जनादेश हालांकि
बनाने की औकात
कारपोरेट राजनीति
की भी नहीं है
जनादेश अभियान के
बहाने सोशल मीडिया
का गला घोंटने की तैयारी
पलाश विश्वासIndia launched its first spacecraft bound for Mars on November 5, a complex mission that it hopes will demonstrate and advance technologies for space travel. (Photo Courtesy: ISRO)
सोशल नेटवर्किंग पर
लड़ा जा रहा है लोकसभा
चुनाव इन दिनों
इस पर बहुत एतराज
है इन दिनों
जांच चल रही है
तैयार हो जाइये
नयी बंदिश
के लिए
खुफिया निगरानी
अब संस्थागत है
लोकतंत्र संस्थागत
हुआ हो या नहीं
किसी को कोई
फर्क नहीं पड़ता
हालांकि,बाजार ने
कोई बात कहने की
कुछ अनचाही
लिखने की
कोई गुंजाइश
ही नहीं छोड़ी है
फिरभी सोशल
नेटवर्किंग पर
सजने लगा चौपाल
मोहल्ला बोलने लगा
हस्तक्षेप होने लगा
शीर्षकों के पार
सुर्खियां बनने लगी
जनज्वार दिखने लगा
और दिखने लगा
बहुजन इंडिया भी
मीडिया दरबार
भी नजर आने लगा
भड़ास भी निकल
रहा है बहुत खूब
पहले कम कम था
अब इन इन है
पहुंच के पर
पहले ही काट दिये
फिर मेल फोन
सबकुछ टेप
होने लगा
अब लोकतंत्र के नाम
फिर लोकतंत्र का
गला घोंटने की
तैयारी सबब पर है
बायोमेट्रिक डिजिटल
डाटा के जरिये
ड्रोन प्रोग्राम में
शामिल करने के
नाटो प्लान के
खिलाफ बोल नहीं
रहा कोई यार
प्रिज्म हजम है
चुनाव अभियान
के बहाने
फिर अभिव्यक्ति पर
शिकंजा है
जनादेश हालांकि
बनाने की औकात
कारपोरेट राजनीति
की भी नहीं है
जनादेश पहले से
रेडीमेड है खुल्ला
बाजार में, सिर्फ
कारपोरेट वर्चस्व
की प्रतिद्वंद्विता में
विकल्प फाइनल
होना है
चुने जाने वाले
लोग सिर्फ
कारपोरेट चंदे से
चलने वाली पार्टियों
के व्हिप मुताबिक
कानून बिगाड़ने
के धंधे में शामिल
और हर हाथ में
खून है संविधान का
लोकतंत्र लहूलुहान है
धर्मोन्मादी राष्ट्रवाद
के घटाटोप के बहाने
और भी हैं
सोशल मीडिया में
फेसबुक पर बतियाने
वाले और लाइक मारने वाले
गाली गलौज करने वाले
जनादेश बनाते नहीं हरगिज
मुद्दों पर कोई दृष्टि ही
नहीं है आम तौर पर
कारपोरेट लाइव
मीडिया और रियेलिटी शो
का कापी पेस्ट है
बहुत ज्यादा
अंधाधुध शेयरिंग है
बिना सोचे समझे
अनर्गल घृणा
अभियान है जो
सोशल मीडिया से
बाहर भी आम माहौल है
जहां संवाद की
कोई गुंजाइश है ही नहीं
यहां तो बस खुलने
लगे कुछ दरवाजे
कुछ खिड़कियां भी
खुलने लगी हैं
अस्पृश्य भूगोल की
आवाजें कभी कभार
बुलंद होने लगी हैं
और बड़ी संख्या में
आम लोगों की
आवाजाही है
मोबाइल पर
पूरा साइट भी
खुलता नहीं है
फिरभी पंक्तियां
कुछ पहुंच जाती हैं
उन लोगों को जिन्हें
दरअसल हम लोग
संबोधित करना चाहते हैं
उसी संवाद सूत्र को
अब तोड़ने की कवायद है
साहित्य कला मीडिया
परिसर का थीम सांग ही
स्त्री आखेट है
वियाग्रा से महमहाता
कारोबार है
जापानी तेल से
तर हर संवाद
विज्ञापनों में
स्त्री देह की परतें
खुलती प्याज की तरह
हर कथा में देह
ही लक्ष्य है
और देह से ही
सज रहा उपभोक्ता
बाजार है
रात दिन सातों दिन
कामोत्तेजित
पुरुष वर्चस्व का यह देश
फिर भी हम सुरक्षा
चाहते हैं स्त्री की
बाजार में खड़ी
स्त्री कितनी
सुरक्षित हो
सकती है
कोई बोल ही नहीं
रहा इसपर
हर विज्ञापन में
हर शीर्षक की आड़ में
अनिवार्य अंतराल पर
हर बहस और विमर्श से
पहले स्त्री देह
हर तरह के गुर
सिखाये जाते
हर कहीं
स्त्री आखेट के
दलित विमर्श
भी अंततःस्त्री देह में
समाहित
और स्त्री देह ही
राजनीति और युद्ध
गृहयुद्ध में सर्वत्र
निशाने पर
बाजार के अबाध
यौन उत्पीड़न
पर खामोश
तमाशबीन हम
कामेडी शो में भी
उपभोक्ता वस्तु स्त्री
घर में सबसे असुरक्षित
स्त्री इन दिनों
जिसकी सारी अस्मिता
अब देहमुक्ति है
देहमुक्त स्त्रियों के
यौन उत्पीड़न पर
मुखर है
नागिक समाज
उन्ही के लिए मोमबत्ती
जुलूस, लेकिन कश्मीर
मणिपुर या दंडकारण्य में
कहीं भी,गंदी बस्तियों में
महानगरों के फुटपाथ पर
दलित आबादी में
आदिवासी इलाकों में
सत्ता संरक्षण में
सत्ता वर्चस्व में
सत्ता कबड्डी में
में देवी समाज से
इतर जो स्त्रिया हैं
दासी और देवदासी
यौनकर्मी और श्रमजीवी
उसके अनवरत शोषण
के विरुद्ध कोई उठाता
नहीं आवाज
मोनिका लिवनेंस्की
और पामेला बोर्डेस
के मार्फत मुद्दे
तमाम उलझाकर
वैश्विक व्यवस्था
एक ध्रूवीय और
जायन वादी
जो दुनिया पर
है काबिज
उस इतिहास
को भी समझ लें
अपराधी दंडित हो
कानून का राज
इसीलिए है
अब बताइये
कानून का राज
किस चिड़िया का नाम है
और कहां मिलती है
वह चिड़िया
पुरुष वर्चस्व को
कायम रखकर
पुरुष एकाधिकारवादी
यौन वर्चस्व को
हर कदम पर
मजबूती देते हुए
कैसे हो सकती है
देहमुक्ति ,पहेली है
देहगंध से जो
महमहाता
खुला बाजार यह जो
दरअसल मांस
का दरिया है बेपनाह
उसके खिलाफ लेकिन
कोई आवाज नहीं है
लेकिन सारी सूचनाएं
अब स्त्री उत्पीड़न
को केंद्रित
अवतार बने बाजार के
बापू संप्रदाय के लोग
तमाम धुरंधर खोजी
भी बन गये
क्रिकेटर से बड़े
आइकन बाजार के
हर लाइक,हर शेयर
इसी मुद्दे पर
बाकी मुद्दे सिरे से गायब हैं
बाकी सूचनाएं दफा रफा हैं
नीति निर्धारण
गोपनीय इतना
कि गिलोटिन
चलने की आहट भी
नहीं होती
न किसी संसदीय
कार्यवाही में
सत्यानाश की
कोई सूचना दर्ज
होती है
सूचनाएं सब भ्रामक हैं
नत्थी है कामोत्तेजना
बराबर,चाकचौबंद
लेकिन यह किसी के
सरदर्द का सबब नही ंहै
कारपोरेट लाबिइंग
महज राडिया टेप नहीं है
कारपोरट लाबिइंग
सिर्फ जनादेश
और कापोरेट चंदा
बी नहीं है
कारपोरेट लाबिइंग
सिरे से लोकतंत्र के
खिलाफ है इन दिनों
कारपोरेट लाबिइंग
सिरे से संविधान के
खिलाफ है िन दिनों
कारपोरेट लाबिइंग है
कानून के राज के खिलाफ
प्रकृति और पर्यावरण के
खिलाफ भी कारपोरेट
लाबिइंग है
और सामाजिक न्याय
और समता के खिलाफ
भी लामबंद कारपोरेट
और तो और
कारपोरेट लाबिइंग
के मुताबिक हैं
खुल्ला बाजार के
तमाम भारत रत्न
और अंध धर्मनमादी
राष्ट्रीयता भी
विशुद्ध कारपोरेट
लाबिइंग,विज्ञान और
तकनीक भी विकास
की फर्जी गाथा है
जिससे उद्वेलित होती
धर्मोन्मदी राष्ट्रीयता
रक्षा सौदा मुकम्मल है
अपना चंद्र अभियान
मंगल की यात्रा
सबकुछ अबाध है
बाजार निरंकुश
कुछ भी दिखा दे
कुछ भी जिंगल बना दें
उपभोक्ताओं को
सरेआम लूट लें
पेंशन बीमा धोखे से
डालें बाजार
वेतन पीएफ भी बाजार
सिर्फ भत्ते हैं
हमारे हिस्से में
और हैं आधार कार्ड
बाकी पूरा देश
नीलामी पर है
खुली छूट है
देशबेचनेकी
खुली छूट है
बंधुआ मजदूरी की
खुली छूट है
मानव तस्करी की
जैसी मुक्त है
आवारा पूंजी
जैसे मुक्त है
कालाधन
वैसा ही गुलशन
का कारोबार
कुछ भी बेच डालने
का माहौल है इन दिनों
घर परिवार बाजार
पूरा समाज बाजार
सोशल नेटवर्किंग
पर अंकुश से तो
आप हमें खामोश करने
का इंतजाम कर रहे हैं
देश जैसा चल रहा है
जो सत्यानाश हो रहा है
उसके खिलाफ
हर आवाज को
घोंट देने की मुकम्मल
कार्रवाई है यह
हालात ये हैं लेकिन
खुदरा महंगाई में बढ़ोतरी की वजह से परिवारों ने अपने रसोई के बजट में कटौती की है। उद्योग मंडल एसोचैम के एक अध्ययन के अनुसार परिवारों ने आवश्यक वस्तुओं मसलन सब्जियों, फलों और दालों पर अपने बजट में पिछले तीन साल में 40 फीसदी तक की कटौती की है। अध्ययन में कहा गया है कि उंची कीमतों की वजह से परिवारों को पोषक खाद्य के इस्तेमाल के मामले में समझौता करना पड़ रहा है।
सर्वेक्षण में शामिल करीब 72 फीसदी निचले या मध्यम आय वर्ग के परिवारों ने कहा कि उन्हें अपने फल, सब्जी व दूध में बजट में 40 फीसदी तक की कटौती करनी पड़ी है। चैंबर का दावा है कि उसने यह सर्वेक्षण अक्तूबर से नवंबर के दौरान एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई व पुणे में 3,000 लोगों पर किया है।
एसोचैम के महासचिव डी एस रावत ने कहा, आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ने तथा शिक्षा, परिवहन व स्वास्थ्य जैसी अन्य बुनियादी जरूरतों पर खर्च बढ़ने की वजह से कम व मध्य आय वर्ग के परिवार प्रभावित हो रहे हैं। जितनी तेजी से महंगाई बढ़ी है आमदनी उतनी तेजी से नहीं बढ़ पाई है।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि टमाटर, प्याज, भिंडी व आलू जैसी सब्जियां मध्यम वर्ग के परिवारों की पहुंच से दूर हो चुकी हैं। किसी भी परिवार में प्याज, आलू और टमाटर सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है। उत्पादक राज्यों में कटाई के समय बेमौसमी बारिश से इन वस्तुओं की आपूर्ति घटी है। सब्जियों के दाम बढ़ने से अक्तूबर में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 10.09 प्रतिशत पर पहुंच गई। सात माह बाद खुदरा मुद्रास्फीति दो अंक में पहुंची है।
सर्वेक्षण में शामिल 62 फीसदी वेतनभोगी परिवारों का कहना है कि उन्हें अब फल व सब्जियों पर मासिक 4,000 से 6,000 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। तीन बरस पहले तक उनका यह खर्च एक-चौथाई ही था।
बीते सप्ताह के सकारात्मक संकेतों से सोमवार को शेयर बाजार मजबूती के रख के साथ खुल सकता है। हालांकि विभिन्न राज्यों के चुनावी नतीजों तथा संसद सत्र से पहले बाजार में सतर्कता का रख रहेगा। संसद सत्र 5 दिसंबर से शुरू हो रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इसके अलावा निवेशकों की निगाह वाहन कंपनियों के नवंबर माह के बिक्री आंकड़ों पर रहेगी। निकट भविष्य में विदेशी संस्थागत निवेशकों, वैश्विक संकेतों तथा रपये के उतार-चढ़ाव से बाजार को दिशा मिलेगी। रेलिगेयर सिक्योरिटीज के खुदरा वितरण के अध्यक्ष जयंत मांगलिक ने कहा, सोमवार को बाजार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देगा। लिवाली के लिए निवेशक निजी क्षेत्र के कुछ बैंकों के शेयर खरीद सकते हैं। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर चार साल के निचले स्तर पर पहुंच गई थी। दूसरी तिमाही में वृद्धि दर उम्मीद से बेहतर यानी 4.8 प्रतिशत रही है।
आरकेएसवी के सह-संस्थापक रघु कुमार ने कहा, जीडीपी के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे हैं जिससे शेयर बाजार और रपये में मजबूती आ सकती है। इससे रिजर्व बैंक भविष्य में जरूरत होने पर ब्याज दरों में कुछ बढ़ोतरी कर सकता है।
पांच राज्यों छत्तीसगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश, मिजोरम तथा राजस्थान के चुनावी नतीजे 8 दिसंबर को आने हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोट 4 दिसंबर को पड़ेंगे। बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 574.54 अंक चढ़ा। इससे पिछले लगातार 3 सप्ताहों में सेंसेक्स में गिरावट आई थी। बीते महीने विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में 8,000 करोड़ रुपये (1.3 अरब डॉलर) का निवेश किया। इस तरह 2013 में अभी तक घरेलू शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का निवेश 97,000 करोड़ रुपये (17.5 अरब डॉलर) पर पहुंच गया है।
सोशल मीडिया पर डर्टी पॉलिटिक्स
प्रकाशित Fri, नवम्बर 29, 2013 पर 19:54 | स्रोत : CNBC-Awaaz
क्या सोशल मीडिया भी गंदी राजनीति की चपेट में आ गई है? क्या सोशल मीडिया इतना पावरफुल हो चुका है कि इस पर पॉपुलरिटी चुनाव के नतीजों पर असर डाल सकता है? क्या ट्विटर, फेसबुक और यू-ट्यूब के जरिए बड़ी तादाद में वोटर को पटाया जा सकता है।
राजनीतिक पार्टियों के ऊपर कोबरापोस्ट के ऑपरेशन ब्लू वायरस स्टिंग के बाद ये सारे सवाल उठने लाजिमी है। नेताओं, पार्टियों के फेसबुक और ट्विटर पेज पर लाखों की संख्या में लाइक्स और फॉलोअर्स की संख्या शक के घेरे में हैं।
स्टिंग में दावा किया गया है कि लाखों रुपये खर्च करके न सिर्फ छवि सुधारने की कोशिश हो रही है बल्कि विरोधी नेताओं को बदनाम की साजिश भी रची जा रही है और इस काम में शामिल हैं कई छोटी आईटी कंपनियां। यानि सोशल मीडिया पर चल रही है डर्टी पॉलिटिक्स। सीएनबीसी आवाज़ की खास पेशकश में सोशल मीडिया की इसी डर्टी पॉलिटिक्स से पर्दा उठाने की कोशिश की गई है।
खोजी पत्रकारिता करने वाली वेबसाइट कोबरापोस्ट ने सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल पर सनसनीखेज खुलासा किया है। स्टिंग ऑपरेशन के जरिए कोबरापोस्ट ने दिखाया है कि कैसे अपने विरोधियों को तबाह करने के लिए आईटी कंपनियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
कोबरापोस्ट ने खुलासा किया है कि पैसे लेकर फेसबुक, ट्विटर और दूसरी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स का गलत इस्तेमाल हो रहा है। और इस काम के लिए कुछ लाख से लेकर करोड़ों रुपये तक की डील होती है। कोबरापोस्ट ने अपने खुफिया कैमरे में ऐसी 22 आईटी कंपनियों का पर्दाफाश किया है।
कोबरापोस्ट के स्टिंग में गरीबों के वोट खरीदना, गलत अफवाह फैलाना और निगेटिव प्रचार करना जैसे खुलासे किए गए हैं। इस स्टिंग में फर्जी फेसबुक पेज और ट्विटर पेज, फर्जी लाइक्स, फर्जी फ्रेंड और फर्जी फॉलोअर जैसे मामले सामने आए हैं। स्टिंग में खुलासा हुआ है कि अलग आईपी एड्रेस, विदेशों में सर्वर, प्रॉक्सी कोड या वाई-फाई और हैकिंग कर जालसाजी की जा रही है।
सोशल मीडिया के दुरुपयोग का समाधान जरूरी: प्रधानमंत्री
नई दिल्ली, एजेंसीअन्य फो
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को एक सम्मेलन में कहा कि ऐसे रचनात्मक समाधान की जरूरत है जो सोशल मीडिया की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गैरजरूरी प्रतिबंध न लगाए और इसके दुरुपयोग को भी रोके।
शीर्ष पुलिस अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हाल की हिंसा के दौरान हमने सोशल मीडिया और एसएमएस के दुरुपयोग को देखा।''
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष ऐसे ही गलत सूचना के प्रसारण के कारण कर्नाटक जैसे दक्षिणी राज्यों से पूर्वोत्तर के राज्यों के लोगों का व्यापक पैमाने पर पलायन हुआ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बात की व्यापक स्वीकार्यता है कि सामाजिक मीडिया ज्ञान, सूचना और विचार के आदान-प्रदान का मंच है और रचनात्मक रूप से उसका उपयोग किया जा सकता है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए हमें ऐसे रचनात्मक समाधान की जरूरत है जिससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गैरजरूरी रोक न लगे।
First Published:23-11-13 06:30 PM
Last Updated:23-11-13 06:30 PM
पैसे लेकर बनाई जा रही है सोशल मीडिया पर मोदी की हवा, कोबरा पोस्ट का खुलासा
आज तक - Nov 29, 2013
चुनावी मौसम में कुछ आईटी कंपनियां पैसे लेकर सोशल मीडिया पर नेताओं की इमेज चमकाने और खराब करने के काम में लगी हैं. यह खुलासा हुआ है खोजी वेबसाइट 'कोबरा पोस्ट' के स्टिंग ऑपरेशन से. वेबसाइट ने दावा किया है कि कंपनियों ने जिन नेताओं की इमेज चमकाने का ठेका लिया है, उनमें बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं. कोबरा पोस्ट ही वह वेबसाइट है जिसने 'गुलेल डॉट कॉम' के साथ मिलकर अमित शाह और नरेंद्र मोदी के गले की फांस बन चुके कथित महिला जासूसी मामले का खुलासा किया था. ताजा लासा मोदी की मुश्किलें और बढ़ा सकता है. क्या वाकई भरी गई है मोदी नाम के गुब्बारे ...
