाना अपराध है। बंगाल के लोग सौहार्द्र के साथ रहते हैं।'' विकास के गुजरात मॉडल पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा, ''उनके शासनकाल में गुजरात के विकास में कमी आयी है।'' इस क्रम में कई आंकड़े देते हुए ममता ने कहा कि बंगाल में राजस्व आय में 31 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई लेकिन गुजरात में यह सिर्फ 15 प्रतिशत रही।


बारह मई को वोट पड़ जायेंगे।


अब तक दिल्ली की कुर्सी मतदाताों ने तय कर दी है।सही को सही,गलत को गलत बताने में कामरेड हिचक क्यों रहे हैं।


जब ममता खामोश थीं,तो आपरोप थे कि संघ परिवार के साथ उनका गुपचुप समझौता है।


अब जब दीदी खुलकर गुजरात नरसंहार,गुजरात में विकास के माडल, धार्मिक भाषाई ध्रूवीकरण और संघ के एजंडे के खिलाफ बोलने लगी हैं,तो हमारे कामरेड नमोमयबंगाल में खामोश क्यों है जबकि राजनाथ सिंह बंगाल में कम से कम दस सीटों का दावा कर रहे हैं और वामपंथियों के लिए दस सीटें निकालना भी मुश्किल है।


बाकी देश में भा अजब तमाशा है।मोदी खुद मुसलमानों के खिलाफ युद्धगोषणा कर रहे हैं और दूसरी तरफ से प्रतिक्रिया होने पर बोलने वालों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के आरोप लगाये जा रहे हैं।चित भी उनकी पट भी उनकी।


संघ परिवार के तमाम घटक,संघी सिपाहसालार और पैदल सेनाएं एक ही कमान से नियंत्रित हैं,सब कुछ सोछी समझी मार्केंडिंग की आधुनिकतम प्रमाली के तहते है।


एक ही कमोडिटी को बाजार में बेचना है,नमोमय भारत।


बाकी सबकुच हाशिये पर।


लेकिन हाशिये पर चले जाने से वे संघ के एजंडा में शामिल मसले खत्म नहीं हो गये हैं।


उसकी याद दिलाने के लिए समय समयपर देश के कोने कोने से अलग अलग कंठ से अलग अलग स्वर उभर रहे हैं।


एक ही बांसुरी के वे अलग अलग छिद् है,जिससे सुर लेकिवन एक ही है।


तीन तीन राम के सिपाहसालार बनाये जाने पर उत्तर प्रदेश में मुलायम और मायावती और बिहार में लालू प्रसाद के करिश्मे से जब दलित मुसलिम ओबीसी वोट बैंक के किले नमो सुनामी को मीडिया सर्वों के विपरीत रोक ही रहे हैं, तो ओबीसी भावी प्रधानमंत्री के हक में ओबीसी संत ने ओबीसी वोट बैंक को दलितों के खिलाफ लामबंद करने की सोची समजी संघी रणनीति के तहत हानीमून पुराण रच दिया।


यह फिसली जुबान का मामला नहीं है,यह है जहरीला संघी समीकरण जिसे हिंदुत्व का मुलम्मा ओढ़ा दिया जाता है।


बलि से पहले बकरे को घास उतनी ही दी जाती है कि बलि के वक्त वह ज्यादा मिमायाकर कर्मकांड में व्यवधान न डालें।


नयनदाज्यू ने बहरहाल बेहद सादगी से यह पहेली परोस दी है।अब बूझ लें आप बूझें तो हमे भी बता दें।


कई दशक बाद भारतीय राज नीति में कुछ अलग हट कर करता दीख रही आम आदमी पार्टी मुझे भी लुभाती है , लेकिन अनेक शंकाएं और आपत्तियां भी मेरे दिल में इसको लेकर है , जिनमे से प्रमुख सफ़ेद टोपी है . यह सफ़ेद टोपी कहीं से भी एक आम आदमी होने का आभास नहीं देती , बल्कि एक विशिष्ट वर्ग का प्रतिनिधित्व तथा अभी व्यक्ति करती है . इसे गांधी टोपी कहा जाता है , लेकिन गांधी ने सिर्फ डेढ़ साल पहन कर इसे उतार फेंका , और इसकी निरर्थकता भांप कर इसे फिर कभी नहीं पहना . दर असल यह टोपी संस्कृति " आप " ने अन्ना हजारे से ली है , जो एक विचार शून्य व्यक्ति साबित हो चुके हैं . भारत के जोगी - जोगटों की तरह अन्ना हजारे को भी अपना आडम्बर महिमामंडित कर खुद को पुजवाने के लिए एक विशिष्ट वस्त्र विन्यास चाहिए . एक निम्न मध्य वर्गीय आम आदमी यह झका झक सफ़ेद टोपी कैसे मेंटेन कर सकता है , जिसके पास नहाने का साबुन भी सुलभ नहीं . क्या पुनर्विचार करेंगे आप ?


