देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने बताया कि पिछले महीने आयी प्राकृतिक आपदा से सर्वाधिक प्रभावित हुए केदारनाथ से मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है और मंदिर के 500 मीटर के दायरे में कोई निर्माण नहीं होने दिया जायेगा। बहुगुणा ने यह जानकारी कल शाम पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ उनसे मिलने आये श्री केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के प्रतिनिधियों को दी । पुरोहित समाज ने मुख्यमंत्री को बताया कि केदारघाटी के लोग अपनी रोजी रोटी के लिये किसी न किसी रूप में केदारनाथ यात्रा से जुड़े हैं, इसलिये मंदिर में सफाई कराके जल्द से जल्द पूजा शुरू की जाये । एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने बताया कि मंदिर समिति के कुछ लोगों को हेलीकाप्टर से केदारनाथ भेजकर मंदिर की सफाई का कार्य आरंभ करा दिया गया है । मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी मात्रा में एकत्र हुए मलबे को हटाने एवं ध्वस्त हुए भवनों को गिराने के लिये भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण :एएसआई: और भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण :जीएसआई: के विशेषज्ञों के साथ इंजीनियरिंग प्रोजक्ट्स इंडिया लिमिटेड द्वारा कार्य किया जाना है । तीर्थ पुरोहित समाज ने मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा और कहा कि क्षेत्र की सफाई व्यवस्था व क्षतिग्रस्त भवनों के ध्वस्तीकरण के दौरान तीर्थ पुरोहितों को भी विश्वास में लिया जाये तथा पुनर्वास की व्यवस्था की जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि मंदिर समिति द्वारा सावन में ही मंदिर में पूजा का काम शुरू कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि केदारनाथ सहित सभी धामों में आने व जाने के अलग-अलग रास्ते बनाये जायेंगे ताकि इस प्रकार की आपदा के समय राहत कार्यों में परेशानी न हो। बहुगुणा ने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही लगभग 1100 पुलिस जवानों की भर्ती प्रक्रिया आरंभ होगी जिसमें प्रदेश के लापता हुए लोगों के योग्य बच्चों की नियुक्ति के संबंध में विचार किया जायेगा। |
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