सोशल मीडिया पर डर्टी पॉलिटिक्स
मनी कॉंट्रोल - Nov 29, 2013
क्या सोशल मीडिया इतना पावरफुल हो चुका है कि इस पर पॉपुलरिटी चुनाव के नतीजों पर असर डाल सकता है? क्या ट्विटर, फेसबुक और यू-ट्यूब के जरिए बड़ी तादाद में वोटर को पटाया जा सकता है। राजनीतिक पार्टियों के ऊपर कोबरापोस्ट के ऑपरेशन ब्लू वायरस स्टिंग के बाद ये सारे सवाल उठने लाजिमी है। नेताओं, पार्टियों के फेसबुक और ट्विटर पेज पर लाखों की संख्या में लाइक्स और फॉलोअर्स की संख्या शक के घेरे में हैं। स्टिंग में दावा किया गया है कि लाखों रुपये खर्च करके न सिर्फ छवि सुधारने की कोशिश हो रही है बल्कि विरोधी नेताओं को बदनाम की साजिश भी रची जा रही है और इस काम में शामिल हैं ...
चुनाव के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग: कोबरापोस्ट
Live हिन्दुस्तान - Nov 29, 2013
कोबरापोस्ट के संपादक अनिरुद्ध बहल ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह खुलासा किया है कि देश भर में आईटी कंपनियां किस तरह से फेसबुक, टिवटर और यूटयूब जैसे सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल कर नेताओं की लोकप्रियता बढ़ाने में मदद कर रही है और उनके विरोधियों की छवि खराब कर रही है। कोबरापोस्ट ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि ऑपरेशन ब्लू वायरस ने इस बात का भी खुलासा किया है कि सोशल मीडिया प्रचार में भाजपा सबसे आगे हैं बशर्ते कि कंपनियों के दावे पर भरोसा किया जाए। इसलिए यह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी हैं जिनके लिए दर्जनों कंपनियां काफी काम कर रही हैं। यह पूछे ...
चुनाव प्रचार के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रही आईटी कंपनियां :कोबरापोस्ट
प्रभात खबर - Nov 29, 2013
कोबरापोस्ट ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि ऑपरेशन ब्लू वायरस ने इस बात का भी खुलासा किया है कि सोशल मीडिया प्रचार में भाजपा सबसे आगे हैं बशर्ते कि कंपनियों के दावे पर भरोसा किया जाए. इसलिए यह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी हैं जिनके लिए दर्जनों कंपनियां काफी काम कर रही हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या कारण है जो सिर्फ नरेन्द्र मोदी के नाम का बातचीत में जिक्र हुआ और किसी अन्य नेता का नाम नहीं आया, बहल ने कहा कि उनका नाम करीब 5..6 स्टिंग में सामने आया.उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कई लोगों ने मुझसे पूछा कि क्या हम कुछ खास लोगों को निशाना बना रहे हैं.
सोशल मीडिया पर कोबरापोस्ट का बड़ा खुलासा
मनी कॉंट्रोल - Nov 29, 2013
सोशल मीडिया पर कोबरापोस्ट का बड़ा खुलासा. प्रकाशित Fri, नवम्बर 29, 2013 पर 13:24 | स्रोत : CNBC-Awaaz. प्रिंट. वीडियो. खोजी पत्रकारिता करने वाली वेबसाइट कोबरापोस्ट ने सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल पर सनसनीखेज खुलासा किया है। स्टिंग ऑपरेशन के जरिए कोबरापोस्ट ने दिखाया है कि कैसे अपने विरोधियों को तबाह करने के लिए आईटी कंपनियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोबरापोस्ट ने खुलासा किया है कि पैसे लेकर फेसबुक, ट्विटर और दूसरी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स का गलत इस्तेमाल हो रहा है। और इस काम के लिए कुछ लाख से लेकर करोड़ों रुपये तक की डील होती है। कोबरापोस्ट ने अपने खुफिया ...
कोबरा पोस्ट के नए स्टिंग ऑपरेशन में सामने आया आईटी कंपनियों का सच
एनडीटीवी खबर - Nov 30, 2013
नई दिल्ली: जासूसी कांड को लेकर चल रहे विवाद के बीच कोबरापोस्ट ने एक नया स्टिंग ऑपरेशन किया है… ऑपरेशन 'ब्लू वायरस' के ज़रिये दावा किया गया है कि किस तरह छोटी−छोटी आईटी कंपनियां नेताओं की ऑनलाइन लोकप्रियता बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का ग़लत इस्तेमाल कर रही हैं और उनके दुश्मनों की छवि खराब कर रही हैं। कोबरा पोस्ट ने दावा किया है कि ये कंपनियां सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफइल बना रही हैं और सांप्रदायिक तनाव फैलाने से भी गुरेज नहीं कर रही हैं। Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे... First Published: नवम्बर 30, ...
नए खुलासे से कांग्रेस हमलावर, बीजेपी भड़की
आईबीएन-7 - Nov 29, 2013
सोशल मीडिया पर कोबरा पोस्ट के खुलासे ने सियासी गलियारों में हंगामा खड़ा कर दिया है। कांग्रेस के मुताबिक इस स्टिंग ऑपरेशन ने साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता खरीदी गई है। जबकि बीजेपी ने कोबरा पोस्ट से कांग्रेस की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस ऐसे खुलासों के जरिये मोदी पर निशाना साध रही है। उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोशल मीडियासे जुड़े खतरों का फौरन कानूनी हल खोजने की जरूरत बताई है। चुनावी मौसम में आए कोबरा पोस्ट के ऑपरेशन ब्लू वायरस ने प्रचार की हार्ड डिस्क को करप्ट कर दिया है। नेताओं को मशहूर करने के साथ-साथ ...
'Social Media का दुरुपयोग कर रही IT कंपनियां'
Sahara Samay - Nov 29, 2013
कोबरापोस्ट वेबसाइट ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के लिए आईटी कंपनियां सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रही हैं. कोबरापोस्ट ने कहा कि आईटी कंपनियां नेताओं की लोकप्रियता कृत्रिम रूप से बढ़ाने एवं विपक्षी नेताओं की छवि खराब करने के लिए फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया मंचों का दुरूपयोग कर रही है. कोबरापोस्ट ने स्टिंग आपरेशन 'ब्लू वायरस' देशभर में करीब दो दर्जन छोटी आईटी कंपनियों का खुलासा करने का दावा किया है. वेबसाइट का दावा है कि ये कंपनियां सोशल मीडिया पर प्रतिष्ठा प्रबंधन सेवाएं दे रही हैं और फर्जी प्रशंसकों की भी पेशकश कर रही हैं. साथ ही ...
नेताओं की 'साइबर सुपारी' ले रहीं IT कंपनियां, चुनावी मौसम में करोड़ों के वारे-न्यारे
दैनिक भास्कर - Nov 29, 2013
असम और मुजफ्फनगर जैसी घटनाओं के बाद दंगों में सोशल मीडिया के इस्तेमाल के भी सबूत मिले हैं। इस फर्जीवाड़े में जुटी आईटी कंपनियां 50,000 से लेकर 3 करोड़ तक की 'साइबर सुपारी' ले रही हैं। पिछले कुछ समय से ट्विटर, फेसबुक पर फेक अकाउंट, फर्जी लाइक्स से संबंधित खबरें आ रही हैं। इन सभी खबरों के बीच 'कोबरा पोस्ट' ने 'ऑपरेशन ब्लू वायरस' नाम से स्टिंग किया। स्टिंग में बताया गया है कि किस तरह से कंपनियां सोशल मीडिया पर छवि बनाने और बिगाड़ने के लिए बाकायदा ठेके ले रही हैं। चुनावी सीजन में दो दर्जन से ज्यादा आईटी कंपनियां इस फर्जीवाड़े में जुटी है। 'कोबरा पोस्ट' के एसोसिएट एडिटर ...
सोशल मीडिया का फर्जीवाड़ा
Chhattisgarh Khabar - Nov 29, 2013
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: कोबरा पोस्ट के खुलासे के अनुसार देश में सोशल मीडिया का भारी फर्जीवाड़ा चल रहा है. जिसका लाभ सबसे ज्यादा भाजपा तथा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी उठा रहें हैं. कोबरा पोस्ट ने यह खुलासा कई स्टिंग आपरेशन करने के बाद किया है. खुलासे में बताया गया है कि ये आईटी कंपनियां पैसे लेकर आप को फर्जी तरीके से फेसबुक तथा ट्वीटर का सरताज बना देने की कूबत रखती है. उन्होंने कोबरा पोस्ट को स्टिंग आपरेशन में बताया है कि उनकी सेवाएं लेने में भाजपा सबसे अग्रणी है. कोबरा पोस्ट के खुलासे से यह पता चलता है कि से तथाकथित आईटी कंपनियां सोशल मीडिया में ...
छवि बनाने-बिगाड़ने के लिए ऑनलाइन सुपारी
अमर उजाला - Nov 29, 2013
नेताओं की छवि बनाने और बिगाड़ने का काम भी बेचा जा रहा है और वो भी ऑनलाइन। सोशल मीडिया की पहुंच ने नेताओं को कुछ और काले कामों को करीब ला दिया है। अब नेता अपने विपक्षी नेताओं की छवि को खराब करने के लिए 'ऑनलाइन सुपारी' देने लगे हैं। सुपारी लेने वाले का काम होता है, उस नेता की छवि को सोशल मीडिया में खराब करना, जिससे लोगों के दिलो दिमाग में उस खास नेता के प्रति घृणा पैदा हो। फर्जी फेसबुक से लेकर फर्जी लाइक तक कोबरा पोस्ट ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में बताया कि कैसे कुछ आईटी कंपनियां नेताओं को बदनाम करने के लिए कुछ अन्य नेताओं से पैसे लेती है। कोबरा पोस्ट के सैयद ...
ऐसे होती है बनाने-बिगाड़ने की 'साइबर साजिश'
आईबीएन-7 - Nov 29, 2013
खोजी पत्रकारिता करने वाली कोबरापोस्ट ने साइबर सुपारी यानि पैसे लेकर किसी की छवि को सोशल मीडिया के जरिए खराब करने का सनसनीखेज खुलासा किया है। कोबरापोस्ट के अनिरुद्ध बहल ने प्रेस कांफ्रेंस में इसका सिलसिलेवार खुलासा किया। खुलासे के मुताबिक पैसे लेकर ये आईटी कंपनियां ना सिर्फ बदनाम कर सकती हैं बल्कि किसी को फर्जी तरीके से इतना मशहूर भी कर सकती हैं कि आप भ्रम में पड़ जाएं कि ये आदमी इतना मशहूर कैसे हो गया। ये करने के लिए भी एक खास तरीका है। किसी को मशहूर करने के लिए आईटी कंपनियां व्यक्ति का फर्जी फेसबुक पेज बनाया जाता है। फिर इस पेज को अपने कर्मचारियों ...
COBRAPOST STING: 'सायबर सुपारी' देकर सोशल साइट पर हिट हुए नरेंद्र मोदी!
दैनिक भास्कर - Nov 29, 2013
स्टिंग में ऐसी कंपनियों के बारे में बताया गया है, जो कि चुनावी मौसम में सोशल मीडिया पर राजनेताओं की छवि बनाने और बिगाड़ने की सुपारी ले रही हैं। इतना ही नहीं, स्टिंग में एक व्यक्ति यह भी दावा कर रहा है बेगलुरु की आईटी कंपनियों की कुल आय का 3 प्रतिशत राजनेताओं के प्रमोशन से आ रहा है। स्टिंग में फर्जीवाड़ा करने वाली कंपनियों के हवाले से खुलासा किया गया है- नरेंद्र मोदी छवि बनाने के लिए आईटी कंपनियों का सहारा ले रहे हैं और यू-ट्यूब पर मोदी के साथ जितने लोग जुड़े हैं, वे उन्होंने ही जुटाए हैं। गौर करने वाली बात यह है कि स्टिंग में जिन आईटी कंपनियों को फर्जी बताया ...
कोबरापोस्ट ने किया 'साइबर सुपारी' का खुलासा
आईबीएन-7 - Nov 29, 2013
नई दिल्ली। खोजी पत्रकारिता करने वाली वेबसाइट कोबरापोस्ट ने सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल पर सनसनीखेज खुलासा किया है। अपने विरोधियों को तबाह करने के लिए आईटी कंपनियों के साथ मिलकर कैसे लोगों की जिंदगी बर्बाद की जा रही है, कैसे किसी को बदनाम किया जा रहा है, कैसे किसी का करियर बर्बाद किया जा रहा है, इसका खुलासा अपने स्टिंग ऑपरेशन में कोबरापोस्ट ने किया है। वेबसाइट कोबरापोस्ट ने खुलासा किया है कि पैसे लेकर लोगों को बदनाम करने के लिए आईटी कंपनियां सुपारी लेती हैं। फेसबुक, ट्विटर और दूसरी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स का गलत इस्तेमाल इस काम के लिए किया जाता है।
कोबरा पोस्ट का खुलासा: नेताओं को मशहूर या बदनाम करने के लिये आईटी कंपनियां लेती हैं ठेका
Zee News हिन्दी - Nov 29, 2013
कोबरा पोस्ट का खुलासा: नेताओं को मशहूर या बदनाम करने के लिये आईटी कंपनियां लेती ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर कुछ आईटी कंपनियां नेताओं को मशहूर और बदनाम करने का काम करती है। इसके लिए वह इनसे भारी भरकम रकम वसूलती है। यह खुलासा खोजी वेबसाइट `कोबरा पोस्ट` ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए किया है और इन आईटी कंपनियों का पर्दाफाश किया है। ऑपरेशन `ब्लू वायरस` नाम के इस स्टिंग ऑपरेशन में तकरीबन दो दर्जन ऐसी कंपनियों का भंडाफोड़ किया गया है जो सोशल मीडिया के जरिए लोगों को बदनाम या मशहूर करने के लिए भारी-भरकम रुपए लेती हैं। इस खुलासे में यह दावा किया गया ...