असल में राजनीति आम नता की नुमांइंदगी करती नही है।फर्जी जम्हूरियत के तिलिस्म में हम कैद है।इस तिलिस्म को तोड़ने के लिए राज्यतंत्र पर काबिज कुलीन संघी तंत्र के तंत्र मंत्र यंत्र को तोड़ना बेहद जरुरी है। मिट्टी से लथपथ मैले कुचले लोगों की भागेदारी सुनिश्चित किये बिना जो असंभव है।


বাংলাদেশিদের তল্পিতল্পা গুটিয়ে চলে যেতে হবে, হুঁশিয়ারি মোদীর


Aurobinda Dutta

http://ambedkaractions.blogspot.in/2014/04/blog-post_3138.html


 


Mr. PALASH BISWAS DELIVERING SPEECH AT BAMCEF PROGRAM AT NAGPUR ON 17 & 18 SEPTEMBER 2003

Sub:- CITIZEN SHEEP AMENDMENT ACT 2003

https://www.youtube.com/watch?v=B9SiCcQGH1g


https://www.youtube.com/watch?v=B9SiCcQGH1g



বাংলা ভাষায় কথা বললেই 'বাক্স-প্যাঁটরা সমেত ছুড়ে ফেলে দেবে'?১৯৪৭ সালের পরে যাঁরা ভারতে এসেছেন, তাঁরা বিছানা-বেডিং বেঁধে রাখুন! ১৬ মে-র পরে তাঁদের বাংলাদেশে ফিরে যেতে হবে।" আসুন সংকল্প করি ,এই পৃথীবীতে বাংলা ভাষায় যারা কথা বলেন,তারা পৃথীবীর কোথাও এই বর্ণবিদ্বেষী নররক্তপিপাষুর সমর্থনে একটি ভোটও দেব না। ভোট 12 মেতে শেষ হচ্ছে,কিন্তু সারা ভারতে বাঙালির অস্থ্ব বিপর্যয়ে বাটের রাজনীতির উর্ধে বাঙালি জাতিসত্তার সব সীমান্ত ভেঙে ফেলার এই সংক্রমণকালে বাঙালি একজোট না হলে সারা ভারতবর্ষ কিন্তু পর্ব বঙ্গ হয়ে যাবে।

http://shudhubangla.blogspot.in/2014/04/12.html

বাংলাদেশী জিগির তুলে ভারত ভাগের বলি মানুষদেরই নাগরিকত্ব থেকে বন্চিত করে সারা দেশ ব্যাপী অভিযান চলছে কংগ্রেস বিজেপি যোগসাজসে।



বাংলাভাগের পর হিন্দূ রাষ্ট্রের নয়া জিগির আবার ভারত ভাগের বলি বাঙালি উদ্বাস্তুদের জন্য অশনিসংকেত বাংলার বুকে দাঁড়িযে সঙ্ঘ পরিববারের কুলশিরোমণি বাংলাদেশী অনুপ্রবেশ ইস্যুক সর্বাধিক গুরুত্ব দিয়ে আবার হিন্দূ মুসলিম বিভাজনে বাংলা জয়ের ঘোষণা করে গেলেন।


আসলে নজরুল ইসলাম ও রেজ্জাক মোল্লার নেতৃত্বে যে দলিত মুসলিম সংগঠন আগামি বিধানসভা নির্বাচনে ব্রাহ্মণ্যতান্ত্রিক আধিপাত্যের অবসাণে অন্ত্যজদের ক্ষমতায়ণের যুদ্ধঘোষণা করেছে,তাঁরই প্রতিক্রিয়া ও ক্ষমতাগোষ্ঠির রণকৌশল হল গৌরিক পতাকার এই আক্রামক আস্ফালন,হিন্দু মুসলিম বিভাজন ও কখনো ভারত ভাগের আগের মত দলিত মুসলিম একতায় ক্ষমতাবেদখল হতে না দেওয়ার জোর প্রস্তুতি।

