Welcome

Website counter
website hit counter
website hit counters

Twitter

Follow palashbiswaskl on Twitter

Tuesday, September 2, 2014

ये शफ़क़ शाम हो रही है अब / दुष्यंत कुमार

आज प्रिय कवि दुष्यंत कुमार का जन्म दिन है।

ये शफ़क़ शाम हो रही है अब / दुष्यंत कुमार

ये शफ़क़ शाम हो रही है अब
और हर गाम हो रही है अब

जिस तबाही से लोग बचते थे
वो सरे आम हो रही है अब

अज़मते—मुल्क इस सियासत के
हाथ नीलाम हो रही है अब

शब ग़नीमत थी, लोग कहते हैं
सुब्ह बदनाम हो रही है अब

जो किरन थी किसी दरीचे की
मरक़ज़े बाम हो रही है अब

तिश्ना—लब तेरी फुसफुसाहट भी
एक पैग़ाम हो रही है अब

No comments:

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...