लंदन, 14 जून (एजेंसी) राष्ट्रपति पद के लिए अपना नाम प्रस्तावित किये जाने से आश्चर्यचकित पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने कहा है कि यदि इस विषय पर व्यापक सहमति बन जाती है तो ही वह इस बारे में सोच सकते हैं।
इस पद के लिए समाजवादी पार्टी :सपा: और तृणमूल कांग्रेस द्वारा उनका नाम सुझाए जाने पर आश्चर्य प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, ''यदि :इस विषय पर: व्यापक सहमति बन जाती है तब मैं इसके बारे में विचार कर सकता हूं। ''
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम के साथ ही चटर्जी का नाम इस पद के लिए आगे बढ़ाया है । इसे कांग्रेस द्वारा प्रणव मुखर्जी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के नाम प्रस्तावित किये जाने के टक्कर के रूप देखा जा रहा है।
चटर्जी ने लंदन से एनडीटीवी पर कहा, ''मैं यह देखकर आश्चर्यचकित हूं कि दो बड़े राजनीतिक दलों ने मेरा नाम सुझाया है। एक कांग्रेस का सहयोगी दल :तृणमूल कांग्रेस: है जबकि दूसरा महत्वपूर्ण पार्टी :समाजवादी पार्टी: है। इंगलैंड में मेरी मौजूदगी ही यह दर्शाता है कि मैं ऐसी संभावनाओं से अवगत नहीं हूं।'' चटर्जी ने कहा कि हालांकि उन्हें इसकी कभी कल्पना नहीं की थी लेकिन वह बहुत नम्र महसूस कर रहे हैं।
इस पद के लिए समाजवादी पार्टी :सपा: और तृणमूल कांग्रेस द्वारा उनका नाम सुझाए जाने पर आश्चर्य प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, ''यदि :इस विषय पर: व्यापक सहमति बन जाती है तब मैं इसके बारे में विचार कर सकता हूं। ''
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम के साथ ही चटर्जी का नाम इस पद के लिए आगे बढ़ाया है । इसे कांग्रेस द्वारा प्रणव मुखर्जी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के नाम प्रस्तावित किये जाने के टक्कर के रूप देखा जा रहा है।
चटर्जी ने लंदन से एनडीटीवी पर कहा, ''मैं यह देखकर आश्चर्यचकित हूं कि दो बड़े राजनीतिक दलों ने मेरा नाम सुझाया है। एक कांग्रेस का सहयोगी दल :तृणमूल कांग्रेस: है जबकि दूसरा महत्वपूर्ण पार्टी :समाजवादी पार्टी: है। इंगलैंड में मेरी मौजूदगी ही यह दर्शाता है कि मैं ऐसी संभावनाओं से अवगत नहीं हूं।'' चटर्जी ने कहा कि हालांकि उन्हें इसकी कभी कल्पना नहीं की थी लेकिन वह बहुत नम्र महसूस कर रहे हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वामदल उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करेंगे, उन्होंने कहा कि वह वामपंथी जरूर हैं, लेकिन पार्टी के कार्यकर्ता नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ''मेरे लिए यह सम्मान की बात है कि मेरा नाम इस पद के लिए आया है और देश का पहला सेवक बनना महती जिम्मेदारी है और मेरे अनुसार कोई भी नागरिक जिस सर्वोच्च सम्मान की कल्पना कर सकता है, वह यही है।''
मुखर्जी ने कहा, ''मैं नहीं जानता कि वे कौन सी बाते हैं जिसकी वजह से ममता और मुलायम ने संभावित उम्मीदवार के रूप में मेरे बारे में सोचा। अतएव मैं न तो रोमांचित हूं और न ही किसी बात को लेकर निश्चिंत हूं। ऐसे में मैं देखूंगा कि क्या होता है।''
उन्होंने साथ ही यह भी कहा, ''यदि राष्ट्रपति चुनाव विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए भीषण संघर्ष बन जाता है तो यह देश के लिए एक दुखद दिन होगा।''
उन्होंने कहा, ''मेरे लिए यह सम्मान की बात है कि मेरा नाम इस पद के लिए आया है और देश का पहला सेवक बनना महती जिम्मेदारी है और मेरे अनुसार कोई भी नागरिक जिस सर्वोच्च सम्मान की कल्पना कर सकता है, वह यही है।''
मुखर्जी ने कहा, ''मैं नहीं जानता कि वे कौन सी बाते हैं जिसकी वजह से ममता और मुलायम ने संभावित उम्मीदवार के रूप में मेरे बारे में सोचा। अतएव मैं न तो रोमांचित हूं और न ही किसी बात को लेकर निश्चिंत हूं। ऐसे में मैं देखूंगा कि क्या होता है।''
उन्होंने साथ ही यह भी कहा, ''यदि राष्ट्रपति चुनाव विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए भीषण संघर्ष बन जाता है तो यह देश के लिए एक दुखद दिन होगा।''
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