Narendra Modi threatens to deport Bangaldeshis if BJP comes to power


http://shudhubangla.blogspot.in/2014/04/blog-post_8983.html



जनसत्ता में प्रकाशित पूरी रपट गौरतलब हैः

श्रीरामपुर (पश्चिम बंगाल)/अमदाबाद। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी ने चेतावनी दी है कि राजग के सत्ता में आने पर बांग्लादेशियों को वापस भेजा जाएगा। इससे पहले एक साक्षात्कार में नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर धर्मनिरपेक्षता के बंकर में छिपने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि पार्टी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है।


मोदी ने कहा,'मैं यहां से चेतावनी देना चाहता हूं, भाइयों और बहनों, आप लिख लीजिए कि हम 16 मई के बाद इन बांग्लादेशियों को उनके बोरिया बिस्तर के साथ सीमापार भेजेंगे।' उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं। उन्होंने इस मिश्रित आबादी वाले निर्वाचन क्षेत्र में ममता पर निशाना साधते हुए कहा,'आप वोट बैंक की राजनीति के लिए बांग्लादेशियों के लिए पलक पांवड़े बिछा रही हैं।' इस संसदीय क्षेत्र में बहुत बड़ी संख्या में हिंदी भाषी हैं, जो यहां के जूट मिलों में मजदूरी करते हैं।

मोदी ने कहा,'यदि बिहार से लोग आते हैं तो वे आपको बाहरी लगते हैं, यदि ओड़िशा से लोग आते हैं तो वे आपको बाहरी लगते हैं। यदि मारवाड़ी आते हैं तो आप उदास हो जाते हैं। लेकिन यदि बांग्लादेशी आते हैं तो आपके चेहरे चमक जाते हैं।' उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी वोट बैंक की राजनीति के लिए देश के लोगों का अपमान कर रही हैं। उन्होंने कहा,'35 साल में वामदलों ने जितना नुकसान पहुंचाया, आपने उससे भी ज्यादा नुकसान 35 महीने में किया।'

इससे पहले एक साक्षात्कार में नरेंद्र मोदी ने कांगे्रस पर धर्मनिरपेक्षता के बंकर में छिपने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि पार्टी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा कि नई लोकसभा में कांगे्रस के लिए 100 सीट के स्तर तक पहुंचना भी दुरुह काम लग रहा है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आरोप कि उनका चुनाव प्रचार धार्मिक कट्टरता, धन और बल का खतरनाक गठजोड़ है, इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार ने कहा,'निश्चित हार का सामना कर रही वह (कांगे्रस) अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। वह एक बार फिर धर्मनिरपेक्षता के बंकर में छिपने का प्रयास कर रही है।'


मोदी ने कहा,'उसकी अंतिम उम्मीद है कि किसी तरह 100 सीटों के स्तर को पार किया जाए जो उसके लिए दुरुह काम लग रहा है।' सोनिया के कटाक्ष कि वह भारत को स्वर्ग बनाने का वादा कर रहे हैं, मोदी ने कहा,'मैंने कभी यह नहीं कहा कि मैं भारत को स्वर्ग बना दूंगा और मेरे पास सभी समस्याओं का हल है। मैं आश्वस्त हूं कि लोग भी मुझसे यह उम्मीद नहीं करते।'

प्रियंका गांधी की ओर से उनके परिवार और उनके पति राबर्ट वडरा को लेकर जलील करने के मोदी पर लगाए गए आरोप के सवाल पर भाजपा नेता ने कहा,'यह स्वाभाविक है कि एक बेटी अपनी मां का बचाव करना पसंद करेगी। एक बहन अपने भाई का बचाव करना पसंद करेगी। मुझे उसे लेकर कोई दिक्कत नहीं है।'  

नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर गोधरा की घटना के बाद 2002 में गुजरात में हुए दंगों के बारे में किसी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। लेकिन एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि उनके विरोधियों को उनके खिलाफ भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद या अक्षमता के गंभीर आरोप नहीं मिल पा रहे हैं। इस सवाल पर कि क्या वह मुसलमानों को यह आश्वासन देना चाहेंगे कि वे सुरक्षित महसूस करें और उनके नेतृत्व में सरकार बनने पर किसी के खिलाफ भेदभाव नहीं करेगी, मोदी ने कहा कि किसी के असुरक्षित महसूस करने की वजह नहीं है, चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान। उन्होंने कहा,'हम 125 करोड़ भारतीयों की सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा आदर्श नारा है,'सबका साथ सबका विकास'।'