सुशील शिन्दे ने कोबरापोस्ट के खुलासे का किया समर्थन
Live हिन्दुस्तान - Nov 29, 2013
केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने वेबसाइट कोबरापोस्ट के इन दावों का समर्थन किया कि आईटी कंपनियां राजनीतिकों की लोकप्रियता कृत्रिम रूप से बढ़ाने और उनके प्रतिद्वंद्वियों को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रही हैं। शिन्दे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मैंने खुफिया ब्यूरो के हाल के सम्मेलन में इन मुद्दों को उठाया था। मेरी चिन्ता सही साबित हुई। कोबरापोस्ट का उसके एक खुलासे में आरोप है कि आईटी कंपनियां राजनीतिकों की लोकप्रियता कत्रिम रूप से बढ़ाने और उनके प्रतिद्वंद्वियों को बदनाम करने के लिए फेसबुक, यूटयूब और टिवटर जैसे सोशल ...
साइबर सुपारीः FB पर बदनाम करा लो, अफवाह फैला लो
नवभारत टाइम्स - Nov 28, 2013
ऑपरेशन 'ब्लू वायरस' नाम के इस स्टिंग ऑपरेशन में करीब दो दर्जन ऐसी कंपनियों का भंडाफोड़ किया गया है जो सोशल मीडिया के जरिए लोगों को बदनाम या मशहूर करने की सुपारी लेती हैं। एक नेताजी के खास आदमी बनकर पहुंचे 'कोबरा पोस्ट' के सहायक संपादक सैयद मसरूर हसन ने इन आईटी कंपनियों से अपने दागी नेताजी की छवि को सुधारने के लिए के लिए कहा। कंपनियों को बताया गया कि नेता के विरोधी की छवि को खराब भी करना है और इसके लिए अगर उसके चरित्र पर लांछन भी लगाने पड़ें तो कोई हर्ज नहीं क्योंकि इससे उन्हें चुनाव जीतने में मदद मिलेगी। हसन ने बताया, 'किसी कंपनी ने मेरे इस काम से इनकार नहीं ...
"नेताओं को मशहूर या बदनाम करने को आईटी कंपनियां लेती हैं मोटी रकम"
khaskhabar.com हिन्दी - Nov 29, 2013
कुछ आईटी कंपनियां सोशल मीडिया पर नेताओं को मशहूर या बदनाम करने का काम करती हैं और इसके वह उनसे भारी अच्छी खासी रकम वसूलती है। कोबरापोस्ट ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में अपने विरोधियों को तबाह करने के लिए आईटी कंपनियों के साथ मिलकर कैसे लोगों की जिंदगी बर्बाद की जा रही है, कैसे किसी को बदनाम किया जा रहा है, कैसे किसी का करियर बर्बाद किया जा रहा है, इसका पर्दाफाश किया है। ऑपरेशन ब्लू ऑपरेशन नाम के इस स्टिंग ऑपरेशन में तकरीबन दो दर्जन ऎसी कंपनियों का भंडाफोड किया गया है, जो सोशल मीडिया के जरिए लोगों को बदनाम या मशहूर करने के लिए भारी-भरकम राशि लेती हैं। इस खुलासे ...
चुनाव प्रचार के लिए सोशल मीडिया का हो रहा दुरपयोग : कोबरापोस्ट
पंजाब केसरी - Nov 29, 2013
Read More : नरेन्द्र मोदी | कोबरापोस्ट | चुनाव प्रचार | फेसबुक | यूट्यूब. [-] Text [+]. नई दिल्ली: कोबरापोस्ट वेबसाइट ने आज आरोप लगाया कि आईटी कंपनियां नेताओं की लोकप्रियता कृत्रिम रूप से बढ़ाने एवं विपक्षी नेताओं की छवि खराब करने के लिए फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर जैसे सोशल मीडियामंचों का दुरूपयोग कर रही है। कोबरापोस्ट ने स्टिंग आपरेशन 'ब्लू वायरस' देशभर में करीब दो दर्जन छोटी आईटी कंपनियों का खुलासा करने का दावा किया है। वेबसाइट का दावा है कि ये कंपनियां सोशल मीडिया पर प्रतिष्ठा प्रबंधन सेवाएं दे रही हैं और फर्जी प्रशंसकों की भी पेशकश कर रही हैं। साथ ही, दूसरों के आईपी ...
खुलासा: फेसबुक-ट्विटर पर बदनाम या मशहूर करने का उठता है ठेका
ABP News - Nov 29, 2013
इन कंपनियों को किसी सियासी पार्टी या नेता को बदनाम करने का जिम्मा उठाने से परहेज़ नहीं है. इनके ग्राहकों में कॉरपोरेट हाउसेस, एनजीओ, घोटालों में घिरे सरकारी अधिकारी, नेता और सियासी पार्टियां हैं. ये कंपनियां मुसलमानों की भी फर्जी प्रोफाइल बनाती हैं ताकि इस खेल में उन्हें भी शामिल दिखा सके. कोबरा पोस्ट के एसोसिएट एडिटर सैयद मसरूर हसन एक आम ग्राहक बनकर इन कंपनियों के पास गए और चुनाव के मद्देनज़र सोशल मीडिया पर दागी नेताओं की छवि सुधारने की बात की तो वे झट से तैयार हो गए. यहीं नहीं बल्कि कंपनियों ने दागी नेता के विरोधी को बदनाम करने का भी जिम्मा ले लिया.
National > चुनाव प्रचार के लिए सोशल मीडिया का हो रहा दुरपयोग : कोबरापोस्ट
पंजाब केसरी - Nov 29, 2013
Read More : नरेन्द्र मोदी | कोबरापोस्ट | चुनाव प्रचार | फेसबुक | यूट्यूब. [-] Text [+]. नई दिल्ली: कोबरापोस्ट वेबसाइट ने आज आरोप लगाया कि आईटी कंपनियां नेताओं की लोकप्रियता कृत्रिम रूप से बढ़ाने एवं विपक्षी नेताओं की छवि खराब करने के लिए फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर जैसे सोशल मीडियामंचों का दुरूपयोग कर रही है। कोबरापोस्ट ने स्टिंग आपरेशन 'ब्लू वायरस' देशभर में करीब दो दर्जन छोटी आईटी कंपनियों का खुलासा करने का दावा किया है। वेबसाइट का.
सोशल मीडिया को पैसा दो और करो बदनाम जिसे भी चाहो
रेडियो रूस (РГРК) - Nov 29, 2013
फेसबुक, ट्विटर और दूसरी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। इस काम के लिए कुछ लाख से लेकर करोड़ों रुपये तक की डील होती है। कोबरापोस्ट ने अपने खुफिया कैमरे में ऐसी 22 कंपनियों का पर्दाफाश किया है। स्टिंग ऑपरेशन के जरिए कोबरापोस्ट ने ये भी खुलासा किया है कि आईटी कंपनियां किन-किन कामों के लिए सुपारी ले रही हैं। इन कंपनियों का काम खतरनाक है जिनसे ये किसी की भी जिंदगी तबाह कर सकती हैं। इन कंपनियों का इस्तेमाल सियासी दल भी अपने हितों के लिए जमकर कर रहे हैं। विरोधी पर कीचड़ उछालने और सोशल मीडिया पर मशहूर बनने के लिए लाखों-करोड़ों खर्च किए ...
बदनाम करने के लिए IT कंपनियों को 'सुपारी'!
Shri News - Nov 28, 2013
नई दिल्ली (एसएनएन): अगर आपकी किसी से दुश्मनी है और आप उसे जान से मारने की बजाय उसे इज्जतदारों की दुनिया में बदनाम कर देना चाहते हैं तो आप किसी आईटी कंपनी को 'ऑनलाइन सुपारी' दे सकते हैं. खोजी पत्रकारिता की वेबसाइट कोबरा पोस्ट ने सोशल मीडिया के ऐसे गलत इस्तेमाल पर एक सनसनीखेज खुलासा किया है. वेबसाइट ने दावा किया है कि सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए आईटी कंपनियां किसी भी शख्सियत को बदनाम करने के लिए 'ऑनलाइन सुपारी' लेती हैं. चुनाव के दिनों में यह धंधा जोरों पर है. अपने विरोधियों को तबाह करने के लिए आईटी कंपनियों के साथ मिलकर कैसे लोगों को ...
मोदी का प्रचार कर रही आइटी कंपनियां लेती हैं ऑनलाइन 'सुपारी'
दैनिक जागरण - Nov 29, 2013
कोबरापोस्ट के संपादक अनिरुद्ध बहल ने शुक्रवार को दावा किया कि देश में फर्जी वीडियो बनाने और उन्हें सोशल मीडिया पर डालने तक के काम चल रहे हैं। हाल के मुजफ्फरनगर दंगों और कुछ समय पहले उत्तर-पूर्व के लोगों का दक्षिण भारत से बड़ी तादाद में पलायन होने के पीछे ऐसे दुष्प्रचार का बड़ा हाथ रहा है। कोबरापोस्ट ने अपने 'ऑपरेशन ब्लू वायरस' के जरिए इस पूरे गोरखधंधे से पर्दा हटाया है। कई आइटी कंपनियां तय रकम के बदले में किसी को भी बदनाम करने या कोई भी फर्जी प्रचार करने के लिए तैयार थीं। नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार में लगी एक कंपनी के कर्मचारी ने दावा किया कि अगर लोगों को सच्चाई का ...
कोबरा का खुलासा: नेताओं को मशहूर या बदनाम करने के लिये आईटी कंपनियां लेती हैं ठेका
Oneindia Hindi - Nov 29, 2013
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। स्टिंग ऑपरेशन से राजनीति महकमे में हड़कंप मचाने वाले खोजी वेबसाइट कोबरा पोस्ट ने अपने एक स्टिंग ऑपरेशन में सनसनीखेज खुलासा किया है। कोबरा पोस्ट ने ये दावा किया है कि देश में ऐसी दर्जनों आईटी कंपनियां हैं जो सोशल नेटवर्किंग साइट्स की मदद से ऑनलाइन किसी को बदनाम या मशहूर करने के काम का ठेका लेती हैं। सीधे शब्दों में कहें तो सोशल नेटवर्किंग साइट किसी नेता की छवि सुधारने या फिर उसे बदनाम करने के लिये सुपारी लेती हैं। इतना ही नहीं, कोबरा पोस्ट ने तो ये भी दावा किया है कि ये आईटी कंपनियां अपने ग्राहक को फेसबुक और ट्विटर पर फर्जी प्रशंसकों ...
ऑपरेशन ब्लू वायरस! पैसों से खरीदे जाते है लाइक्स
Indo Politics - Nov 28, 2013
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर कुछ आईटी कंपनियां नेताओं को मशहूर और बदनाम करने का काम करती है। इसके लिए वह इनसे भारी भरकम रकम वसूलती है। यह खुलासा खोजी वेबसाइट `कोबरा पोस्ट` ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए किया है और इन आईटी कंपनियों का पर्दाफाश किया है। ऑपरेशन `ब्लू वायरस` नाम के इस स्टिंग ऑपरेशन में तकरीबन दो दर्जन ऐसी कंपनियों का भंडाफोड़ किया गया है जो सोशल मीडिया के जरिए लोगों को बदनाम या मशहूर करने के लिए भारी-भरकम रुपए लेती हैं। इस खुलासे में यह दावा किया गया है कि आईटी कंपनियों के द्वारा यह काम नेताओं के लिए किया जा रहा है ताकि चुनावों में उन्हें उसका फायदा ...
कोबरापोस्ट का खुलासा : पैसे लेकर दंगा भी करा सकती हैं आईटी कंपनियां!
देशबन्धु - Nov 29, 2013
इन कंपनियों के ग्राहकों में राजनीतिक दलों के नेताओं के अलावा कॉरपोरेट घराने, गैरसरकारी संगठन और दागी सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। आईटी प्रोफेशनलों में से एक ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कोबरापोस्ट के सहायक संपादक सैयद मसरूर हसन से कहा कि वह वोटरों के बारे में विस्तृत जानकारी मुहैया कराने के अलावा बम विस्फोट भी करा सकता है। समाचार पोर्टल के मुताबिक, एक प्रोफेशनल ने दावा किया कि बेंगलुरु की आईटी कंपनियों की आमदनी का तीन प्रतिशत हिस्सा राजनीतिक कामकाज से आता है जिसमें सबसे बड़ा योगदान भाजपा का है। सोशल मीडिया में मोदी के लिए प्रचार अभियान चलाने का ...
शिंदे ने किया कोबरापोस्ट के खुलासे का समर्थन
Webdunia Hindi - Nov 29, 2013
केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने वेबसाइट कोबरापोस्ट के इन दावों का आज समर्थन किया कि आईटी कंपनियां राजनीतिकों की लोकप्रियता कृत्रिम रूप से बढ़ाने और उनके प्रतिद्वंद्वियों को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रही हैं। शिन्दे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मैंने खुफिया ब्यूरो के हाल के सम्मेलन में इन मुद्दों को उठाया था। मेरी चिन्ता सही साबित हुई। कोबरापोस्ट का उसके एक खुलासे में आरोप है कि आईटी कंपनियां राजनीतिकों की लोकप्रियता कृत्रिम रूप से बढ़ाने और उनके प्रतिद्वंद्वियों को बदनाम करने के लिए फेसबुक, यूट्यूब और टि्वटर जैसे सोशल ...
राजनीतिक पार्टियों की शह पर आपके लाइक्स खरीद रही हैं आईटी कंपनियां, आपका सिस्टम हो रहा है हैक...
Bhadas4Media - Nov 29, 2013
इंटरनेट की दुनिया में बहुत बड़ा रैकेट और फ्रॉड चल रहा है सोशल नेटवर्किंग साइट्स के माध्यम से. राजनीतिक पार्टियों की शह पर आपके लाइक्स खरीद रही हैं आईटी कंपनियां... आपका सिस्टम हो रहा है हैक... ये नई शताब्दी है, सो अब चुनाव के नतीजे भी सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से प्रभावित ... और खुद फैसला कीजिए. किसी भी राजनीतिक पार्टी का पक्ष लिए बगैर सोचिए कि ऐसी आईटी कंपनियों पर तुरंत शिकंजा कसा जाना चाहिए या नहीं. मेनस्ट्रीममीडिया को इस मामले में लंबी-चौड़ी बहस और खबर करनी चाहिए, जैसा वो तरुण तेजपाल के मामले में कर रही हैं. तेजतर्रार पत्रकार नदीम एस. अख्तर के फेसबुक वॉल से.
*सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए बदनाम,मशहूर करने का ठेका.आर्यावर्त - Nov 28, 2013 ऑपरेशन 'ब्लू वायरस' नाम के इस स्टिंग ऑपरेशन में करीब दो दर्जन ऐसी कंपनियों का भंडाफोड़ किया गया है जो सोशल मीडिया के जरिए लोगों को बदनाम या मशहूर करने की सुपारी लेती हैं। इस काम के लिए ये आईटी कंपनियां फर्जी फेसबुक पेज क्रिएट करके उन्हें अपने कर्मचारियों से लाइक करवाती हैं या फिर लाइक्स खरीदती हैं। कंपनियों ने एक वायरस की मदद से लाइक्स बढ़ाने का भी प्रस्ताव रखा। इस वायरस के जरिए फेसबुक और ट्विटर पर फैन्स की संख्या कई गुना तक बढ़ाई जा सकती है। इसके अलावा प्रमोशनल विडियो बनाकर उन्हें यूट्यूब पर वायरल करने और एसएमएस और ईमेल्स भेजने की भी बात कही गई। कोबरा पोस्ट के ... कोबरा पोस्ट का खुलासा, पैसे लेकर नेताओं को मशहूर और बदनाम करती हैं आईटी कंपनियांJano Duniya - Nov 29, 2013 नई दिल्ली। खुफिया रिपोर्टिंग के लिए जानी जाने वाली खोजी वेबसाइट 'कोबरा पोस्ट' ने एक और खुलासा किया है। कोबरा पोस्ट के निशाने पर इस बार आईटी कंपनियां रही हैं। इस खुलासे से पता चला है कि कैसे आईटी कंपनियां किसी नेता को मशहूर और बदनाम करने का कामा करती है। इसके लिए वह इनसे भारी भरकम रकम वसूलती है। इसका खुलासा एक स्टिंग ऑपरेशन के द्वारा संभव हो सका। ऑपरेशन `ब्लू वायरस` नाम के इस स्टिंग ऑपरेशन में तकरीबन दो दर्जन ऐसी कंपनियों का भंडाफोड़ किया गया है जो सोशल मीडिया के जरिए लोगों को बदनाम या मशहूर करने के लिए भारी-भरकम रुपए लेती हैं। इस खुलासे में यह दावा किया गया ... आईटी कंपनियां बदनाम करने के लिए लेती हैं सुपारीWebdunia Hindi - Nov 28, 2013 कोबरा पोस्ट ने सोशल मीडिया के प्रयोग को लेकर एक स्टिंग ऑपरेशन कर सनसनीखेज खुलासा किया है। कोबरा पोस्ट के अनुसार आईटी कंपनियां ट्विटर, फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए बदनाम करने की सुपारी लेती हैं। कोबरा पोस्ट ने अपने खुफिया कैमरे में ऐसी 22 कंपनियों का पर्दाफाश किया है। स्टिंग ऑपरेशन ऑपरेशन ब्लू वायरस के जरिए इस कोबरा पोस्ट ने यह भी खुलासा किया है कि आईटी कंपनियां किन-किन कामों के लिए सुपारी ले रही हैं। कोबरा पोस्ट ने इसके लिए एक स्टिंग ऑपरेशन किया, उसमें यह बात सामने आई कि पैसे लेकर लोगों को बदनाम करने के लिए आईटी कंपनियां सुपारी लेती हैं। कोबरापोस्ट का आपरेशन ब्लू वायरसविस्फोट - Nov 28, 2013 मुख्यधारा की मीडिया के एक महारथी तरुण तेजपाल भले ही गिरफ्तारी से बचने के लिए मारे मारे फिर रहे हों लेकिन उन्हीं के साथ काम कर चुके एक दूसरे महारथी मैदान में डटे हुए है। ठीक जिस वक्त में तहलका और तेजपाल प्रकरण राजनीतिक विवाद का कारण बना हुआ है, तरुण तेजपाल से अलग होकर कोबरापोस्ट बनानेवाले अनिरुद्ध बहल ने एक और स्टिंग आपरेशन सामने रख दिया है। मुख्य धारा की मीडिया का यह स्टिंग आपरेशन सोशल मीडिया के खिलाफ है। आपरेशन ब्लू वायरस नामक इस स्टिंग आपरेशन में कोबरा पोस्ट के एसोसिएट एडिटर सैयद मसरूर हसन द्वारा अंजाम दिये गये इस स्टिंग आपरेशन के दौरान यह दिखाने बताने की ... National > कोबरापोस्ट ने राजनैतिक दलों पर किया बड़ा खुलासापंजाब केसरी - Nov 28, 2013 सोशल मीडिया ने मप्र विधानसभा चुनाव में बढाया मतदान का प्रतिशत · View all · विदेश · पाकिस्तान · चीन · ऑस्ट्रेलिया · अमेरिका · इंग्लैंड · अन्य देशों की खबरें · राहील शरीफ ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख का पद संभाला · पाक में बेटा पैदा न करने पर 56 महिलाओं की हत्या · पाकिस्तान में ड्रोन हमला, 3 आतंकवादियों की मौत · पाकिस्तान में 'बुलेट राजा' के रिलीज पर प्रतिबंध · सेना प्रमुख नहीं बनाया तो लैफ्टिनैंट जनरल ने दिया इस्तीफा · View all · चीन ने नए हवाई रक्षा क्षेत्र में भेजे लड़ाकू विमान · आईफोन चुराना पड़ा भारी, भेजने पड़े मालिक को कॉन्टैक्ट नंबर · दिसंबर में चांद पर 'चैंग ई-3' यान भेजेगा ... कोबरापोस्ट ने राजनैतिक दलों पर किया बड़ा खुलासापंजाब केसरी - Nov 28, 2013 नई दिल्ली: खोजी पत्रकारिता करने वाली वेबसाइट कोबरापोस्ट ने अपने एक स्टिंग ऑपरेशन के दैरान विरोधियों को तबाह करने के लिए आईटी कंपनियों के साथ मिलकर कैसे लोगों की जिंदगी बर्बाद की जा रही है इसका खुलासा किया है। वेबसाइट कोबरापोस्ट ने स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा किया है कि पैसे लेकर लोगों को बदनाम करने के लिए आईटी कंपनियां सुपारी लेती हैं। स्टिंग ऑपरेशन के जरिए इस कोबरापोस्ट ने ये भी खुलासा किया है कि आईटी कंपनियां किन-किन कामों के. |
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क्या सोशल मीडिया जनता की आवाज है?: AAJ TAK: india ...
इंडिया टुडे कॉनक्लेव के दूसरे दिन सेशन 'सोशल मीडिया- इज इट द वॉयस ऑफ द पीपल?' में (बाएं से) सेशन मॉडरेटर कावेरी बामजई, ट्विटर के इंटरनेशनल ऑपरेशंस के वाइस-प्रेसिडेंट शैलेश राव, द अमेरिकन यूनिवर्सिटी इन काइरो के राजनीतिक विज्ञान विभाग के ...
पैसे लेकर बनाई जा रही है सोशल मीडिया पर ... - आज तक
2 दिन पहले - चुनावी मौसम में कुछ आईटी कंपनियां पैसे लेकर सोशल मीडिया पर नेताओं की इमेज चमकाने और खराब करने के काम में लगी हैं. यह खुलासा हुआ है खोजी वेबसाइट 'कोबरा पोस्ट' के स्टिंग ऑपरेशन से.
Live हिन्दुस्तान - 1 घंटे पहले
Oneindia Hindi - 1 दिन पहले
सोशल मीडिया पर भी चुनाव आयोग की नज़र - BBC Hindi ...
www.bbc.co.uk/.../131025_election_commission_social_media_ap.shtml
25-10-2013 - सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. चुनाव आयोग सोशल मीडिया पर आम लोगों की राजनीतिक टिप्पणी को भी नियमों के दायरे में लाने पर विचार कर ...
सोशल मीडिया बढ़ा रहा युवाओं में आत्महत्या दर ...
hindi.yahoo.com/sucide-rate-rises-youngs-due-social-media-151850667....
1 दिन पहले - Read 'सोशल मीडिया बढ़ा रहा युवाओं में आत्महत्या दर' on Yahoo. कोलकाता, जागरण ब्यूरो। वर्तमान में एक-दूसरे से जुड़े रहने के लिए सोशल मीडिया का चलन बहुत बढ़ गया है, खासतौर से युवाओं के बीच। लेकिन यही सोशल मीडिया इन युवाओं के ...
सोशल मीडिया पर बर्बाद करना हो तो पैसे दो..►►
2 दिन पहले
नई दिल्ली। खोजी पत्रकारिता करने वाली वेबसाइट कोबरापोस्ट ने सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल पर सनसनीखेज खुलासा किया है। अपने विरोधियों को तबाह करने के लिए आईटी ...
सोशल मीडिया पर भड़काऊ कॉमेंट्स, दर्ज होगी FIR ...
2 दिन पहले - Inflammatory comments on social media, FIR recorded एक कथित सोशल ऐक्टिविस्ट को सोशल मीडिया पर विभिन्न मुद्दों पर उत्तेजक कॉमेंट करना भारी पड़ गया। अदालत ने दिल्ली पुलिस...
सोशल मीडिया कर रहा आत्महत्या में ... - Oneindia Hindi
hindi.oneindia.in › हिन्दी › समाचार › फीचर
1 दिन पहले - Highlighting the importance of being a "non-judgemental listener" to people with suicidal tendencies, a consultant psychiatrist said here that social media is emerging as a contributing factor to youngsters taking their own lives.सोशल मीडिया कर रहा आत्महत्या में योगदान.
सामाजिक मीडिया - विकिपीडिया, मुक्त विश्वकोश
Social Media के लिए खोजे गए अंग्रेज़ी दस्तावेज़ का अनुदित परिणाम
सोशल मीडिया वे आभासी समुदायों और नेटवर्क में, शेयर, और / या विनिमय जानकारी और विचारों को बनाने में जो लोगों के बीच बातचीत को दर्शाता है.
सोशल मीडिया आज: सामाजिक मीडिया विपणन पर समाचार और विश्लेषण...
Social Media के लिए खोजे गए अंग्रेज़ी दस्तावेज़ का अनुदित परिणाम
सामाजिक मीडिया, सामग्री विपणन, सामाजिक व्यापार, सामाजिक मीडिया विपणन, सामाजिक ग्राहक सेवा और ब्लॉगिंग पर दुनिया के बेहतरीन विचारकों.
सोशल मीडिया News - सोशल मीडिया Latest news on hindi ...
hindi.gizbot.com/topic/सोशल-मीडिया
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खाड़ी क्षेत्र का नामी बैंक अमीरात एनबीडी सोशल मीडिया के माध्यम से ग्राहकों पर बैंक की सकारात्मक छवि बनाने की कोशिश कर रहा है। बैंक ने अगस्त 2012 में सोशल मीडिया का सहारा लिया और फेसबुक व ट्विटर के माध्यम से. नौकरी चाहिए तो सोशल ...
अभिव्यक्ति को नई धार देता सोशल मीडिया - Deshbandhu
आज का दौर सोशल मीडिया का है। हर आयु-वर्ग के लोगों में सोशल नेटवर्किंग साइट्स का ेज दिनों-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। आज सोशल नेटवर्किंग दुनिया भर में इंटरनेट पर होने वाली नंबर वन गतिविधि है, इससे पहले यह स्थान पोर्नोग्राफी को हासिल था। सोशल ...
सोशल मीडिया - अन्य हिन्दी ख़बरें
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सिब्बल भी सोशल मीडिया की शरण में
www.jagran.com/.../national-kapil-sibal-debuts-on-twitter-10896418.htm...
3 दिन पहले - चुनावी मौसम क्या-क्या नहीं करवाता। कल तक सोशल मीडिया को कई किस्म की बुराई की जड़ बताने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल भी अब इसकी शरण में आ गए हैं। बृहस्पतिवार को उन्होंने न सिर्फ ...
मोदी के चुनाव प्रचार में सोशल मीडिया के दुरुपयोग ...
www.punjabkesari.in/.../मोदी-के-चुनाव-प्रचार-में-सोशल-म...
10 घंटे पहले - नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार में शामिल कुछ आईटी कंपनियों सहित अन्य आईटी कंपनियों द्वारा सोशल मीडिया के दुरुपयोग के संबंध में कोबरा पोस्ट के स्टिंग से प्राप्त तथ्यों के आधार पर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने थाना ...
चीन में सोशल मीडिया की सेंसरशिप
22 घंटे पहले - प्रो पब्लिका और कुछ अन्य शोधकर्ताओं ने चीन की ट्विटर जैसी सोशल साइट साइना वीबो पर 100 यूजरों के पोस्ट को मॉनिटर.
द गेम चेंजर – सोशल मीडिया एंड आम आदमी पार्टी ...
www.samachar4media.com/the-game-changer-social-media-aam-aadmi-...
05-11-2013 - पार्टी का अस्तित्व अन्ना हजारे के नेतृत्व में जन लोकपाल आंदोलन के समय आया जब देश के विभिन्न क्षेत्रों से लाखों लोग सार्वजनिक स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ इस आंदोलन से जुड़े,सोशल मीडिया को धन्यवाद देना चाहिए जिसने इस ...
Chanakya - अखिल भारतीय सोशल मीडिया संघ | Facebook
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Chanakya - अखिल भारतीय सोशल मीडिया संघ. 3835 likes · 17 talking about this. Chanakya - All India Social Media Association (CAISMA). -- अगर सांप जेह्रीला ना भी हो तो उसे खुद को जहरीला दिखाना चाहिए. -- इस राष्ट्र को दुर्जनों की दुष्टता के बजाये सज्जनों की ...
Latest Bari News 30/11/2013: सोशल मीडिया से - www.bhaskar ...
2 दिन पहले - ऐसा कहा जाता है कि अगर सोशल मीडिया एक देश होता तो नरेंद्र मोदी उसके प्रधानमंत्री होते। कारण है कि सोशल मीडिया.
हॉट जॉब्स इन सोशल मीडिया - Rajasthan Patrika
rajasthanpatrika.patrika.com/article/...सोशल-मीडिया/44203.html
हॉट जॉब्स इन सोशल मीडिया आजकल सोशल मीडिया या यूं कहें कि सोशल नेटवर्किग साइट्स हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुकी हैं। ऎसा नहीं है कि हम केवल इनका इस्तेमाल ही करते हैं, बल्कि अगर हम चाहें, तो इनमें एक अच्छा कॅरियर भी बना सकते हैं।
social media and cartoon - वाह क्या कार्टून हैं! सोशल ...
सोशल मीडिया एक्टिव हैं कलाकार1 of 9. cartoon कपिल घोलाप पेशे से एक डिज़ायनर हैं। कार्टून को वो सरकार और व्यवस्था के खिलाफ़ आम आदमी का हथियार कहते हैं। जब भी मन तिलमिलाता है कोई नया कार्टून बनकर निकलता है। social media and cartoon · apple launching ...
सोशल मिडिया का बढ़ता प्रभाव क्या प्रतिबंध जरूरी ...
यह सर्वविदित है तथा बहस का प्रमुख विषय बन गया है कि बीसवीं सदी की समाप्ति तक दुनिया में सशक्त मीडिया माध्यमों का तीव्र गति से विस्तार हुआ है। इस विस्तार का ही परिणाम है मीडिया की शक्ति आम जनता के हाथ में आ गई है। सोशल मीडिया के ...
सोशल मीडिया | Raajneetikadda.com
www.raajneetikadda.com/tag/सोशल-मीडिया
यूं कहें कि सोशल मीडिया आज लोगों की जरूरत बन गई है. इसकी महत्ता इसी से लगाया जा सकता है कि 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां अभी से इसे इस्तेमाल करने में लग गयी है. अभी तक सोशल मीडिया को अपने तरीके से ...
सामाजिक मीडिया विपणन - विकिपीडिया
hi.wikipedia.org/wiki/सामाजिक_मीडिया_विपणन
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बिज़नेस होराइज़न्स , जर्नल ऑफ़ द केल्ली स्कूल ऑफ़ बिज़नेस, इंडियाना विश्वविद्यालय; ↑ डब्ल्यू. ग्लिन मैनगोल्ड, डेविड जे.फ़ॉल्ड्स. सोशल मीडिया: द न्यू हाइब्रिड एलिमेंट ऑफ़ द प्रमोशन मिक्स. बिज़नेस होराइज़न्स, जर्नल ऑफ़ द केल्ली स्कूल ...
सोशल मीडिया से युवाओं में आत्महत्या ... - Jano Duniya
janoduniya.tv/lifestyle/social-media-increased...to...in.../201331110
1 दिन पहले - जिंदगी में अच्छे दोस्तों की कमी और ऑनलाइन दोस्तों की अनदेखी, युवाओं में आत्महत्या का कारण बन रही है। lack of good friends in life and ignoring online friends is the cause of suicide among youth.
सोशल मीडिया : Pravakta | प्रवक्ता.कॉम : Online Hindi News ...
www.pravakta.com/tag/सोशल-मीडिया
social हिमांशु डबराल सोच के देखिये की भारत में स्वतंत्र प्रेस न हो तो क्या होगा? चाइना जैसा हाल...? सोच के भी अजीब लग रहा है... सोशल मीडिया पर पाबन्दी और निगरानी की बात चल रही है...बड़े बड़े लोगों के बयान आ रहे है की इस पर पाबन्दी लगनी चाहिए.
सोशल मीडिया पर लगाम - Samyantar
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यह तो एक बहाना है : पीयूष पंत. social-media अगर हम उन लोंगो की अभिव्यक्ति की आजादी पर विश्वास नहीं करते जो हमें ना पसंद हैं तो इसका सीधा मतलब है कि अभिव्यक्ति की आजादी पर हमारा विश्वास है ही नहीं। ' नोम चोमस्की का यह कथन मनमोहन सिंह की ...
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सोशल मीडिया - Latest News on सोशल मीडिया | Read ...
zeenews.india.com/hindi/tags/सोशल-मीडिया.html
तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की प्रमुख जयललिता की स्थिति मजबूत करने के लक्ष्य के साथ 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस चुकी उनकी पार्टी ने सोशल मीडिया और आईटी के माध्यम से विशेषकर ...
सोशल मीडिया का फर्जीवाड़ा - खबर दुनिया भर
cgkhabar.com/operation-blue-virus-sting-operation-of-kobra-post-on-so...
2 दिन पहले - छत्तीसगढ़ खबर यानी छत्तीसगढ़ और देश दुनिया की खबरें, सबसे पहले, सबसे आगे. सच को सच की तरह कहने का साहस.
युवाओं को रिझाता फेसबुक और सोशल मीडिया - Pro ...
आज का युवा वर्ग अपने हाथ में स्मार्ट फोन लिए सारी दुनिया से जुड़ा हुआ है फिर चाहे वह फेसबुक, ट्विटर, यू-ट्यूब, ब्लाग या आरकुट के ही रूप में ही क्यों न हो। सोशल मीडिया पर समय बिता रहे इन युवाओं ने एक जुट होकर एक नया समाज बना लिया है। दोनों के ...
MP POST :: सोशल मीडिया ने मप्र विधानसभा चुनाव में ...
सोशल मीडिया के सकारात्मक सहयोग ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बढाया मतदान का प्रतिशत... और अभियान, प्रजातंत्र को मजबूत करने के लिये काम कर रहे अशासकीय संगठनों और विशेष रूप से सोशल मीडिया के सकारात्मक हस्तक्षेप का परिणाम है।
क्या सोशल मीडिया पर लगाम लगाना चाहिए या नहीं ?
www.abpnews.newsbullet.in/blogtest/74.../54953-2013-09-23-16-46-38
23-09-2013 - सोशल मीडिया बड़े ही कमाल की चीज है लेकिन इसके साइडइफेक्ट भी बेहद खतरनाक हैं. मुजफ्फरनगर दंगे का मुख्य कारण सोशल मी़डिया ही माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर दो युवकों के मारने का पुराना विज्युअल दिखाने से ...
