संसद में प्रधान मंत्री का झूठ
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए नरेंद्र मोदी ने लोक सभा में कहा...
"…..कभी-कभी यहां पर आया कि भई पेट्रोल-डीजल के तो अंतर्राष्ट्री य दाम घटे हैं, तो आपने कम क्यों नहीं किया? तब हम भूल जाते हैं। जब हम सरकार में आए तो सूखे की स्थिति थी। 12 प्रतिशत बारिश कम थी। और तब हमने निर्णय किया कि डीजल में जो subsidy दी जाती है उसमें 50 प्रतिशत और बढ़ोतरी की जाए, बिजली के बिल में जो पैसे लिए जाते हैं उसकी subsidy में 50 प्रतिशत और बढ़ोतरी की जाए और उसके कारण, डीजल के अंदर सरकार के आर्थिक बोझ बहुत बड़ा आया। किसानों को दिया, जो कहते हैं हम नहीं देते, ऐसा नहीं है हमने दिया है, लेकिन आपको पिछले मई, जून, जुलाई का याद नहीं रहता है आपको इस अक्तू बर, नवंबर, दिसंबर का याद रहता है। ऐसा नहीं है जी, सरकार आखिर किसके लिए है? यह सरकार गरीब के लिए है समर्पित सरकार है।… "
मुशर्रफ अली ने 'समकालीन तीसरी दुनिया' के मार्च अंक में मोदी का झूठ उजागर करते हुए लिखा है...
"…इन्टरनेट पर पिछले वर्षो में दी गयी सब्सिडी के आंकड़े बता रहे हैं कि मनमोहन सरकार ने वर्ष 2013-14 में 62 हज़ार 837 करोड़ रुपये की डीज़ल पर सब्सिडी दी थी जिसे मोदी सरकार ने आते ही 2014-15 में 44 प्रतिशत कटौती करके 35 हज़ार करोड़ रुपये कर दिया। डीज़ल की कीमतों में कमी से बीते 9 महीनों में रेलवे को 2178 करोड़ रुपये की बचत हुयी है लेकिन इसका लाभ जनता को पंहुचने नही दिया गया है..."
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए नरेंद्र मोदी ने लोक सभा में कहा...
"…..कभी-कभी यहां पर आया कि भई पेट्रोल-डीजल के तो अंतर्राष्ट्री य दाम घटे हैं, तो आपने कम क्यों नहीं किया? तब हम भूल जाते हैं। जब हम सरकार में आए तो सूखे की स्थिति थी। 12 प्रतिशत बारिश कम थी। और तब हमने निर्णय किया कि डीजल में जो subsidy दी जाती है उसमें 50 प्रतिशत और बढ़ोतरी की जाए, बिजली के बिल में जो पैसे लिए जाते हैं उसकी subsidy में 50 प्रतिशत और बढ़ोतरी की जाए और उसके कारण, डीजल के अंदर सरकार के आर्थिक बोझ बहुत बड़ा आया। किसानों को दिया, जो कहते हैं हम नहीं देते, ऐसा नहीं है हमने दिया है, लेकिन आपको पिछले मई, जून, जुलाई का याद नहीं रहता है आपको इस अक्तू बर, नवंबर, दिसंबर का याद रहता है। ऐसा नहीं है जी, सरकार आखिर किसके लिए है? यह सरकार गरीब के लिए है समर्पित सरकार है।… "
मुशर्रफ अली ने 'समकालीन तीसरी दुनिया' के मार्च अंक में मोदी का झूठ उजागर करते हुए लिखा है...
"…इन्टरनेट पर पिछले वर्षो में दी गयी सब्सिडी के आंकड़े बता रहे हैं कि मनमोहन सरकार ने वर्ष 2013-14 में 62 हज़ार 837 करोड़ रुपये की डीज़ल पर सब्सिडी दी थी जिसे मोदी सरकार ने आते ही 2014-15 में 44 प्रतिशत कटौती करके 35 हज़ार करोड़ रुपये कर दिया। डीज़ल की कीमतों में कमी से बीते 9 महीनों में रेलवे को 2178 करोड़ रुपये की बचत हुयी है लेकिन इसका लाभ जनता को पंहुचने नही दिया गया है..."
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