उधर, उत्तर प्रदेश फतेहपुर में जनसत्ता संवाददाता श्रवण श्रीवास्तव के मुताबिक नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिना नाम लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मां-बेटे झूठ का पुलिंदा है। देश को शासक की नहीं सेवक की जरूरत है। साठ साल बाद भी उत्तर प्रदेश की जनता बिजली, पानी आदि समस्याओं से जूझ रही है। जनता के अरमानों को लूटा गया है। मोदी फतेहपुर में भाजपा उम्मीदवार साध्वी निरंजन ज्योति के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वो पूरा देश घूमें हैं। लेकिन आजादी के 60 साल बाद हर जिले के लोग एक ही बात कहते हैं कि पीने का पानी नहीं है। मैं हैरान हूं कि फतेहपुर, रायबरेली जैसे बड़े-बड़े दिग्गजों का कार्यक्षेत्र होने के बाद भी महिलाओं के लिए शौचालय नहीं है। उन्होंने कहा कि मां-बेटे दोनों झूठ बोलने में आगे चल रहे हैं।


2003 সাল থেকে নাগরিকত্ব সংশোধণী আইন বোঝানোর চেষ্টা করছি লাগাতার,সারা দেশ চষে ফেলা হল,বোঝাতে পারিনি! নরেন্দ্র মোদীকে ধন্যবাদ,1947 এর পরে আসা মানুষদের বাংলাদেশী বিতাড়ণের লক্ষ্য ঘোষিত করার জন্য!

Mr. PALASH BISWAS DELIVERING SPEECH AT BAMCEF PROGRAM AT NAGPUR ON 17 & 18 SEPTEMBER 2003 

Sub:- CITIZEN SHEEP AMENDMENT ACT 2003

https://www.youtube.com/watch?v=B9SiCcQGH1g

https://www.youtube.com/watch?v=B9SiCcQGH1g


2003 সাল থেকে নাগরিকত্ব সংশোধণী আইন বোঝানোর চেষ্টা করছি লাগাতার,সারা দেশ চষে ফেলা হল,বোঝাতে পারিনি!

নরেন্দ্র মোদীকে ধন্যবাদ,1947 এর পরে আসা মানুষদের বাংলাদেশী বিতাড়ণের লক্ষ্য ঘোষিত করার জন্য!
মমতা ব্যানার্জি বাংলার প্রথম নেত্রী যিনি স্পষ্ট ভাষায় এই বর্ণবিদ্বেষী বাঙাল খেদাও অভিযানের বিরুদ্ধে কঠোর প্রতিবাদ করেছেন!
আমি তৃণমুলি বা সিপিএম নই,কিন্তু মনে করি বাঙালি জাতি সত্তার বিপর্যয়ের বিরুদ্ধে রাজনীতির উর্ধে সব বাঙালিদের সব সীমান্ত ডিঙিয়ে দলমত ধর্ম জাতি নির্বিশেষ ফ্যাসিবাদী জায়নবাদী করপোরেট সঙঘ পরিবারের এই এজেন্ডার বিরুদ্ধে এখনই পথে নামা অস্তিত্ব বাঁচানোর জীবন মরণ লড়াই!
ভোট শেষ হবে12 ই মে,16 মে বাক্সপ্যাটরা গুছিয়ে ফেলতে বলেছেন ভাবী প্রধানমন্ত্রী!
হয়বাক্স প্যাটরা গুছিয়ে নিন,নয় প্রতিবাদ করুন!
এখনও হিন্দুত্ববাদীরা বিভ্রান্ত করছে যে মোদী বাংলাদেশী বলতে মুসলমান বোঝাচ্ছেন, পূর্ব বঙ্গ থেকে আসা বাংলার বাইরের 1950 সাল থেকে পুনর্বাসিত উদ্বাস্তুরা কি মুসলমান?
কেন্দ্রা পাড়ায় নোয়াখালি থেকে ভারত ভাগের পর যাদের তাড়ানো হল তাঁরা কি মোসলমান?
উত্থরাখন্ডে প্রথম বিজেপি সরকার যে 1950 থেকে ঔ রাজ্যে ও উত্তরপ্রদেশে বসবাসকারী বাঙালি উদ্বাস্তুদের বাংলাদেশি ঘুসপেঠিয়া বলে চিন্হত করে ছিল,তাঁরা কি মুসলমান?
হিন্দু মুসলিম বিভাজন,বাঙালি অবাঙালি বিভাজন সংঘ পরিবারের বর্ণবিদ্বেষী করপোরেট আধিপাত্যের খেলা!
বাংলার বাইরে বংশানুক্রমে বাঙাল ঘটি মুসলামান সবার জমি জায়গা সম্পত্তি দখল করার এই বেনজির চক্রান্তের বিরুদ্ধে উঠে দাঁড়ান!
পলাশ বিশ্বাস