सोशल मीडिया में खतरों की भरमार
hindi.ias100.in/index.php/2013-06-13.../1237-2013-08-08-09-08-30
तकनीक के विशरद लोगों ने सोशल मीडिया की ताकत पर कसीदे काढ़ने शुरू कर दिए कि कैसे विश्व कप के मौके का फायदा उठा कर एक बड़ा अभियान खड़ा कर दिया गया। इस अभियान की असल खासियत यह थी कि यह अभियान पूरी तरह झूठा था। इसे इस दौर का सबसे बड़ा फरेब ...
TV स्टेशन ...: खुलासा : सोशल मीडिया का असली चेहरा !
tvstationlive.blogspot.com/2013/11/blog-post_28.html?showComment...
2 दिन पहले - कोबरापोस्ट का खुलासा सोशल मीडिया का सच्च : आई.टी. कंपनियां किस तरह से पैसे के लिए इसे इस्तेमाल करके लोगों की इज्जत के साथ खिलवाड़ कर रही है।लंबे समय तक चले अंडर कवर ऑपरेशन में कोबरापोस्ट ने खुलासा किया है कि किस तरह से आई ...
P7 News Search : सोशल मीडिया
www.p7news.com/component/search/?...सोशल%20मीडिया...
चुनाव आयोग की अनुमति के बिना इंटरनेट पर नहीं कर सकते प्रचार: Created on 25 October 2013: राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की ओर से इंटरनेट और सोशल मीडिया पर डाली गयी सामग्री पर अब चुनाव आयोग की नजर रहेगी। आयोग ने आज इस संबध में विस्तृत.
visfot.com - सोशल मीडिया पर अनसोशल एजेण्डा
visfot.com/.../10258-सोशल-मीडिया-पर-अनसोशल-एजेण्डा.ht...
16-10-2013 - एक नौजवान के रूप में राजकिशोर से यह मेरा पहला परिचय था। जनसत्ता में सोशल मीडिया पर उनका एक लेख आंख के सामने आया तो हैरान कर देनेवाले ऐसे तर्कों और कुतर्कों से सामना हुआ कि एक लड़की होने के नाते तन मन में सिहरन सी दौड़ गई.
खबर और आंदोलन: संदर्भ सोशल मीडिया | Vinit Utpal ...
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MEDIA VIMARSH, June. 2012, ISSN 2249-0599 खबर और आं दोलन: संदभर सोशल मीिडया िवनीत उतपल 'अजीबोगरीब उपाय बताकर लोगो की परेशािनयो को दर करने का दावा करने वाले िनमर ल बाबा क िखलाफ लखनऊ पुिलस े ू एफआईआर दजर करेगी। लखनऊ की एक अदालत ने दो बचचो की ...
सोशल मीडिया और लोकतंत्र विषय पर दो दिवसीय ...
सोशल मीडिया और लोकतंत्र विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी. सोशल मीडिया और लोकतंत्र विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी तिथि: 7-8 अप्रैल, 2012 स्थान: एसजीआरआर मेडिकल कालेज, पटेलनगर, देहरादून उत्तराखंड. application/pdf icon socialmedia.pdf.
सोशल मीडिया पर लोकप्रिय क्रिकेटर है सचिन तेंदुलकर
www.thesundayindian.com/hi/story/sachin-tendulakar-is.../19175/
By एजेंसी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर दुनिया के नामचीन खिलाड़ियों की लोकप्रियता पर नजर रखने वाली एक प्रमुख वेबसाइट फेमकाउंट ने शतकों का शतक ठोकने वाले भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को सोशल मीडिया के 10 सबसे लोकप्रिय ...
सोशल मीडिया में घुसती पुलिस | दुनिया - Deutsche Welle
www.dw.de/सोशल-मीडिया-में-घुसती-पुलिस/a-16959946
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18-07-2013 - संवेदनशील मुद्दों पर जनता के विचारों को जानने समझने के लिए मुंबई पुलिस नेसोशल मीडिया लैब बनाया है. इसके तहत जनभावनाएं दिखाने वाले सोशल मीडिया वेबसाइटों पर नजर रखी जाएगी.
सोशल मीडिया स्पेशलिस्ट की बढ़ी डिमांड - Career ...
www.career7india.com/.../सोशल+मीडिया+स्पेशलिस्ट+की+ब...
दुनिया का सातवां सबसे बड़ा सोशल नेटवर्क मार्केट होने की वजह से भारत में भी 'सोशल मीडियास्पेशलिस्ट' की डिमांड बढ़ गई है। मा फोई के मुताबिक, वर्ष 2012 के अंत तक 10,000 सोशल मीडियास्पेशलिस्ट की जरूरत होगी। क्यों बढ़ रही है सोशल एक्सपर्ट ...
सोशल मीडिया तथा Selfie - आत्म-मुग्धा - मुख्य पन्ना
tatkalnews.com/.../16686-सोशल-मीडिया-तथा-Selfie-आत्म-मुग...
6 घंटे पहले - ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में शामिल होने वाला नया शब्द 'Selfie' 'आत्ममुग्धा' जिसे इस वर्ष का 'शब्द' माना गया है। हमारे समकालीन समय का सही प्रतिनिधित्व करता है। सोशल मीडिया का थोड़ा सा अनुभव भी आपको इस 'आत्ममुग्धा' की प्रतीति ...
गैरजिम्मेदार सोशल मीडिया पर फिदा आधा इंडिया
mediaforrights.org/.../2204-गैरजिम्मेदार-सोशल-मीडिया-पर-...
हाल में बीबीसी में कार्यरत भारतीय पत्रकार ने सोशल मीडिया पर खबर देखी। दावा किया गया था कि एक गांव में कई गायों की हत्या कर दी गई है। तनाव व्याप्त है। खबर में आसपास के लोगों को घटनास्थल पर जुटने की अपील की गई थी।
Chanakya - अखिल भारतीय सोशल मीडिया संघ - OyePages
चाणक्य (350 BC - 238 BC) अर्थशाश्त्र और नीतिशाश्त्र (चाणक्य निति ) के रचयिता, मौर्य साम्राज्य की स्थापना के लिए उत्तरदायी चाणक्य कौटिल्य नाम से भी विख्यात हैं। वे महान् सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे। उन्होने नदवंश का नाश ...
सोशल मीडिया का हो रहा है दुरूपयोग : आईबी प्रमुख
www.jansatta.com/index.php/.../1.../55118-2013-11-21-11-42-36
21-11-2013 - खुफिया ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख आसिफ इब्राहिम ने आज कहा कि देश में समस्या पैदा करने के लिए सोशल मीडिया माध्यम का दुरूपयोग हो रहा है और ये बात हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुई सांप्रदायिक हिंसा से साबित होती है ...
खोज परिणाम
सोशल मीडिया का दुरूपयोग अपनी चरम सीमा पर - IYC
Info: सोशल मीडिया का दुरूपयोग अपनी चरम सीमा पर है . न यूजर अपनी मर्यादा में हैं और न ही उसकी भद्दी पोस्ट पर कमेन्ट करने वाले .देश के माननीय व्यक्तियों तक को नहीं छोड़ा जा रहा है तब आम आदमी की क्या बिसात ? Diwakar Dayal. Diwakar Dayal's photo.
सोशल मीडिया बदलेगा बॉलीवुड को - हिन्दी फिल्म
www.hindilok.com/social-media-will-change-bollywood-080320120987...
मशहूर फिल्मकार श्याम बेनेगल ने 1976 में फिल्म बनायी थी-मंथन। फिल्म का बजट करीब 12 लाख था। 'मंथन' गुजरात डेयरी उद्योग की सहायता से बनी थी, जिसमें पाँच लाख किसानों ने दो-दो रुपए का योगदान दिया था। बूंद-
भारत में सोशल मीडिया पर गहरी नज़र रखने का फ़ैसला
hindi.irib.ir/.../33137-भारत-में-सोशल-मीडिया-पर-गहरी-नज़र-...
19-09-2012 - भारत में सोशल मीडिया पर गहरी नज़र रखने का फ़ैसला.
Displaying items by tag: सोशल मीडिया - Latest Network News
www.lnn.co.in/index.php/technology-news/.../सोशल%20मीडिया
16-10-2013 - इस दौरान भाजपा की आई टी सेल व ओवरसीज फ्रैन्डस ऑफ बीजेपी ने संयुक्त रूप से अपने कार्यकर्ताओं व विद्यार्थियों के माध्यम से रैली संबंधी पल पल की खबर सोशल मीडिया पर अपलोड की। हावर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के बाद ओवरसीज ...
कडुवा सच ...: चुनावों में सोशल मीडिया की भूमिका ?
10-10-2013 - आज यह कहना अतिशयोक्तिपूर्ण नहीं होगा कि जहां प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया के संवाददाता नहीं हैं वहां भी सोशल मीडिया का अस्तित्व बखूबी नजर आ रहा है। पल-पल की छोटी-बड़ी खबरें आज सोशल मीडिया पर देखी जा सकती हैं, और तो और ...
सोशल मीडिया और न्यू मीडिया अतिवादी ताकतों के ...
25-05-2013 - सोशल मीडिया ने आज आम जनमानस को अपनी बात कहने का मौका दिया है. जहाँ पहले मुख्यधारा मीडिया का संपादक ही तय करता था की कौन सी बात बाहर आनी है और कौन सी नहीं व.
सोशल मीडिया पर सबसे लोकप्रिय बने दबंग सलमान ...
www.dakshinbharat.com/.../सोशल-मीडिया-पर-सबसे-लोकप्-114...
30-10-2012 - सोशल मीडिया वेबसाइटों फेसबुक, गूगल प्लस, टि्वटर और वीडियो शेयरिंग वेबसाइट यूटयूब पर नजर रखने वाली एक प्रमुख वेबसाइट फेमकाउंट के मुताबिक, चर्चित टीवी शो 'बिग बॉस' के प्रस्तोता सलमान के सोशल मीडिया पर 38,556,143 प्रशंसक हैं।
सोशल मीडिया पर बेतुकी टिप्पणियों का शालीनता ...
सोशल मीडिया पर बेतुकी टिप्पणियों का शालीनता से जवाब देंःसुखदेव भगत. Posted by editor on September 4th, 2013. प्रदेश कांग्रेस मीडिया कमेटी बैठक रांची, 04 सितंबरः झारखंड प्रदेश कांग्रेस मीडिया कमिटी की आवश्यक बैठक आज संध्या 4 बजे प्रदेश ...
क्या देशहित के खिलाफ है सोशल मीडिया - राष्ट्रीय ...
24-09-2013 - मुजफ्फरनगर दंगों के बाद बुलाई गई राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए सोशल मीडिया को आड़े हाथों लिया। उनका कहना था कि सोशल मीडिया का जिस तरह प्रयोग होना चाहिए वैसे नहीं ...
स्वर्ग और परे में सोशल मीडिया क्लब | सिलिकन वैली ...
www.siliconvalleyblog.de/.../social-media-club-im-paradies-und-ausserh...
23-12-2010 - शाखा कार्यालय के पहले सोशल मीडिया क्लब क्रिस ह्यूअर और के संस्थापक जब अक्टूबर 2009 में स्थापित किया गया था क्रिस्टीन वेल्स एक के लिए Podcamp हवाई करने के लिए आया था और
सोशल मीडिया | अवधभूमि
avadhbhumi.wordpress.com/tag/सोशल-मीडिया/
Posts about सोशल मीडिया written by surya prakash pandey.
Blog Reviews | Sujit Kumar Lucky - सोशल मीडिया का शोर और ...
Reviews of Sujit Kumar Lucky : Live In Own Thoughts.
SwaSaSan: स्वसासन सोशल मीडिया अवार्ड्स
02-10-2013 - Rs. ११०००/-, ३.-५१००/- + १०००/- क़े ११ तथा ५०१/- के २१. http://swasaasan.blogspot.com/2013/10/blog-post.html. दोस्तो;. २ अक्टूबर गांधी / शास्त्री जयंती पर घोषित. स्वसासन सोशल मीडिया अवार्ड्स. के विषय मै आपने पढा, स्वसासन इन अवार्ड्स को देने प्रतिबद्ध है !
सोशल मीडिया से शेर बानो बनीं पख्तून 'मलाला ...
defindia.net/2013/09/27/सोशल-मीडिया-से-शेर-बानो-बन/
27-09-2013 - gaonconnection क्या दुनिया के छोटे मुल्कों में सोशल मीडिया के मंच आम जनता के लिए उनके हक की लड़ाई के हथियार साबित हो सकते हैं? पाकिस्तान की शेर बानो को देखकर कम से कम इस बात के संकेत तो जरूर मिलने लगे हैं। सोशल मीडिया को ...
राष्ट्रीय एकता परिषद का सोशल मीडिया पर गुस्सा
29-09-2013 - वीरेन्द्र जैन गत दिनों एक अरसे बाद आयोजित राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक का अपने उद्देश्यों में असफल होना चिंता का विषय है। ऐसी बैठकें किसी घटना के बाद...
सोशल मीडिया का नया युग | MyIndiaDotCom
myindiadotcom.jagranjunction.com/.../सोशल-मीडिया-का-नया-य...
16-09-2012 - कंप्यूटर का आविष्कार एक चमत्कार था, इंटरनेट एक और चमत्कार था और इसके बादसोशल मीडिया भी एक चमत्कार था। एक और वेबसाइट टॉक2सेलेब्स.कॉम (talk2celebs.com) नेसोशल मीडिया में एक नये युग की शुरुआत की है। इसे ज़रा विस्तार से समझने की ...
सोशल मीडिया की 'अगस्त क्रांति' | मीडियामोरचा
mediamorcha.com.managewebsiteportal.com/.../सोशल-मीडिया-की...
18-08-2012 - लोकेन्द्र सिंह / अगस्त क्रांति का बिगुल सन् 1942 में भारत से अंग्रेजों को भगाने के लिए फूंका गया था। यूं तो इसे 'भारत छोड़ो आंदोलन' के नाम से अधिक जाना जाता है। युवाओं को आकर्षित करने के लिए संभवत:...
वर्धा में उठा प्रश्न - सोशल मीडिया - on line hindi journal
03-10-2013 - हाल ही में (20-21 सितंबर 2013 ) महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय द्वारा हिंदी ब्लागिंग और सोशल मीडिया को लेकर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं कार्यशाला आयोजित हुई । मैं भी इस संगोष्ठी में आमंत्रित था ।
साथ ही एक कार्यशाला. मुख्य भूमि भूमि से दुनिया की …
संजय उवाच: सोशल मीडिया के खतरों का भी रखें ...
17-04-2012 - विश्वविद्यालय में व्याख्यान,पूर्व छात्र मिलन तथा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन. भोपाल, 7 अप्रैल। संघ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. देवप्रकाश अग्रवाल का कहना है कि सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभावों के मद्देनजर इसके सही ...
सोशल मीडिया पर पैसा खर्च कर अफवाहें फैला रही है ...
www.vidhayakanews.com/.../सोशल-मीडिया-पर-पैसा-खर्च-क/
23-08-2013 - rahul gandhi 6 बीजेपी के चुनाव प्रचार कमेटी की कमान संभाल रहे नरेन्द्र मोदी की ताकत सोशल मीडिया पर उनकी पकड़ है। सोशल मीडिया पर उनकी मजबूत पकड़ उनकी लोकप्रियता के सबसे बड़ा हथियार है, लेकिन अब नरेन्द्र मोदी के इस तिलिस्म को ...
सोशल मीडिया का हो रहा है दुरुपयोग : आईबी प्रमुख ...
22-11-2013 - नई दिल्ली। खुफिया ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख आसिफ इब्राहिम ने आज कहा कि देश में समस्या पैदा करने के लिए सोशल मीडिया माध्यम का दुरूपयोग हो रहा है और ये बात हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुई सांप्रदायिक हिंसा से ...
सोशल मीडिया पर नेतागिरी करना पडे़गा भारी
www.niticentral.com/.../ec-to-watch-election-campaign-on-social-media-...
26-10-2013 - चुनावी माहौल में नेता ज्यादा से ज्यादा वोट पाने को अपने चुनावी प्रचार के लिए सारे नुस्खे आजमाते हैं। जिसमें इंटरनेट पर अकाउंट बना भी शामिल है। अब हार्इटेक प्रचार नेताओं को भारी पड़ने वाला है, क्योंकि भारतीय निर्वाचन ...
सोशल मीडिया पर नजर रखेगा आयोग - होम - Business Standard
25-10-2013 - सोशल मीडिया की ताकत को देखते हुए चुनाव आयोग (ईसीआई) ने कहा है कि वह वेब दुनिया में चुनावी नियमों व आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों पर नजर रखेगा।
तीसरा रास्ता: सोशल मीडिया पर निशाना : बदरंग ...
