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यह फैसला प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में किया गया। बैठक में कृषि मंत्री शरद पवार भी मौजूद थे, जो आईसीसी के अध्यक्ष हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इस विश्वकप-2011 में कर में छूट आईसीसी की सहायक इकाइयों को उनकी उसी आमदनी के लिए मिलेगी, जिनमें अनुबंधों के तहत कर देयता बनती है।
उन्होंने कहा कि इसमें छूट की लगभग 45 करोड़ रुपए की राशि बनती है। वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार आईसीसी को इस विश्वकप से कुल 1,476 करोड़ रुपए की प्राप्ति होगी, जबकि इसके आयोजन का खर्च 571 करोड़ रुपए है। (भाषा)
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भारत और श्रीलंका के बीच शनिवार को यहाँ होने वाले क्रिकेट विश्व कप फाइनल से पहले आतंकी हमले की धमकियों के चलते शहर में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किये गये हैं जिससे वानखेड़े स्टेडियम किले में तब्दील हो गया है। मुंबई पुलिस के अलावा, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, महाराष्ट्र की एलीट फोर्स वन, रैपिड एक्शन फोर्स, राज्य की रिजर्व पुलिस बल और क्विक रेसपोंस टीम स्टेडियम का जायजा ले रही हैं, जिसमें...
शंघाई के बाद बीजिंग चीन का दूसरा शहर बन गया है जहाँ दंपतियों के लिए परिवार नियोजन नीति में थोड़ी ढील दी गई है। इससे ऐसा लगता है चीन एक बच्चे की तीन दशक पुरानी नीति को...
योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि राजनीति में आने के बारे में वह जून के बाद फैसला करेंगे। बहरहाल, रामदेव ने कहा कि यदि कोई राजनीतिक मंच बनता है, तो भी वह कोई पद ग्रहण नहीं करेंगे।
हॉलीवुड अभिनेत्री लिंड्से लोहान पर ढाई हजार डॉलर कीमत का गले का हार चुराने के आरोप लगाने वाले आभूषण स्टोर ने उस क्लोज सर्किट फुटेज को ऑनलाइन कर दिया है, जिसमें लोहान को कथित रूप से चोरी करते दिखाया गया है। टीएमजेड ऑनलाइन के अनुसार कैलीफोर्निया के वेनिस स्थित आभूषणों के स्टोर कैमोफी एंड कंपनी ने उस ऑनलाइन फुटेज को एक बार देखने के लिए 2.99 डॉलर कीमत वसूल रहा है, जिसमें लोहान को कथित रूप से गले का हार...
1 Apr 2011, 1555 hrs IST,आईएएनएस
मुंबई।। आठ दिनों की लगातर बढ़त के बाद नए वित्त वर्ष के पहले दिन शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। सुबह कारोबार की शुरुआत बाजार में मजबूती के साथ हुई लेकिन ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली से सेंसेक्स 24.83 अंक नीचे 19420.39 पर और निफ्टी 7.70 अंक गिरकर 5826.05 पर बंद हुआ।
इससे पहले सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 17.89 अंक बढ़कर 19,463.11 पर खुला। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी 1.25 अंक बढ़कर 5,835 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार में बीएसई में कैपिटल गुड्स, बिजली और एफएमसीजी सेक्टर के सूचकांकों में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की गई, वहीं बैंकिंग और रियल्टी सूचकांकों में गिरावट का रुख रहा।
इससे पहले सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 17.89 अंक बढ़कर 19,463.11 पर खुला। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी 1.25 अंक बढ़कर 5,835 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार में बीएसई में कैपिटल गुड्स, बिजली और एफएमसीजी सेक्टर के सूचकांकों में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की गई, वहीं बैंकिंग और रियल्टी सूचकांकों में गिरावट का रुख रहा।
चेक के जरिए पेमेंट होगा महंगा
31 Mar 2011, 2038 hrs IST,भाषा
31 Mar 2011, 2038 hrs IST,भाषा
नई दिल्ली।। चेक के जरिए भुगतान शुक्रवार से महंगा हो जाएगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने चेक क्लियरेंस के लिए बैंकों को अधिक शुल्क लगाने की अनुमति दे दी है। खासकर अधिक धनराशि के या फिर दूसरे स्टेशनों के चेक पर बैंक अधिक शुल्क वसूल सकेंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक के सर्कुलर के अनुसार, बैंकों को एक लाख रुपये से अधिक राशि के चेक की स्पीड क्लियरिंग पर फीस तय करने का अधिकार होगा। यह सर्कुलर शुक्रवार से लागू हो रहा है।
अभी बैंकों को एक लाख रुपये से अधिक के चेक की स्पीड क्लियरिंग पर 150 रुपये से अधिक फीस वसूलने का अधिकार नहीं है, जबकि एक लाख रुपये तक के चेक पर कोई फीस नहीं लगता है। हालांकि, नई व्यवस्था में भी एक लाख रुपये तक के चेक क्लियरेंस पर कोई फीस नहीं लगेगा।
स्पीड क्लियरिंग का मतलब आउटस्टेशन चेकों का इलेक्ट्रॉनिक तरीके से क्लियरेंस करना है। इसमें चेक उसी शहर में रहता है, जहां उसे जारी किया गया है और उसे पाने वाले सेंटर यानी जहां चेक का भुगतान होना है, भेजने की जरूरत नहीं होती।
लोकल क्लियरिंग पर भी चेक भुगतान करने वाला बैंक शुक्रवार से हर चेक पर 1.50 रुपये वसूल सकता है। अभी तक यह शुल्क एक रुपये प्रति चेक था। वहीं लोकल क्लियरिंग की ट्रंकेशन प्रणाली (इलेक्ट्रानिक तरीके से काम करने वाली) में चेक को स्कैन करके भेजा जाता है। इस पर अब बैंक प्रति चेक एक रुपये का सेवा शुल्क वसूल सकेंगे, जो अभी तक 50 पैसे प्रति चेक है।
भारतीय रिजर्व बैंक के सर्कुलर के अनुसार, बैंकों को एक लाख रुपये से अधिक राशि के चेक की स्पीड क्लियरिंग पर फीस तय करने का अधिकार होगा। यह सर्कुलर शुक्रवार से लागू हो रहा है।
अभी बैंकों को एक लाख रुपये से अधिक के चेक की स्पीड क्लियरिंग पर 150 रुपये से अधिक फीस वसूलने का अधिकार नहीं है, जबकि एक लाख रुपये तक के चेक पर कोई फीस नहीं लगता है। हालांकि, नई व्यवस्था में भी एक लाख रुपये तक के चेक क्लियरेंस पर कोई फीस नहीं लगेगा।
स्पीड क्लियरिंग का मतलब आउटस्टेशन चेकों का इलेक्ट्रॉनिक तरीके से क्लियरेंस करना है। इसमें चेक उसी शहर में रहता है, जहां उसे जारी किया गया है और उसे पाने वाले सेंटर यानी जहां चेक का भुगतान होना है, भेजने की जरूरत नहीं होती।
लोकल क्लियरिंग पर भी चेक भुगतान करने वाला बैंक शुक्रवार से हर चेक पर 1.50 रुपये वसूल सकता है। अभी तक यह शुल्क एक रुपये प्रति चेक था। वहीं लोकल क्लियरिंग की ट्रंकेशन प्रणाली (इलेक्ट्रानिक तरीके से काम करने वाली) में चेक को स्कैन करके भेजा जाता है। इस पर अब बैंक प्रति चेक एक रुपये का सेवा शुल्क वसूल सकेंगे, जो अभी तक 50 पैसे प्रति चेक है।
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