Tuesday, April 29, 2014

বাংলাদেশিদের তল্পিতল্পা গুটিয়ে চলে যেতে হবে, হুঁশিয়ারি মোদীর


 
বাংলাদেশিদের তল্পিতল্পা গুটিয়ে চলে যেতে হবে, হুঁশিয়ারি মোদীর

কাঁটাতার পেরিয়ে টুক করে ঢুকে এ দেশে যারা সেঁধিয়ে যায়, সেই বাংলাদেশি অনুপ্রবেশকারীদের কপাল খারাপ হতে চলেছে। অন্তত নরেন্দ্র মোদী যে হুঁশিয়ারি দিয়েছেন, তা থেকে এটাই বোঝা যাচ্ছে। রবিবার শ্রীরামপুরে একটি জনসভায় বলেছেন, ১৬ মে-র পর বাংলাদেশিদের তল্পিতল্পা গুটিয়ে ফিরে যেতে হবে।
নরেন্দ্র মোদী ভালোই জানেন, অনুপ্রবেশের কারণে পশ্চিমবঙ্গ কী ভয়ানক অবস্থায় রয়েছে! তাই বলেছেন, "লিখে নিন, ১৬ মে-র পর এই বাংলাদেশিদের তল্পিতল্পা গুটিয়ে তৈরি হতে হবে। এ দেশে আর থাকা চলবে না।"
http://bengali.oneindia.in/news/west-bengal/come-16-may-bangladeshi-infiltrators-must-pack-up-warns-modi-001462.html
 — with Rajib Sengupta,Raja Prodipto PurkayasthaKirtibijoy BhattacharjeePartha Sarathi ChowdhuryRanjit ChakrabortyKishore KarJishnu Prasad SenAshim Pal AryaAyan DeySubrata RajaAjoy KonwarAmit Kumar Sharma Sun,Shreehari BorikarRini RoyGautam PaulPrasenjit ChakrabortyDr-Indranil GangulySourav AcharyaAbhijit Kumar DasAbhijit NaMo Nath,Dipti BaroiNandan ChakrabortySubhradeep DasDebopam PurkayasthaIndranil Khan and Bunibroto Dasgupta.
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  • Sushanta Kar গালি ছাড়া কিছু শিখেছেন? মাঝে মধ্যে নিজেদের পাপ কর্মও কিছু দেখে নেবেন। মুসলমান বাদ দিন হিন্দুদের বিরুদ্ধে হিন্দুত্ববাদীদের পাপ। এন ডি এ সরকার ছিল না ছ বছর? কী করেছে উদ্বাস্তুদের জন্যে? ন্যুনতম নাগরিক অধিকার টুকুও দেয় নিঃ These refugees have settled and ...See More
    www.indiankanoon.org
    SHRI BASU DEB ACHARIA (BANKURA):  Mr. Chairman, Sir,  I am raising an issue pert... See More
    3 hours ago · Like · 1
  • Sushanta Kar হিম্মত থাকত তো মোদীর উচিত ছিল বলা মরিচঝাঁপি হত্যার বিচার করবেন। বলেন নি। কারণ দলিতদের সুবিচার দেয়া তাঁর উদ্দেশ্য নয়।http://empireslastcasualty.blogspot.in/.../rebirth-of...
    empireslastcasualty.blogspot.com
    SirMy name is Sonjib, son of Mr Mukul Mukhopadhyay. I spent my childhood at Kora... See More
  • Sushanta Kar ছত্রিশ গড়ে আপনাদের হিন্দু সরকার কেমন হিন্দু বাঙালি দলিত উচ্ছেদ করে দেখে নিনঃhttp://www.peasantautonomy.org/iron-factories-bengali.html
    www.peasantautonomy.org
    photo series Bengali community, problems with a mine project;Dharamjaigarh, Raigarh district of Chhattisgarh
  • Sushanta Kar Exactly 30 years ago, Dalits, in West Bengal, came to realize the true nature of Indian state that is being dominated, in every sense, by a tiny section of population but at a great personal cost. It was in 1979, when thousands of Dalits, refugees from...See More
  • Chiranjit Sinha Aj bangladesh r abidho anuprobes karider jonno,w.b r simanto borti district gulir abostha sochonia,,law and order r abostha ekbare talanite pou6eche,simanto borti gramer manus dr rater ghu ude ge6e bangladesi dakat dr voi,aboidho goru pachar,sona pacha...See More
    2 hours ago · Like · 2
  • Jobeda Khaton আপনাকে বলছি। মন দিয়ে পড়েন।