27-08-2012 - असम में हिंसा और उसके बाद देश भर में साम्प्रदायिक-कट्टरपंथी संगठनों द्वारा शुरू किये गए साम्प्रदायिक घृणा और विद्वेष भरे अभियान को रोकने में नाकाम रही यू.पी.ए सरकार ने खिसियाहट में न्यू मीडिया और सोशल नेटवर्किंग साइट्स ...
विकास की दुनिया: ब्लौग, सोशल मीडिया और क्या क्या
09-05-2010 - ... के ललचाना हो तो फ़ेसबुक अपनायिये. अब तो गूगल देवता ने भी बज्ज का बाजा बजा दिया है, आप भी बजायिये. और यदि आपके पास कंप्युटर ना भी हो तो एसएमएस-गपशप के नंबर पर (9219592195) पर एक SMS दागिये, और सोशल मीडियाका हिस्सा बन जायिये.
BBC Hindi - भारत - सोशल मीडिया -क्या नियमन उचित?
bbclinksmachine.appspot.com/.../120820_socialmedia_issue_skj.shtml
20-08-2012 - सोशल मीडिया पर नियम लगाना उचित है या नहीं.
सरकार और सोशल मीडिया - Video - Samay Live
09-09-2013 - सोशल मीडिया की सफलता ने राजनीतिक पार्टियों के कान खड़े कर दिए हैं. झारखंड सरकार जनता की समस्या को एक महीने के अंदर ऑनलाइन निष्पादन करने के लिए आपकी सरकार डॉट कॉम नाम से अपनी वेबसाइट के साथ साथ कॉल सेंटर खोलने जा रही है.
eklavyashakti: अब नामांकन-पत्र में सोशल मीडिया ...
30-10-2013 - भोपाल 30 अक्टूबर 2013। सोशल मीडिया भी अब भारत चुनाव आयोग के दायरे में आ गया है। आयोग ने आदेश जारी कर जहां विधानसभा आम चुनाव में नामांकन-पत्र दाखित करते वक्त उम्मीदवार के लिये उसका सोशल मीडिया एकाउण्ट भी उल्लेखित करना ...
स्मार्टफोन से बढ़ेंगे सोशल मीडिया के यूजर
11-10-2013 - सोशल नेटवर्किंग साइट वर्ल्डफ्लोट के संस्थापक पुष्कर माहट्टा ने कहा, 'देश में सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बाजार में सस्ते स्मार्टफोन आने के कारण इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने के ...
मोदी के लिए तैयार की जा रही सोशल मीडिया की पिच ...
13-07-2013 - गुलशन राय खत्री. नई दिल्ली। बीजेपी की इलेक्शन कैंपेन कमिटी की कमान मिलने के बाद नरेंद्र मोदी की देशभर के शहरी वोटरों पर पकड़ मजबूत करने के लिए पार्टी ने अब उनके लिए सोशल मीडिया की पिच तैयार करने का काम शुरू किया है। इसके लिए ...
हमको हमसे दूर करता सोशल मीडिया | अनोखा
mukeshbora.wordpress.com/.../हमको-हमसे-दूर-करता-सोशल-मी/
24-06-2013 - आज सोशल मीडिया लोगों से काफी करीब है. हर कोई इस नवीन विधा में रूचि लेने लगा है, और कही न कही यह हमारे रोजमर्रा के जीवन का अंग बन गया है. टाइम-पास से लेकर ज्ञान वृद्धि का एक अच्छा माध्यम बनकर इसने अपनी उपयोगिता को सिद्ध किया ...
मन की लहरें: सोशल मीडिया पहले भी था
19-01-2013 - सोशल मीडिया पहले भी था. पहले इन्टरनेट का प्रयोग तो नही पर. सभाओं, बैठकों, नुक्कड़ या गेट मीटिगों,. एकत्रीकरण के लिए होनेवाली दैनिक शाखाओं. जैसी सुविधाओं का प्रयोग होता रहा है. मैदानों, धार्मिक स्थलों जैसी जगहों से.
सोशल मीडिया के सिर पर सवार हुए काटजू
www.drishtipat.com › मुख्य पन्ना › भारत › नैशनल
23-04-2012 - Drishtipat - Ek Vaicharik Patrika, Drishtipat news magzine, & news portal.
सोशल मीडिया में नफ़रत पर चिन्ता | संयुक्त राष्ट्र ...
16-08-2013 - संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने गहरी चिन्ता जताते हुए कहा है कि इंटरनेट औरसोशल मीडिया नेटवर्कों पर नफ़रत भरी चर्चा ज़ोर पकड़ रही है और ये चलन पूरी दुनिया में जगह बना रहा है. मानवाधिकार उपायुक्त फ्लेविया पन्सीरी ...
दीपक भारतदीप की राजलेख-पत्रिका: अंतर्जालीय ...
rajlekh-patrika.blogspot.com/.../social-media-in-not-powerful-in-hindi.ht...
3 घंटे पहले - अंतर्जालीय जनसंपर्क(सोशल मीडिया) के अधिक प्रभावी होने का भ्रम न पालें-हिन्दी संपादकीय (social media in not powerful in hindi ... अंतर्जाल पर सामाजिक संपर्क जिसे हमसोशल मीडिया कह रहे हैं उसके प्रभावों पर इस समय देश में बहस चल रही है।
रायपुर : विधानसभा निर्वाचन-2013 : भारत निर्वाचन ...
26-10-2013 - भारत निर्वाचन आयोग ने सोशल मीडिया जैसे वीकिपीडिया, ट्विटर,यू ट्यूब, फेसबुक, वर्चुअल गेम (एप्स ) पर चुनाव प्रचार के लिए उन्ही विधिक प्रावधानो को लागू करने का निर्णय लिया है जो प्रावधान अन्य मीडिया माध्यमों के लिए लागू ...
: इति श्री वर्धा ब्लॉगर एवं सोशल मीडिया सम्मेलन
26-09-2013 - वर्धा३ पहले दिन के तीसरे सत्र की चर्चा का विषय था- सोशल मीडिया और राजनीति। इसके संचालक थे हर्षवर्धन त्रिपाठी। वक्ताओं में शामिल थे- संजीव सिन्हा, कार्तिकेय मिश्र, अनिल सिंह, अनूप शुक्ल, पंकज कुमार झा, शकुंतला शर्मा।
मोदी के सोशल मीडिया चलाने वालों से मिलिए - India ...
realtime.wsj.com/india/2013/.../मोदी-के-सोशल-मीडिया-चलान...
08-07-2013 - 2014 में होने वाले आम चुनावों से पहले मुख्य विपक्षी दल, भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के अग्रणी उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने देश के यकीनन दो सबसे कुशाग्र बुद्धिवालों को वेब पर अपने चुनावी अभियान की अगुवाई के लिए चुना ...
सोशल मीडिया पर प्रचार से पहले लेनी होगी अनुमति ...
26-10-2013 - नयी दिल्ली, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की ओर से इंटरनेट और सोशल मीडियापर डाली गयी सामग्री पर अब चुनाव आयोग की नजर रहेगी। आयोग ने आज इस संबध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये। चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों और ...
चुनावी खर्च में जोड़ी जाएगी सोशल मीडिया पर ...
www.no2politics.com/चुनावी-खर्च-में-जोड़ी-जाए/
नई दिल्ली। भारतीय निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रचार में इंटरनेट खास तौर से सोशल मीडिया के बेजा इस्तेमाल से सख्ती [...]
हक बात: कितना ताकतवर सोशल मीडिया?
15-07-2013 - 11 जुलाई को दिल्ली में प्रख्यात पत्रकार उदयन शर्मा की स्मृति में आयोजित एक कार्यक्रम में देश के कई जाने-माने पत्रकारों और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने 'क्या सोशल मीडिया देश का एजेंडा बदल रहा है?' विषयक ...
सोशल मीडिया पर गड़ी राजनीतिक दलों की नज़र - BBC ...
195.188.87.10/hindi/.../130529_social_media_politics_intro_skj.shtml
14-06-2013 - भारत में इंटरनेट और सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग पर राजनीतिक दलों की भी नज़र है और वो युवाओं से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया पर आ भी गए हैं.
सोशल मीडिया से दूर रहना पसंद: डैनियल Internationalnews ...
24-11-2013 - डैनियल का मानना है कि सोशल मीडिया से दूर रहने की वजह से फैंस और मीडिया दोनों की उन पर ज्यादा नजरें नहीं टिकती. उन्होंने कहा कि मेरा फेसबुक या टि्वटर अकाउंट नहीं है और मुझे लगता है कि इससे काफी सारी चीजें मेरे लिए आसान हो ...
भारत स्थित ब्रिटिश उच्चायोग सोशल मीडिया पर - Gov.uk
https://www.gov.uk/.../british-high-commission-in-india-on-social-media...
15-05-2013 - भारत स्थित ब्रिटिश उच्चायोग की खबरों और गतिविधियों का अनुसरण करें।
सोशल मीडिया का दुरुपयोग:IB चीफ - Shri News
21-11-2013 - नई दिल्ली (एसएनएन) : खुफिया ब्यूरों (आईबी) के प्रमुख आसिफ इब्राहिम ने सोशल मीडिया माध्यम के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग देश में समस्या पैदा करने के लिए हो रहा है. इस बात का पता उत्तर प्रदेश ...
सोशल मीडिया पर सरकार सख्त, गूगल-ट्विटर ने दिया जवाब
06-12-2011 - नई दिल्ली. सोशल साइट्स, खास कर फेसबुक और गूगल पर कंटेंट को लेकर सरकार की आपत्ति की खबरों के बीच दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने सफाई दी है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री या कांग्रेस अध्यक्ष का नाम नहीं लिया गया था, बल्कि ...
सोशल मीडिया में संस्थागत उपस्थिति आवश्यक: मनीष ...
25-09-2013 - शिलांग: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने राज्य सरकारों से सोशल मीडिया में संस्थागत उपस्थिति दर्ज कराने की मांग की है। तिवारी ने मेघालय के स्थानीय अंग्रेजी दैनिक 'द शिलांग टाइम्स' के 69वें स्थापना दिवस पर ...
पत्रकारिता@: सोशल मीडिया और हम
29-09-2013 - सोशल मीडिया और हम डॉ. नीरज भारद्वाज वर्तमान में संचार तकनीक एवं माध्यमों में एक अद्भुत व अभूतपूर्व परिवर्तन देखा गया हैं I आज तकनीक ने भौतिक सीमाओं को तोड़कर पूरी दुनिया को एक-सूत्र में पिरो दिया है I इसी के चलते मीडिया ...
सोशल मीडिया किशोरों को बना रहा है एंटी सोशल
09-09-2013 - समीर किलानी कहते हैं कि सोशल मीडिया के कारण बच्चे एवं किशोर अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाते और यहां तक कि वे नींद भी ठीक से नहीं ले पाते जिसका उनके मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है।
आप और सोशल मीडिया महत्त्वपूर्ण है - दशमलव
23-12-2012 - सोशल मीडिया बहुत महत्त्वपूर्ण है -यह बार बार साबित हो चुका है। सोशल मीडिया जनता की आवाज़ है जो मुख्यधारा मीडिया की तरह बिकी हुई नहीं है। दिल्ली में हुए गैंगरेप के मामले में सोशल मीडिया ने आंदोलन को आगे बढ़ाने में ...
आनंद जोशी: सोशल मीडिया का बढ़ता असर
19-06-2012 - बच्चों के लिए तो ऐसा तंत्र बनाना ही होगा, जो उन्हें ऐसे अश्लील साहित्य से र... सोशल मीडिया का दुरुपयोग. सवाल है, क्या अब सोशल मीडिया अफवाहें व वैमनस्य फैलाने का माध्यम बन रहा है? क्या वह दो देशों के बीच दुश्मनी बढ़ाने के लिए ...
Bihar Media बिहार मीडिया: कपिल सिब्बल ने सोशल ...
06-12-2011 - सरकार ने सोशल नेटवर्किंग साइटस पर अंकुश लगाने की तैयारी कर ली है । दुर्भाग्य यह है कि यह सबकुछ उस व्यक्ति के द्वारा किया जा रहा है जो एक पढा लिखा व्यक्ति है । कपिल सिब्बल को लगता है कि इस तरह का सेंसरशिप लगाकर वह लोगों को अपनी ...
सोशल मीडिया पर भी सैंडी का तूफान - प्रवासी दुनिया
30-10-2012 - अक्तुबर३०, न्यूयार्क।सैंडी तूफान से बचने के लिए अमेरिका की घनी आबादी वाले पूर्वी तट से लाखों लोग सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए हैं। मौसम विशेषज्ञों ने न्यू.
चुनौतियों का सोशल मीडिया - Janjwar
www.janjwar.com › ब्लाग › मीडिया › मीडिया
20-05-2013 - सोशल मीडिया की बेबाकी और पारदर्शिता की चाह ने न सिर्फ राजनीति और पत्रकारिता, बल्कि साहित्य का भी नए ढंग से मूल्यांकन किया है. अब इस नए कलेवर में बढ़ती हुई अपेक्षाओं के विस्फोट से सब विधाओं के मठाधीश असुरक्षित महसूस कर ...
अनसोशल हो गया है सोशल मीडिया - Instant खबर
10-10-2013 - (हसीब सिद्दीकी) इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स द्वारा भोपाल में सोशल मीडिया के व्यवहार पर आयोजित गोष्ठी में भाग लेने के बाद होटल पहुंचा तो टीवी...
हिंदी ब्लॉगिंग और सोशल मीडिया - अपनी बात... - Blogger
21-09-2013 - महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा में 'हिंदी ब्लॉगिंग और सोशल मीडिया" विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं संगोष्ठी का आज शानदार समापन हुआ. संगोष्ठी गहमागहमी भरे माहौल में सम्पन्न ...
राजनीति पर हावी होता सोशल मीडिया - YouTube► 6:29► 6:29
17-01-2013 - ndtvindia द्वारा अपलोड किया गया
सोशल मीडिया पिछले कुछ सालों में कितना शक्तिशाली हो चला है कि अब राजनीतिक दलों को यहां पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिशें करनी पड़ रही हैं। इसी ...
राजनीति में सोशल मीडिया का चलन - Bharat News Channels
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लग सकता है महंगाई का एक और झटका!
प्रकाशित Sat, नवम्बर 30, 2013 पर 14:12 | स्रोत : CNBC-Awaaz
5 राज्यों में मतदान खत्म होते ही रसोई गैस सिलिंडर के दाम 15 रुपये तक बढ़ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक पेट्रोलियम मंत्रालय सिलिंडर की ढुलाई के खर्च में बढ़ोतरी की वजह से सिलिंडर के दाम बढ़ाने पर सहमत हो गया है। इंतजार है तो सिर्फ विधानसभा चुनावों के खत्म होने का।
सूत्रों का कहना है कि हर तिमाही में कंपनियों को गैस सिलिंडर के दाम बढ़ाने की भी छूट मिलेगी। दरअसल 2002 के बाद ट्रांसपोर्ट के चार्ज नहीं बढ़े हैं। फिलहाल ट्रांसपोर्टेशन चार्ज 10 रुपये, 12 रुपये और 14 रुपये है।
पावर ग्रिड एफपीओः प्राइस बैंड 85-90 रुपये तय
प्रकाशित Fri, नवम्बर 29, 2013 पर 18:59 | स्रोत : Moneycontrol.com
Power Grid Corp
बीएसई | एनएसई 29/11/13
पावर ग्रिड के एफपीओ के लिए 85-90 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। पावर ग्रिड का एफपीओ 3 दिसंबर से खुलकर 6 दिसंबर को बंद हो जाएगा। वहीं पावर ग्रिड का एफपीओ 5 दिसंबर को इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टरों के लिए बंद होगा, जबकि रिटेल निवेशकों और कर्मचारियों के लिए 6 दिसंबर को होगा।
पावर ग्रिड के कुल 17 फीसदी इक्विटी का एफपीओ लाया जाएगा। इस एफपीओ में 13 फीसदी नई इक्विटी जारी होगी, जबकि सरकार की 4 फीसदी हिस्सेदारी का विनिवेश किया जाएगा।
सरकार का फिलहाल पावर ग्रिड में 69.42 फीसदी हिस्सा है और एफपीओ के बाद सरकार का हिस्सा घटकर 57.89 फीसदी हो जाएगा। सरकार की एफपीओ से करीब 7,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है जिसमें से कंपनी को करीब 1,800 करोड़ रुपये मिलेंगे।
वहीं 3 दिसंबर से खुल रहे पावर ग्रिड के एफपीओ को लेकर ग्रे मार्केट में हलचल तेज हो गई है। अच्छे पब्लिक इश्यू की कमी की वजह से ग्रे मार्केट बिल्कुल ठंडा पड़ा हुआ था।
ग्रे मार्केट में पावर ग्रिड के एफपीओ में 1 लाख रुपये की एप्लिकेशन पर 2,500-2,600 रुपये का प्रीमियम मिल रहा है। वहीं 2 लाख रुपये की एप्लिकेशन पर 5,000-5,200 रुपये का प्रीमियम मिल रहा है। 3 दिन पहले 2 लाख रुपये की एप्लिकेशन पर 3,500 रुपये का प्रीमियम मिल रहा था। दरअसल रिटेल निवेशकों को पावर ग्रिड के एफपीओ में 5 फीसदी डिस्काउंट से ग्रे मार्केट में तेजी है।
30 लाख रु के बजट में कहां प्रॉपर्टी खरीदें!
