यूपी लोकसेवा आयोग में कैसे ख़त्म हुई नई आरक्षण-व्यवस्था
यूपी लोकसेवा आयोग में कैसे ख़त्म हुई नई आरक्षण-व्यवस्था
शुक्रवार को पूर्वाह्न ११ बजे प्रतियोगी छात्रों के एक प्रतिनिधि मंडल सपा महिला सभा की पूर्व अध्यक्ष रंजना वाजपेयी के नेतृत्व में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर मिला.छात्र नेताओं ने श्री यादव को बताया कि उप्र लोक सेवा आयोग द्वारा त्रि-स्तरीय आरक्षण व्यवस्था लागु कर दिए जाने से सामान्य वर्ग के छात्रों को नौकरी मिलने की सम्भावना ख़त्म हो जाएगी.उन्होंने यह भी बताया की विरोध करने पर पुलिस ने प्रतियोगी छात्रों को पीटा एवं मनमाने तरीके से विभिन्न धाराओं में उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किये.सपा मुखिया ने कहा कि वे पुरानी आरक्षण व्यवस्था के पक्षधर हैं और आयोग ने सरकार को विश्वास में लिए बिना नई आरक्षण व्यवस्था लागू की है.इस प्रकरण पर हो रही किरकिरी के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को लोसेआ के अध्यक्ष डॉ.अनिल कु.यादव और सचिव अनिल यादव को लखनऊ तलब किया था और उनपर नाराजगी ज़ाहिर की.बाद में शुक्रवार को वापस लौटे डॉ.अनिल कु.यादव ने देर शाम अधिकारीयों और सदस्यों की बैठक बुलाई जिसमे नई आरक्षण नीति के खात्मे और पुराणी के बहाल का निर्णय लिया गया.ज़ाहिर है शुक्रवार को रंजना वाजपेयी की नेताजी से मुलाकात के बाद आरक्षण पर संघर्ष के नए एपिसोड का अंत भारत के प्रभुवर्ग के युवाओं के पक्ष में हो गया और सपा सुप्रीमो ने प्रोमोशन में आरक्षण का तीव्र विरोध कर सवर्णों का जो समर्थन जीता था उसे अम्लान रखा.
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