    যেখানে সভ্য পৃথিবী ইসলামের রক্ত দিয়ে গোসল করে। যেখানে সভ্য পৃথিবী মুসলিম মেরে ফেলা একটা মহা পূর্নের কাজ হিসাবে বিবেচিত হয়। খোদ ভারতীয় দর্শণ বৌদ্ধদের রাষ্ট চীন-জাপান-কোরিয়া ইত্যাদি রাষ্ট্র সমূহে ইসলামের প্রশ্রয় আশ্রয় তো দুরের
    ...See More
    2 hours ago · Like · 2
  • Sushanta Kar "আপনাকে বলছি। মন দিয়ে পড়েন।" এই সব বাজে কথা বার্তা শুনে শুনে আর পড়ে পড়ে বড় হয়েছি তো। নতুন করে আর কী পড়ব? এগুলো কোনো সভ্য মানুষের পড়বার জিনিস?Saradindu UddipanPalash BiswasJagadish Roy কথা বলুন , দেখি।
    2 hours ago · Like · 1
  • Jobeda Khaton সৌদি, ইরান, ইরাক, আফগান, কুয়েত ইত্যাদি প্রতিটা ইসলামরাষ্ট্রে হিন্দুদের জন্য মন্দির, মূর্তিপূজা, অগ্নিপূজা, শাস্ত্রীয় সঙ্গীত, নিরামিষ খাদ্য ইত্যাদি হিন্দু সংস্কৃতির ব্যবস্থা গ্রহন করাকে আপনি কি যুক্তসঙ্গত মনে করেন? হিন্দুরা আমাদের মুসলিমদের জন্য তাদের র...See More
    2 hours ago · Like · 3
  • Arun Mukhopadhyay যাঁদের ঘরের নিরন্নদের ছেড়ে illegal immigrants from bangladesh দের জন্য এত দরদ,কে মাথার দিব্বি দিয়েছে তাদের এই ভারতে থাকতে? বেশক্ চলে যেতে পারেন বাংলাদেশে। কিন্তু সেখান থেকে বিতাড়িত হয়ে আবার ল্যাজ গুটিয়ে ভারতে এসে,আবার যারই শীল যারই নোড়া তারই ভাঙ্গি দাঁতের গোড়া করে ভারতকে গাল দেবার সময় মনে রাখবেন আপনি না ঘর কা না ঘাটকা জগৎ শেঠ ভারত dictatorial country হলে treason এর দায়ে মুন্কাডু টা না গেলেও নিশ্চয় কারাবদ্ধ থাকতেন ।
    2 hours ago · Like · 1
  • মহাকাল বিয়ন্ড দ্যা টাইম এই Jobeda Khaton RSS মার্ক করা পাবলিক, এরা এককটা নর পিষাস, এদের সাথে কথা বলার কোনো মানেই হয় না।
    2 hours ago · Like · 1
  • Sushanta Kar আরে মশাই এতো ভাবনা কিসের? আপনাদের মহান নেতারা তো বলেই দিয়েছেন, আমাদের বাংলাদেশ বা পাকিস্তানে পাঠিয়ে দেবন। তা দিন কইয় সবুর করুন, আগে ক্ষমতাতে আসতে দিন না। যাব আর কি এতো ব্যস্ত কিসের?
  • Sushanta Kar সেই তো মানে হয়ই না তো। গোটা ভারত জুড়ে আর এস এস-এর হিন্দুত্ববাদী ক্যাডারদের লাগানোই হয়েছে আন্তর্জালে এভাবে ত্রাস ছড়াতে। জানা নেই! সমাজের আবর্জনা সব।
  • মহাকাল বিয়ন্ড দ্যা টাইম মন্দির, মূর্তিপূজা, অগ্নিপূজা, শাস্ত্রীয় সঙ্গীত, নিরামিষ খাদ্য ইত্যাদি কে কি Jobeda Khaton বাংলাদেশে ব্যান্ড করতে চাইছে ?
  • Hrithik Rohit jdi india abr muslim der dkhole jay,ami indiar sb secular hindu k age mere felbo..den muslim @sushant
    2 hours ago · Edited · Like · 1
  • Arun Mukhopadhyay যখন আপনাদের হিন্দু সরকার মুসলমানদের কি অত্যাচার বলে বিশেষ সুবিধা হল না,এষে গেল দলিত card. Rini Roy why you have kept this person in your friends list. Birds of the same feather can only flock together. If you continue having him in your friend list, sorry I will have to unfriend you. I do not want my home page filled with garbage.