प्रकाशित Sat, नवम्बर 30, 2013 पर 11:01 | स्रोत : CNBC-Awaaz
जेएलएल के नेशनल फर्म डायरेक्टर मोहम्मद अस्लम से जानिए प्रॉपर्टी की सभी जरूरी जानकारियों के साथ-साथ आपके सवालों के जवाब और प्रॉपर्टी बाजार का ताजा हाल।
सवाल : पिरंगुट, पुणे में 3100 रुपये प्रति वर्गफुट के दाम से गोखले कंस्ट्रक्शन में 2 बीएचके बुक किया है। डेवलपर की साख जाननी है। इस इलाके की डेवलपमेंट और भविष्य में प्रॉपर्टी एप्रिसिएशन के बारे में जानकारी चाहिए। क्या प्रॉपर्टी वकील की मदद लेनी चाहिए?
मोहम्मद अस्लम : पिरंगुट पुणे का उभरता हुआ इलाका है और इस इलाके में गोखले बिल्डर की साख काफी अच्छी है। 3100 रुपये प्रति वर्गफुट के दाम से गोखले कंस्ट्रक्शन में 2 बीएचके लेना सही निवेश है। पुणे शहर से 20 किलोमीटर दूर है। इस इलाके से भविष्य में बेहतरीन डेवलपमेंट की उम्मीद है।
सवाल : 30-35 लाख रुपये के बजट में प्रॉपर्टी में निवेश करना है। बेहतर रिटर्न और रेंटल इनकम के लिहाज से कहां निवेश करें?
मोहम्मद अस्लम : जयपुर के अजमेर रोड इलाके में तेज डेवलपमेंट हो रहा है। अजमेर हाईवे और एक्सप्रेसवे पर कई विकल्प मौजूद है। एमआर ग्रीन, वाटिका ग्रीन प्रोजेक्ट निवेश के लिए अच्छे हैं। इन इलाकों में स्कूल, कॉलेज, महिंद्रा सेज, रिटेल इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतरीन है।
सवाल : मुलुंड, निर्मल लाइफस्टाइल के यूएस ओपन प्रोजेक्ट में 2बीएचके फ्लैट लिया है। क्या 9000 रुपये प्रति वर्गफुट के भाव पर ये निवेश ठीक है। बिल्डर की साख के बारे में भी जानकारी चाहिए।
मोहम्मद अस्लम : निर्मल लाइफस्टाइल मुंबई के नामी डेवलपर है। मुलुंड इलाके की डेवलपमेंट निर्मल ग्रुप ने की है। यूएस ओपन प्रोजेक्ट रेलवे स्टेशन से नजदीक है और अच्छी सुविधाओं के चलते 9,000 रुपये प्रति वर्गफुट का भाव काफी हद तक ठीक है।
सवाल : 25-30 लाख रुपये के बजट में प्रॉपर्टी लेनी है। भिवाड़ी और नीमराणा, इन दोनों में से कहां निवेश करना बेहतर होगा?
मोहम्मद अस्लम : भिवाड़ी एनआईआर का उभरता हुआ इलाका है। भविष्य में भिवाड़ी में प्रॉपर्टी रेट बढ़ने की उम्मीद है। मानेसर से भिवाड़ी काफी नजदीक है। मानेसर की ग्रोथ का फायदा भिवाड़ी को होगा।
सवाल : बंगलुरू- पुणे हाईवे पर नीलमंगला के पास 60x40 का प्लॉट 20 लाख रुपये में लिया है। 5-10 साल में इस निवेश से कितना फायदा होगा?
मोहम्मद अस्लम : अगर आपने ग्रेटर पीनिया इंडस्ट्रियल इलाके में नीलमंगला के पास प्लॉट लिया है तो आपका निवेश फायदेमंद होगा। इस इलाके की प्लानिंग काफी बढ़िया है। लंबी अवधि में आपको इस प्रॉपर्टी निवेश पर 14-15 फीसदी सालाना ग्रोथ मिल सकती है।
सवाल : 60-70 लाख रुपये का निवेश प्रॉपर्टी मार्केट में करना है। कल्याण और विरार-बोइसर में से कहां निवेश करना ज्यादा बेहतर होगा और क्या ये निवेश का सही वक्त है?
मोहम्मद अस्लम : डीएमआईसी के चलते विरार-बोइसर का निवेश फायदेमंद होगा। डीएमआईसी काफी बड़ा प्रोजेक्ट है। लेकिन इसे पूरा होने में काफी समय लगेगा और इसका निवेश पर कितना असर पड़ेगा, ये अभी तय करना थोड़ा मुश्किल होगा। कल्याण- डोंबिवली इलाके में पिछले 2-3 सालों में काफी तेजी देखने को मिली है। इसलिए पनवेल की तरफ उल्वे-कामोठे इलाके में निवेश फायदेमंद साबित होगा। एयरपोर्ट, नॉलेज पार्क, हाइटेक सिटी के चलते नवी मुंबई के पनवेल इलाके में तेजी देखी जा रही है।
सवाल : हेबल में वासति हाउसिंग के अवंते प्रोजेक्ट में 3बीएचके फ्लैट बुक करना है। पजेशन 2016 में मिलेगा। 80 लाख रुपये में 1618 वर्गफुट का एरिया मिला है, क्या ये निवेश सही है। डेवलपर हैदराबाद का है और बंगलुरू में ये उनका पहला प्रोजेक्ट है।
मोहम्मद अस्लम : वासति हाउसिंग हैदराबाद के काफी नामी डेवलपर है। बढ़िया क्वालिटी के लिए वासति का नाम जाना जाता है। हेबल में निवेश फायदेमंद होगा, लेकिन प्रॉपर्टी दाम पर थोड़ा मोलतोल जरूरी करें।
सवाल : फरीदाबाद, सेक्टर 88 में एसआरएस रेसिडेंसी का फ्लैट बेचकर गुड़गांव में निवेश करना है, क्या ऐसा करना ठीक होगा?
मोहम्मद अस्लम : फरीदाबाद में प्रॉपर्टी की सप्लाई ज्यादा है और इस कारण एप्रिसिएशन के लिए 3-4 साल का वक्त लगेगा। फरीदाबाद की प्रॉपर्टी बेचकर उसी कीमत में गुड़गांव में प्रॉपर्टी मिलना थोड़ा मुश्किल है। हालांकि फरीदाबाद के मुकाबले गुड़गांव में बेहतर रिटर्न मिल सकते हैं।
अगले साल भी रहेगा नौकरियों का अकाल
प्रकाशित Sat, नवम्बर 30, 2013 पर 14:39 | स्रोत : CNBC-Awaaz
नौकिरियों के लिहाज से नया साल बहुत खराब रहने वाला है। भारतीय जॉब मार्केट पर हुए एक ताजा सर्वे के मुताबिक भारत में हुनर तो थोड़ा बेहतर हुआ है पर नई नौकरियों की कमी बनी हुई है। इंडिया स्किल्स रिपोर्ट के मुताबिक 2014 में कुल भर्ती में सिर्फ 1.5 फीसदी की बढ़ोतरी मिलेगी।
एचआर कंपनी पीपुलस्ट्रॉन्ग, स्किल एसेसमेंट कंपनी व्हीलबॉक्स ने सीआईआई के साथ मिलकर ये सर्वे किया है। रिपोर्ट के मुताबिक अगले साल इंजीनियरिंग, हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल सेक्टर में नौकरियां बढ़ेंगी लेकिन बैंकिंग, फाइनेंस, इंश्योरेंस, आईटी और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टरों में खास बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है।
इस सर्वे में ये सामने आया है कि हर 3 में से 1 ही उम्मीदवार उपयुक्त है यानि कि अनफिट लोगों की तादाद ज्यादा है। अभ्यर्थियों की अंग्रेजी का ज्ञान कमजोर है और कंप्यूटर जानकारी का भी अमूमन यही हाल है। उम्मीदवारों में जॉब के लिए उपयुक्त काबिलियत नहीं है। नौकरी के लिए 34 फीसदी युवा योग्य हैं, जबकि 66 फीसदी युवा अकुशल हैं।
व्हीबॉक्स के सीईओ निर्मल सिंह का कहना है कि फार्मा, हॉस्पिटैलिटी, टूरिज्म के छात्रों के पास ज्यादा नौकरियों के मौके होंगे। ऑटो और मैनेजमेंट में भी ज्यादा मौके नजर आएंगे। हालांकि आईटीईएस, बैंकिंग, फाइनेंशियल और आईटी में नौकरियों की कमी मुमकिन है।
निर्मल सिंह ने बताया कि इस सर्वे के लिए 1.03 लाख बच्चों की जानकारी की जांच की गई। इन बच्चों के अंग्रेजी और इंटरनेट की जानकारी की भी जांच की गई। स्किल में सुधार के मुताबिक जॉब मार्केट में मांग नहीं है, जबकि स्किल पर काफी खर्च किया जा रहा है।
धरती की कक्षा से निकला मंगल यान, लाल ग्रह की ओर कूच
बेंगलुरु : भारत ने अपने मंगल अभियान का एक और अहम पड़ाव को सफलतापूर्वक पूरा करते हुए यान को धरती की कक्षा से निकालकर मंगल की ओर रवाना कर दिया है। मध्य रात्रि के बाद 12 बजकर 49 मिनट पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के नियंत्रण कक्ष से कमांड देकर मंगलयान के 440 न्यूटन इंजन को लगभग 22 मिनट 8 सेकेंड के लिए चलाया गया। इस ऑपरेशन की मदद से मंगल यान को पृथ्वी की कक्षा से सूर्य की कक्षा में स्थानांतरित कर दिया गया।
इसरो ने बताया कि रात 12 बजकर 30 मिनट पर ही मंगलयान की दिशा बदल दी गयी थी, ताकि इसकी कक्षा बदली जा सके। अगले 300 दिनों के दौरान यान को सूर्य की कक्षा में उस जगह ले जाया जाएगा, जहां वह मंगल की कक्षा से मिलता है और फिर इसे मंगल की कक्षा में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इससे पहले 5 नवंबर को प्रक्षेपण के बाद से यान पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगा रहा था। इस दौरान पांच बार यान की कक्षा को उन्नत कर धरती से उसकी अधिकतम दूरी 23 हजार 550 किलोमीटर से बढ़ाकर एक लाख 93 हजार किलोमीटर कर दी गयी थी।
इसरो ने बताया कि उसका टेलिमीट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) व्यालालू स्थित इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क (आईडीएसएन) एंटिना की मदद से मंगलयान पर लगातार नजर रखे हुए है। यान के सभी उपकरण और यंत्र ठीक तरीके से काम कर रहे हैं। यान 24 सितंबर 2014 को मंगल की कक्षा में पहुंच जाएगा
India's Mangalyaan successfully leaves Earth's sphere to reach Mars' orbit
India's maiden mission to Mars left Earth's orbit early Sunday and successfully entered the second phase of its 10-month-long voyage to the Red Planet after performing a crucial manoeuvre described as "mother of all slingshots".
Clearing a critical hurdle to achieve a major milestone in the country's space history,ISRO's Mars Orbiter Spacecraft or 'Mangalyaan' was placed in the designated Mars Transfer Trajectory in a 22-minute manoeuvre almost an hour past midnight without any hitch to tear itself away from Earth's gravitational pull.
It marked the first step of the Mars mission 680 million-km-long voyage to its destination to put on course the India's first ever inter-planetary space odyssey.
"Following the completion of this manoeuvre, the Earth orbiting phase of the spacecraft ended. The spacecraft is now on a course to encounter Mars after a journey of about 10 months around the Sun," the Bangalore-headquartered Indian Space Research Organisation(ISRO) said in a statement.
During this manoeuvre, which began at 00:49 hours, the spacecraft's 440 Newton liquid engine was fired for about 22 minutes providing a velocity increment of 648 metres/second to the spacecraft.
ISRO performed the trans-Mars injection, a "crucial event" intended for hurling its Mars Orbiter spacecraft into the planned orbit around the Sun.
It has planned four mid-course corrections in case of any deviation along its path to the Martian orbit before its expected arrival in the orbit of the Red planet in September 2014.
ISRO had performed five orbit-raising manoeuvres on its Mars Orbiter, raising the apogee (farthest point from Earth) of the spacecraft to over 1.92 lakh km, before it performed the "mother of all slingshots."
The spacecraft is being continuously monitored from the Spacecraft Control Centre at ISRO Telemetry, Tracking and Command Network (ISTRAC) in Bangalore with support from Indian Deep Space Network (IDSN) antennae at Byalalu here.
तहलका केस : पीड़िता का नाम उजागर करने से लेखी का इंकार
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 20:53
भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने रविवार को राष्ट्रीय महिला आयोग को सूचित किया कि तहलका के संपादक तरुण तेजपाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला का नाम उन्होंने सोशल मीडिया में उजागर नहीं किया था और आरोप लगाया कि यह उन्हें बदनाम करने का प्रयास है।
गुजरात जासूसी केस की जांच कर सकता है गृह मंत्रालय
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 22:52
कांग्रेस सहित कुछ वर्गों में उठ रही मांगों के चलते केन्द्र गुजरात में एक महिला पर कथित रूप से गैर कानूनी ढंग से निगाह रखने एवं फोन टैपिंग के मामले में जांच के आदेश दे सकता है।
घोटालों में शामिल लोगों से बाहर नहीं पीएम: आडवाणी
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 19:22
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए भाजपा ने रविवार को आरोप लगाया कि उन्हें संप्रग सरकार के कार्यकाल में राष्ट्रमंडल खेल घोटाले से लेकर कोलगेट तक सभी घोटालों के लिए जिम्मेदार लोगों से बाहर नहीं रखा जा सकता।
उमर ने मोदी को दी तथ्यों की जांच करने की सलाह
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 19:14
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को नरेंद्र मोदी पर उनके इस बयान को लेकर पलटवार किया कि राज्य में महिलाओं को समान अधिकार प्राप्त नहीं है और कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है या फिर वह झूठ बोल रहे हैं।
तहलका केस में केंद्र हस्तक्षेप नहीं कर सकता: शिंदे
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 18:09
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने रविवार को कहा कि तहलका संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में केंद्र हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
जापानी सम्राट, उनकी पत्नी ने की लोधी गार्डन की सैर
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 17:43
जापान के सम्राट अकिहितो और महारानी मिचिको ने लोधी गार्डन में रविवार सुबह सैर की और स्कूली बच्चों, राजनयिकों और कई लोगों से वहां बातचीत की।
आरूषि पर फिल्म या किताब की इजाजत नही : तलवार
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 16:52
जेल में बंद दंत चिकित्सक दंपति राजेश एवं नूपुर तलवार अपनी पुत्री आरूषि की हत्या पर आधारित किसी फिल्म या किताब को अनुमति नहीं देंगे तथा उनकी सहमति के बिना इस तरह का प्रयास करने वाले पर कानूनी कार्रवाई करेंगे।
प्रतिभा ने राष्ट्रपति भवन को लौटाए आधिकारिक उपहार
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 15:25
पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने पद पर रहने के दौरान खुद को मिले सभी उपहारों को राष्ट्रपति भवन को वापस कर दिया है जो प्रतिभा के परिवार द्वारा महाराष्ट्र के अमरावती में संचालित एक स्कूल में प्रदर्शित किए गए थे।
विकास के लिए शांति और सुरक्षा आवश्यक : राष्ट्रपति
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 15:16
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज यहां कहा कि समावेशी एवं स्थायी विकास और विकास संबंधी लाभ का न्यायसंगत बंटवारा सुनिश्चित करने के लिए शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना जरूरी है।
सलाउद्दीन की गिरफ्तारी को NIA पाक को भेजेगा आग्रह पत्र
Last Updated: Sunday, December 01, 2013, 14:43
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाउद्दीन की गिरफ्तारी के लिए पहली बार पाकिस्तान को जल्द ही न्यायिक आग्रह भेजेगी।
सोशल मीडिया से जुड़े 20 रोचक तथ्य
FILE
इंटरनेट यूज करने वाला लगभग हर व्यक्ति किसी न किसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स से जुड़ा है। इन साइट्स पर नए-नए दोस्त बनाने, पुराने दोस्तों को खोजने के साथ ही अभिव्यक्ति का नया माध्यम भी दिया है। आइए जानते हैं सोशल मीडिया से जुड़ी 20 रोचक बातें :
1. फेसबुक पर बराक ओबामा की जीत संबंधी पोस्ट 4 लाख से अधिक लाइक के साथ फेसबुक पर सबसे ज्यादा पसंद किया गया फोटो बन गया।
2. फेसबुक के 25 फीसदी से ज्यादा यूजर्स किसी भी तरह के प्राइवेसी कंट्रोल को नहीं मानते।
3. इस सोशल नेटवर्किंग साइट के जुड़े हर व्यक्ति से औसत रूप से 130 लोग जुड़े हैं।
4. फेसबुक के साथ 850 मिलियन सक्रीय मासिक यूजर्स जुड़े हुए हैं।
5. इस नेटवर्किंग वेबसाइट के कुल यूजर्स में से 21 प्रतिशत एशिया से हैं, जो इस की महाद्वीप की कुल आबादी के चार प्रतिशत से कम है।
6. 488 मिलियन यूजर्स रोज मोबाइल पर फेसबुक चलाते हैं।
7. फेसबुक पर सबसे ज्यादा पोस्ट ब्राजील से किए जाते हैं। वहां से हर माह लगभग 86 हजार पोस्ट किए जाते हैं।
8. 23 प्रतिशत यूजर्स रोज पांच या उससे अधिक बार अपना फेसबुक अकाउंट चेक करते हैं।
9. फेसबुक पर 10 या उससे अधिक लाइक्स वाले 42 मिलियन पेज है।
10. 1 मिलियन से अधिक वेबसाइट्स अलग अलग तरह से फेसबुक से जुड़ी हुई है।
11. 85 प्रतिशत महिलाएं फेसबुक पर अपने दोस्तों से परेशान हैं।
12. फेसबुक ने 2012 में रूस, दक्षिण कोरिया, जापान, भारत और ब्राजील में अपने सक्रीय यूजर्स की संख्या में 41 फीसदी का इजाफा किया है।
13. इस सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर रोज 250 मिलियन फोटो रोज डाले जाते हैं।
14. 2012 तक फेसबुक पर 210,000 साल का संगीत बज चुका था।
15. यहां पर सेक्स से जुड़ी लिंक्स की संख्या अन्य लिंक्स की की अपेक्षा 90 प्रतिशत ज्यादा थी।
16. 2012 में फेसबुक पर 17 बिलियन लोकेशन टैग्ड पोस्ट और चेक इन थे
17. फेसबुक के माध्यम से 80 प्रतिशत यूजर्स विभिन्न ब्रांड्स से जुड़े।
18. फेसबुक के 43 प्रतिशत यूजर्स पुरुष है वहीं 57 फीसदी महिलाएं।
19. अप्रैल में फेसबुक की कुल आय का 12 प्रतिशत हिस्सा जिग्ना गेम का था।
20. बीटूसी कंपनियों को 77 प्रतिशत और बीटूबी कंपनियों को 43 प्रतिशत ग्राहक फेसबुक से मिले थे।
(सौजन्य : एक्सचेंज 4 मीडिया डॉट कॉम)
Dalits Media Watch
News Updates 01.12.13
Dalit student gangrape: Gujarat High Court upholds life term for five teachers- DNA
Four of Dalit family laid to rest, main accused found injured- Business Standard
Welfare becomes a sideshow as personalities and caste dominate- The Hindu
DNA
Dalit student gangrape: Gujarat High Court upholds life term for five teachers
The Gujarat High Court today upheld life imprisonment of five out of six teachers for repeatedly raping a 19-year-old Dalit girl student of their college in Patan.
