साथियों
आज पूरी दुनिया में आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। आर्थिक मंदी के इस दौर में फासीवादी शक्तियां भी सिर उठा रही हैं। दुनियाभर में क्रान्ति की आत्मगत शक्तियों के कमजोर होने के कारण भी फासीवादी लगातार अपनी ताकत बढा पा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि आज जनता के सामने फासीवादीयों का कच्चा चिट्ठा खोलकर सामने रखा जाय व उनको समझाया जाय कि फासीवाद आम मेहनतकश जनता के लिए तबाही बर्बादी के अलावा और कुछ नहीं ला सकता है। 'आह्वान' की टीम का भी यही प्रयास है
आशा है कि आह्वान का ये विशेषांक फासीवाद के उभार के कारणों व उससे लड़ने की रणनीति को समझने में जरूरी योगदान करेगा। अगर आप भी इस मुहिम की जरूरत महसूस करते हैं तो इस अंक को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहूँचाये। इसके लिए आप अपने दोस्तों को ये मेल भी भेज सकते हैं या फिर पत्रिका की प्रिन्ट प्रति भी मंगवा सकते हैं।
सितम्बर-दिसम्बर 2013 का पूरा अंक डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें
अलग-अलग लेख पढने के लिए लेख के शीर्षक पर क्लिक करें
पाठक मंच
अपनी ओर से
देश में नये फासीवादी उभार की तैयारी
सामयिकी
भारतीय राज्यसत्ता का निरंकुश एवं जनविरोधी चरित्र पूँजीवादी संकट का लक्षण है
नरेन्द्र मोदी, यानी झूठ बोलने की मशीन!
चार राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे और भावी फासीवादी उभार की आहटें
रुपये के मूल्य में गिरावट के निहितार्थ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की असली जन्मकुण्डली
समाज
क्यों ज़रूरी है रूढ़िवादी कर्मकाण्डों और अन्धविश्वासी मान्यताओं के विरुद्ध समझौताहीन संघर्ष?
इतिहास
जर्मनी में फ़ासीवाद का उभार और भारत के लिए कुछ ज़रूरी सबक़
इटली में फ़ासीवाद के उदय से हमारे लिए अहम सबक
विशेष सामग्री
फ़ासीवाद का मुक़ाबला कैसे करें
बीच बहस में
जाति प्रश्न और अम्बेडकर के विचारों पर एक अहम बहस
खुद पर फिदा मार्क्सवादियों और छद्म अम्बेडकरवादियों के नाम
आनन्द तेलतुम्बडे को जवाबः स्व-उद्घोषित शिक्षकों और उपदेशकों के नाम
कहानी
कविताएँ
हिटलर के तम्बू में व गुजरात – 2002
लघुकथाएँ
उद्धरण
Please click <a href="https://lists.riseup.net/www/signoff/muktikami">UNSUBSCRIBE</a>, to sign off monthly newsletter of "Muktikami Chhatron Yuvaon Ka Ahwan"
सम्पादकीय कार्यालय: बी-100, मुकुन्द विहार, करावल नगर, दिल्ली, फ़ोन: 011-64623928
ईमेल: ahwan@ahwanmag.com, ahwan.editor@gmail.com
No comments:
Post a Comment