  • Chiranjit Sinha ei,j mr. Susanta kar or whatever u may be,,kotha sune to jamater dalal mone hoi,jai hok apni denna nijer barite apnar piriter vai bangladesi der asroy,age ekta example creat kartn,thn anyodr sekhaben,ekhane sokoleri mathai budhi r bastob bodh a6e,apnar...See More
    2 hours ago · Like · 1
  • মহাকাল বিয়ন্ড দ্যা টাইম নিরামিষ খাদ্য আবার কবের থেকে হিন্দু সংস্কৃতির মধ্যে এল ? আর না বুঝে হিন্দু না বুঝে সংস্কৃতির। শুধু ধর্ম দিয়ে দাঙ্গা বাঁধাতে ভালবাসে ?
    2 hours ago · Like · 1
  • মহাকাল বিয়ন্ড দ্যা টাইম সবচেয়ে বড় কথা Jobeda Khaton এন্ড কং রা ভারতকে আরবের মত গড়া ধর্মীয় রাষ্ট্র ভেবে বসে আছে। ..............হয়েছে !!!!!!!!........
  • Chiranjit Sinha To apnader mto pak premider dr pakistane pathia deoa tai to valo,j des apnar ekdom valo lagena,sekhane theke ki maraben?janna piriter vaidr ka6e,everyday malaun bole jutor bari marbe,r thutu phelbe mukhe setai to valo apnar,susanto..amra na samprodiek jan apnar asampro daik vaidr ka6e.
    2 hours ago · Like · 1
  • Sushanta Kar কী সব ভাষা মাইরি , এক এক জনের কথা বলবার । সব আর এস এস-এর স্কুলে শিখে আসে।
  • Jobeda Khaton হিন্দুরা আজীবন ভেজিট্যারিয়ান।http://agniveerinbanla.com/Vedic%20Food.html
    agniveerinbanla.com
    " পাষণ্ড তারা যারা প্রানি-মাংস ভোজন করে। তারা যেন প্রকারান্তরে বিষপান করে। ইশ্বর তাদের যেন উপযুক্ত শাস্তি প্রদান করেন।" ঋগ্বেদ ১০.৮৭.১৬-১৯
  • মহাকাল বিয়ন্ড দ্যা টাইম মনে রাখবেন এটা মোদী'র বাপের জমিদারি নয়। এবং এটা গুজরাত নয়। এটা আমাদের পশ্চিমবঙ্গ। মনে হয় মোদী মানসিক ভারসাম্য হারিয়েছে। ভয় নেই মোদী আর মোদী প্রামিদের খুব তাড়াতাড়ি মানসিক চিকিত্সার জন্য পাঠানো হবে .......
    2 hours ago · Like · 1
  • Sushanta Kar Chiranjib Lahiri আপনাদের দালাল নই সেতো বুঝতেই পারছেন। এই জনমে হবার সাধও নেই।
  • Chiranjit Sinha tar age tor mto jamat premi dr ,,todr pobirtro jahan bangladese pathano hbe,mahakal.
    2 hours ago · Like · 1
  • মহাকাল বিয়ন্ড দ্যা টাইম তাহলে যারা আমিস খায় তারা হিন্দু নয় ? হয় কি সর্বনাশ ? কিন্তু রিক বেদে প্রমাণ আছে সেই সময় ব্রাহ্মণরা গরুর মাংশ খেত।
  • Chiranjit Sinha Apnar mto 4th class desdrohider edser citizen hobar jogotao nei,susanta.
    2 hours ago · Like · 1
  • Vikramaditya Chandragupta  ভারতকে মুছলিমরাই ধব্ংস করে দিল। তাহলে প্রশ্ন উঠতে পারে, খৃষ্টানরা নয় কেন? কারণ খৃষ্টানরা সংস্কারপন্থী। খৃষ্টানরা বাইবেল থেকে সড়েছে এবং তার বৈদিক চর্চাও করে। ইওরোপের রাষ্ট্রে বৈদিক সংস্কৃতির চর্চ হয়।