The high court reduced punishment of the sixth teacher from life term to ten years' imprisonment.
A two-judge Bench of Justice Akil Kureshi and Justice Z K Saiyed confirmed the life imprisonment for Manish Parmar, Mahendra Prajapati, Ashwin Parmar, Kiran Patel and Suresh Patel--all teachers of Patan's government-run Primary Teachers' Training College (PTC)--but reduced the term of the sixth convict, Atul Patel.
A fast track court in Patan in 2009 had sentenced all six teachers to life term. The high court took into account the delay in filing of the FIR, the versions of the accused and corroboration of evidences before pronouncing the judgement.
Atul Patel had committed the crime only once and was not involved in gang-rape or multiple gang-rape. Hence, his life term was reduced to rigorous imprisonment of ten years by the high court, the bench said. The shocking incident came to light on February 4, 2008 after the girl confided in her parents and relatives about the repeated sexual assaults by the teachers over a period of six months.
According to the prosecution, the teenager, who comes from a humble background, was raped by the convicts who threatened her of failing in examinations.
The teachers would also harass her mentally so as to force her into submission, prosecution said, adding that the teenager was also subjected to mental torture by relatives of the teachers after she disclosed her ordeal.
The girl was so shocked that she had fainted once during the morning prayer session of the college, and once in court room during the course of the trial, the prosecution said. Taking note of the furore caused by the incident, the state government suspended all the six teachers and the probe was handed over to Crime Investigation Department (CID).
Additional Sessions Judge S C Srivastva of the Patan fast track court had in March 2009 sentenced all the six teachers to life imprisonment after finding them guilty of multiple gang-rape, physical assault on a woman to enrage her modesty and charges like rape in government educational institute, under various sections of IPC.
The high court also upheld the fine imposed on the convicts by the fast track court.
The court had imposed fine of Rs 4,000 on each convict and additional six months in jail in case of default. The court had also ordered each convict to give Rs 10,000 as compensation to the victim.
Business Standard
Four of Dalit family laid to rest, main accused found injured
The four slain members of a Dalit family, including two toddlers, were today laid to rest amid heart-wrenching scenes near Kotrani village here, while the main accused in the gruesome murders was found injured and in an unconscious condition.
Baljinder Kumar alias Kala allegedly butchered his 28-year-old wife Seema, daughter Sumni(3), son Harsh (2) and his sister-in-law Reena (32) yesterday at his home in Kotrani village.
Kala, along with some of his associates, also attacked his son Tari (26) and Reena's son Harry (5). They were left seriously injured and are recuperating in DMC hospital Ludhiana.
The children, Harsh and Sumani, were buried. The two sisters Seema and Reena were cremated.
The pyre of Seema was lit by her elder brother Vijay Kumar while that of Reena by her husband Sunehri who had reached here from Dubaia few minutes before the cremation.
Sunehri, who was not informed about the murders, came to know about the incident after reaching the village.
Meanwhile, Kala landed dramatically at Civil hospital last night in an unconscious state with serious injuries.
Hospital sources said that Kala was found lying injured on road near Chachrari village. He had multiple injuries on face, arms and other parts of the body.
However, Phagwara SP Gursevak Singh Brar, when contacted, said that the patient was suspected to be Kala.
The Hindu
Welfare becomes a sideshow as personalities and caste dominate
The ruling Congress has sought to put the spotlight on big-ticket welfare schemes and development projects it introduced at different points of time during the last five years.
But the development and welfare plank has largely been a sideshow in a campaign that has primarily been conducted on two levels: at a macro level, it's a personal fight between current Chief Minister Ashok Gehlot and the BJP aspirant Vasundhara Raje and, at the micro level, contests continue to be fought on the age-old issues of caste, community and religion.
Interestingly, these issues have been at work right from the selection of candidates by all major parties to the casting of votes. Development practitioners wonder if there is indeed a correlation between growth and governance. To put it in context, do social schemes like free medicine and universalised pensions make for good politics? More importantly, how does the new-age voter make his crucial choices?
Constituency visits across the State suggest that while the flagship welfare schemes do have an impact, the ultimate decision to vote for a particular candidate is shaped largely by local factors. They include the candidate's relations with local people, accessibility, if he or she gets people's "work" done, and finally, who the community is voting for.
In Digo, falling under State Minister Parsadilal Meena's Assembly segment Lalsot, people acknowledge the works done by the Minister but leave no opportunity to question the efficacy of flagship schemes.
"Free medicines? Where? The Health Centre here opens once a week if we are lucky... who will disburse the free medicines?" says Balram, a young resident.
But that's not the case everywhere. In western Rajasthan, the scheme involving supply of free medicines for cattle has undoubtedly provided relief to the common man. "My camels are my biggest asset but when one of these animals falls ill, it costs me Rs.10,000 to Rs.15,000. The government's free medicines take a load off our pockets when that happens," says Kheema Ram from Osian.
Welfare schemes targeting minorities, Dalits and tribals have managed to strike a chord with people from these communities. But there are others who are complaining. "The government has given out cash and other facilities such as scholarships to minorities, SCs and STs. But what about us from the general communities?
Besides, all that cash distribution has left a burden on the economy," says Chauth Singh from Kalau village near Jodhpur.
In addition to welfare schemes, the Ashok Gehlot government has undertaken several initiatives of infrastructure development, investment and governance. The first two are represented by the Jaipur Metro and oil refinery in Barmer, while the governance initiatives are reflected in legislation like the Guaranteed Delivery of Public Services Act, Right to Hearing Act and the statutory right to recall representatives in the local bodies.
Even though the Opposition BJP has criticised the flagship schemes and questioned the ruling party's intent, the Congress has pointed out that the State had earned revenue surplus during the last three years, leading to a reduction in fiscal deficit and availability of funds for operating the schemes.
The size of the 2013-14 State Plan is to the tune of Rs.40,500 crore. It remains to be seen if the social schemes, which also mirror recommendations of the UPA government's National Advisory Council, would swing the votes in Congress's favour, trumping the issues of caste and community unique to each constituency.
.Arun Khote & Girish Pant
On behalf of
Dalits Media Watch Team
(An initiative of "Peoples Media Advocacy & Resource Centre-PMARC")
Pl visit on FACEBOOK : https://www.facebook.com/DalitsMediaWatch
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Peoples Media Advocacy & Resource Centre- PMARC has been initiated with the support from group of senior journalists, social activists, academics and intellectuals from Dalit and civil society to advocate and facilitate Dalits issues in the mainstream media. To create proper & adequate space with the Dalit perspective in the mainstream media national/ International on Dalit issues is primary objective of the PMARC.
Dalits Media Watch
News Updates 29.11.13
Fearing threat to life, Dalit woman seeks gun licence- The Hindu
Dalit Woman Insulted by Hubby Attempts Suicide- The New Indian Express
SC, ST sub-plan Bill expected to make departures from AP law- The Hindu
Venkatesh's suicide a clear case of Dalit discrimination, says NGO- The Hindu
NOTE: Please find attachment for HINDI DMW (PDF)
The Hindu
Fearing threat to life, Dalit woman seeks gun licence
Apprehending threat to life and property, a Dalit woman on Thursday petitioned to the National Commission for Scheduled Castes here seeking its help to obtain a gun licence.
S. Sudha of Veppamarathur village in Dharmapuri district has alleged harassment and repeated threats to her life even as the police have provided her with a round-the-clock security cover.
The woman claimed in her petition that three years ago she got married to Suresh, who belongs to the Vanniyar community.
After Dalit villages in the district were allegedly attacked by Caste Hindus, following the sensational Ilavarasan-Divya marriage in 2012, her family was ostracised from the village. Even her husband's family was not allowed to draw water from the common tap or enter the temple.
Having suffered social boycott, Ms. Sudha lodged a complaint with the Bommidi police, who registered a case under the provisions of the SC/ST Prevention of Atrocities Act, 1989. Since no action was taken against the accused, she filed a petition in the Madras High Court, which directed the Dharmapuri district administration to provide adequate protection to the petitioner.
Alleging that some Caste Hindus continued to harass her and her family members, the victim said she was also accused of attacking and abusing some men.
Though the issue was taken to the notice of government officials, they only acted in favour of the Caste Hindus, she alleged.
The New Indian Express
Dalit Woman Insulted by Hubby Attempts Suicide
A Dalit woman upset over the humiliation meted out to her by her caste Hindu husband attempted self-immolation here on Thursday.
Muruganathan (27), a native of Thanjavur moved to Tirupur some time back and settled as a daily wage worker. Later, Muruganathan, a caste Hindu, married a Dalit woman Vidya (25), who also hailed from his native place, with whom he had an affair. Recently, a girl child was born to the couple.
However, there disputes between the couple over some issue. During such verbal quarrels, the man used to insult his wife by calling her with caste name. This also sparked frequent fights between Muruganahtan and Vidya. On Wednesday too the couple had an altercation over the issue and Muruganathan as usual made disparaging remarks. Depressed over this, Vidya doused herself with kerosene and attempted to immolate self.
She was rescued by neighbours and admitted to the Tirupur head quarters government hospital with severe burns.
The Hindu
SC, ST sub-plan Bill expected to make departures from AP law
Activists demand more deliberations on provisions
The proposed legislation in Karnataka to accord statutory status to the Scheduled Castes and the Scheduled Tribes sub-plan, expected to make some significant departures from the law in Andhra Pradesh, is unlikely to be tabled in the current session of the legislature.
Among the significant departures in the proposed Karnataka draft Bill from the Andhra Pradesh legislation is that any public servant will be liable for imprisonment up to six months for failure to implement the provisions under it. Also, while the Andhra Pradesh Act is to lapse after 10 years, no timeframe has been fixed in the draft legislation in Karnataka.
These apart, there are differences in the administrative machinery to be put in place for implementation of the legislation. For instance, the nodal department for monitoring both the Scheduled Caste and Scheduled Tribe sub-plans would be the Department of Social Welfare in Karnataka. In Andhra Pradesh, the nodal agencies are the Social Welfare Department and the Tribal Welfare Ministry.
Complaints
The legislation was necessitated because there were persistent complaints that funds allocated under the Scheduled Castes Sub-Plan and the Tribal Sub-Plan, fixed according to the population size of the communities, were either not being utilised fully or were being diverted. Dalit activists in Karnataka, while happy that legislation is being proposed, have expressed their concern over some aspects of the draft Bill and shared them with Social Welfare Minister H. Anjaneya in a meeting held last week.
Organisations such as Dalit Bahujan Movement (DBM) and Human Rights Forum for Dalit Liberation (HRFDL) contend that gender perspective was missing in the draft Bill.
They have demanded that 50 per cent of all allocated funds be set aside for the development of Dalit and Adivasi women. They have also said that general schemes and infrastructure projects should not be accounted under the sub-plans.
"Besides, there is a need to include non-government players, such as experts, activists and NGO representatives, in various committees to be formed under the proposed Act," said Basavaraj Kowtal, State convener of the HRFDL.
M. Venkatesh of DBM added that there should be provision for prioritising the most downtrodden and untouchables within the SC and ST categories.
The two organisations have also proposed additional administrative mechanisms such as creation of additional secretary post at district level under the Social Welfare Department to implement the proposed Act.
Delegation to Belgaum
Community leaders and activists would be going in a delegation to Belgaum, where the winter session of the legislature is currently on, to speak to MLAs on the need for improving on the draft of the Bill. They had earlier hoped that the Bill would be tabled before December 6, the death anniversary of B.R. Ambedkar.
"The Karnataka Bill should have improved upon the Andhra Pradesh legislation rather than follow it. There should be more thinking on the proposed legislation," Mr. Venkatesh said.
The Hindu
Venkatesh's suicide a clear case of Dalit discrimination, says NGO
A team from the Centre for Dalit Studies says authorities at the University of Hyderabad are to blame for the research student ending his life earlier this week
Four days after the suicide of M. Venkatesh, a Ph.D student at the University of Hyderabad (UoH), a team from Centre for Dalit Studies, an NGO, has said the suicide was a clear case of discrimination against Dalit students in the campus.
It has also accused varsity authorities of being indifferent to the needs of Dalit students, and also of putting in little effort towards consoling the family of the deceased.
"There was also negligence on part of the director of the Advanced Centre for Research in High Energy Materials (ACHERM), faculty and top UoH management in allotting Venaktesh a guide," CDS secretary Y.B. Satyanarayana said on Thursday. Other members of the committee included ex-MLC Chukka Ramaiah, CDS director M. Anjaneyulu, and coordinator B. Venkat Raju.
The CDS team said the allotment of S.P. Tiwari as a guide to the deceased, two years before the former's retirement, was a clear violation of varsity norms. Moreover, the ACRHEM director and staff made no concrete efforts in constituting a doctoral committee for Venkatesh following Prof. Tiwari's retirement.
"ACHREM's director claimed to be ignorant of the place since he had joined the programme three months ago, which is not right as he is the head [of the Centre]," Mr. Satyanarayana said. Mr. Ramaiah mentioned that the V-C told the committee that he could not appoint student counsellors on a permanent basis due to lack of funds.
"How can a Central Government institution not have adequate funds?" questioned the ex-MLC. The varsity has also not taken into serious consideration the recommendations of the Vinod Pavarala Committee and the V.K. Krishna Committee, which looked into the suicides of Senthil Kumar and Pulyala Raju, they said.
Recommendations
The committee had recommended that professional counsellors be appointed on a regular basis in the campus, an SC/ST grievances cell be established in every department, that all research scholars be allotted guides soon after their programme registrations, Rs.10 lakh be paid as compensation for the family of Venkatesh and jobs be provided to eligible members of his family.
News Monitor by Girish Pant
.Arun Khote
On behalf of
Dalits Media Watch Team
(An initiative of "Peoples Media Advocacy & Resource Centre-PMARC")
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