    কংগ্রেস নামক কিছু অসুর ও দূর্যোধনের জাত ভাইরা এই সব বিদেশী ইরান-সৌদি পন্থীদের আশ্রয় দিয়ে গোটা ভারতটাকে একটা বিজাতী কালচারে রূপ দিল। তবে এটা আশার সংবাদ যে, নিজের অজান্তে হলেও হিন্দুরা জেগে উঠেছে।
    2 hours ago · Like · 1
  • Vikramaditya Chandragupta  ভারতের ১০০% মুছলিম চায় ভারতে ইসলাম কায়েম হোক।

    বাইবেল-কোরানপন্থীদের নিয়েই আমাদের সমস্যা। খৃষ্টারা বাইবেল থেকে সড়ে এসেছেন এবং তার জন্য আমরা তাদেরকে ধন্যবাদ জানাই। ইওরোপ রাষ্ট্রগুলিতে বৈদিক ধর্ম চর্চার সুযোগও দিয়েছেন ওনারা।
    ...See More
    2 hours ago · Like · 1
  • Sushanta Kar "ভারতের ১০০% মুছলিম চায় ভারতে ইসলাম কায়েম হোক।"--বেশতো আপনারা চান হিন্দু ধর্ম কায়েম থাক, হিন্দু ধর্মও নয় ব্রাহ্মণ আদিপত্যবাদ। তো তারা কি অপরাধ করল? এই দেশ তাদেরও। তাই তাদের ধর্ম কায়েম করতে চায়। আপনাদের খৃষ্টান প্রেম দেখেছি তো গ্রাহাম স্টেইন হত্যা লীলা আর দেশ জূরে নান দের ধর্ষণ করবার বেলা। ভুলে কি গেছি, সুযোগ পেলে কী সব কারবার করতে পারে আপনাদের মানুষজন।
  • Vikramaditya Chandragupta  i agree 100% all above comments of Jobeda Khaton Jobeda
  • Jobeda Khaton --by Ishaimoon Moonishai.
  • Sajal Paul besh koreche, bangladeshe hindu kelabe ar ekhane ese mourasipatta!! keliye tarano habe.
  • Sajal Paul অনুপ্রবেশের কারণে পশ্চিমবঙ্গ কী ভয়ানক অবস্থায় রয়েছে! তাই বলেছেন, "লিখে নিন, ১৬ মে-র পর এই বাংলাদেশিদের তল্পিতল্পা গুটিয়ে তৈরি হতে হবে। এ দেশে আর থাকা চলবে না।" মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়কে নিশানা করে তিনি বলেন, "ভোটব্যাঙ্ক রাজনীতির স্বার্থে আপনি ওদের লাল কার্...See More
  • Rahul Banerjee due to speech in shreerampur modi losing popularity in asansol due the bangal(post 1946) voters are scared they may be targeted.
  • Sajal Paul jadi kono burbak ulto mane kore tahole kichu bolar nei. original ki bola hoyeche seta jana proyojon. "বাংলাদেশ থেকে একটি নির্দিষ্ট সম্প্রদায়ের লোকজন কীভাবে এ দেশে ঢুকছে আর পাকাপাকিভাবে বসবাস করছে, সেটা তদন্ত করে দেখা হবে।"
  • Aurobinda Dutta @sushanta kar. ... sir ami upnake bolechilam ami kichu bolbo na ..karon upni vhaben ami MODI PREMI ..tai ami kichu boli upni vhabten j ami MODIr hoye bolchi ..tai ami na bolleo ekhane oneke bollo sotti r bastob gulo ... Ekhane comnt korar modhy ami ekj...See More
  • Chiranjit Sinha ok sir bole,sir word take apobitro korbenna arobindo da,,karon ota ekta thanda mathar criminal ,desdrohi.
  • Ayan Roy বাংলাদেশ থেকে আনেক হইন্দুদের তলপি তলপা গুটিয়ে চলে আসতে হয়েছে।সেই জন্যই এদেশ থেকেও মুসলিমদের চলে যেদে হবে।।।
  • Sushanta Kar Aurobinda Dutta আপনি মন্তব্য করবেন না বলেছিলেন, আমিও বাকি কথা আপনাকে ট্যাগ করে বলিনি তাই। বাকি মোদো পন্থী সন্ত্র্বাশবাদীদের বলছিলাম। যাদের সংগে যুক্তিপূর্ণ তর্ক করবার কোনো মানে হয় না। তবু আপনি যখন জিজ্ঞেসই করলেন, আমি বাংলাদেশী প্রেমি কেন, উত্তরে বলি, ব...See More
  • Jishnu Prasad Sen pungi bajao, mullae hathao, sontrasi mullader bd te export krteii hbe
  • Palash Biswas "১৯৪৭ সালের পরে যাঁরা ভারতে এসেছেন, তাঁরা বিছানা-বেডিং বেঁধে রাখুন! ১৬ মে-র পরে তাঁদের বাংলাদেশে ফিরে যেতে হবে।"
    মোদির এই হুংকার থেকে ক্রমশই বেরিয়ে আসছে আরএসএস, বিশ্ব হিন্দু পরিষদ, সারা ভারত ব্রাহ্মণ সভা, বজরং দল প্রভৃতি গৈরিক সন্ত্রাসবাদীদের প্রলয় মিশনের গোপন এজেন্ডা।
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